अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ: गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान कई इलाकों में हुई हिंसक घटनाओं को देखते हुए पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने हाई अलर्ट जारी करते हुए तमाम जिला पुलिस कप्तानों को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। डीजीपी ने कहा कि दंगाईयों व उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए प्रदेश के सभी पुलिस आयुक्तों, रेंज एडीजीपी/आईजी व जिला पुलिस अधीक्षकों को हाई अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स भी लगा दी गई है। इतना ही नहीं पुलिस का खुफिया तंत्र भी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है।
डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस अब किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेगी। प्रदेश में कानून व्यवस्था को बिगाडने का प्रयास करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी। दंगा करने वालों या अफवाहों के माध्यम से दंगा भड़काने वालों को हिरासत में लेकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में हुए हिंसक प्रकरण के बाद किसान अपने गंतव्य स्थान की ओर लौट रहे हैं। इसके लिए पुलिस को चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहने को कहा गया है। पुलिस सभी लोगों पर पैनी नजर रखते हुए उनकी वापिसी को भी सुनिश्चित करेगी। इस दौरान अगर कोई भी सरकारी कार्यालयों, वाहनों सहित राज्य सरकार की सम्पति को नुकसान पहुंचाने व कानून व्यवस्था को बिगाडने की कोशिश करता है तो पुलिस बल प्रयोग करने से नहीं हिचकेगी। राज्य पुलिस बल चैबिस घंटे मुस्तैदी के साथ हाई रिस्क प्वांईटस पर गश्त भी करेगा।
सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर यादव ने कहा कि आंदोलन की आड़ में कुछ असमाजिक तत्व अपना स्वार्थ साधने के लिए अफवाहों के माध्यम शांति भंग करने का भी प्रयास कर सकते हैं। इसके चलते पुलिस की सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर है। किसी भी प्रकार की भ्रांति फैलाने वाली, भड़काउ, उकसाने वाली व अराजकता फैलाने वाली पोस्ट शेयर या फोरवर्ड की जाती है तो कानून अनुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीजीपी ने कहा कि आमजन अफवाहों पर ध्यान न दें व नवीनतम जानकारी के लिए हरियाणा पुलिस की वेबसाइट व ट्विटर हैंडल को फाॅलो करें।