अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ड्यूटी पर देर से आ रहे मोहल्ला क्लीनिक में तैनात कुछ डॉक्टरों और कर्मचारियों को काम से निकाल दिया है। ये डॉक्टर और कर्मचारी बायोमैट्रिक सिस्टम में छेड़छाड़ कर अपनी हाजिरी सुबह 8 बजे या उसके आसपास लगा कर सरकार को चकमा दे रहे थे। लोगों से मिली शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सात मोहल्ला क्लीनिकों में तैनात डॉक्टरों व कर्मचारियों के हाजिरी की जांच कराई तब ये मामला सामने आया। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि डॉक्टरों व कर्मचारियों के ड्यूटी पर देर से आने से लोग काफी परेशान थे। जांच के दौरान बायोमेट्रिक सिस्टम में मिली गड़बड़ी के आधार पर इन डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दिल्ली की जनता को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि दिल्ली में करीब 500 मोहल्ला क्लीनिक हैं। यहां प्रतिदिन हजारों लोगों को मुफ्त इलाज दिया जाता है। डॉक्टर मरीज को देखते हैं, मुफ्त दवाइयां दी जाती हैं और सभी प्रकार के टेस्ट भी मुफ्त किए जाते हैं। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक के नियम अनुसार डॉक्टरों एवं अन्य कर्मचारियों को सुबह 8ः00 बजे मोहल्ला क्लीनिक पहुंचना होता है और दोपहर 2ः00 बजे तक मोहल्ला क्लीनिक में मौजूद रहना अनिवार्य होता है। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इन मोहल्ला क्लीनिक में से कुछ जगहों की हमें शिकायत प्राप्त हुई थी कि वहां पर डॉक्टर और अन्य स्टाफ देरी से आते हैं। जब हमने उन शिकायत की जांच कराई तो हमने पाया कि वाकई में डॉक्टर और अन्य स्टाफ देरी से रहे हैं। मोहल्ला क्लीनिक में जो अटेंडेंस के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम है उसमें गड़बड़ी करके अपनी हाजिरी सुबह 8 बजे या उसके आसपास लग रहे थे। इस बायोमेट्रिक सिस्टम में पाई गई गड़बड़ी के आधार पर हमने इन सभी डॉक्टरों और मोहल्ला क्लीनिक के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन सभी को काम से निकाल दिया है। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आंकड़ो के जरिए बताया कि हमें 7 मोहल्ला क्लीनिक के संबंध में शिकायत मिली थी। इन सात मोहल्ला क्लीनिकों में पांच मोहल्ला क्लीनिक दक्षिण पश्चिम जिला में हैं और एक मोहल्ला क्लीनिक उत्तर-पूर्वी जिला में हैं,जबकि एक अन्य मोहल्ला क्लीनिक शाहदरा जिले में स्थित है। उन्होंने बताया कि इन सभी मोहल्ला क्लीनिकों से उन सभी डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को निकाल दिया गया है, जिनके संबंध में मिली शिकायतें सत्य साबित हुई थी। मोहल्ला क्लीनिक की कार्य प्रणाली पर प्रकाश डालते हुए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि प्रत्येक मोहल्ला क्लीनिक में एक डॉक्टर होता है जिसका काम है मोहल्ला क्लीनिक में आए मरीजों को देखना उनकी जांच करना तथा पाई गई बीमारी के संबंध में दवाई लिखना इसके अलावा मोहल्ला क्लीनिक में एक सहायक होता है जिसका कार्य डॉक्टर की मदद करना होता है। मोहल्ला क्लीनिक में आए मरीजों की रजिस्टर में एंट्री करना और किसी भी प्रकार की जांच के लिए खून का सैंपल लेना आदि। मोहल्ला क्लीनिक में एक फार्मासिस्ट होता है जिसका कार्य डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाई मरीज को देना होता है। इसके अलावा एक मल्टी टास्किंग वर्कर होता है जिसका कार्य मोहल्ला क्लीनिक की देखभाल करना, रखरखाव, साफ-सफाई करना और अन्य छोटे-मोटे सभी कार्य करना होता है।स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली का स्वास्थ्य विभाग सरकारी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में दी जा रही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बेहद गंभीर है। किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में भी दिल्ली सरकार के किसी अस्पताल या मोहल्ला क्लीनिक में इस प्रकार की अनियमितता पाई जाएगी तो उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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