अजीत सिन्हा की रिपोर्ट / नई दिल्ली
दिल्ली में टिड्डियों के दल को प्रवेश करने के खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने डेवलेपमेंट कमिश्नर, डिविजनल कमिश्नर और एग्रीकल्चर डायरेक्टर के साथ बैठक कर टिड्डियों को भगाने के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी करने के लिए दिशा-निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि डीएम, एसडीएम और एमसीडी को एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है।
दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में टिड्डियों के दल के आने का खतरा है, उसे देखते हुए हमने दिल्ली के डेवलपमेंट कमिश्नर, डिविजनल कमिश्नर और एग्रीकल्चर डायरेक्टर समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की है। हमने बैठक में सारी चीजों का जायजा लिया है। अभी जानकारी मिल रही है कि टिड्डियों का एक बड़ा दल धीरे-धीरे पलवल की ओर बढ़ रहा है, लेकिन उसकी एक छोटी सी टुकड़ी दिल्ली के बॉर्डर पर जसोला भाटी की तरफ प्रवेश की है। वहां पर हमारे वन विभाग का पूरा क्षेत्र है। इसे देखते हुए हमने वन विभाग को तुरंत दिशा निर्देश जारी कर दिया है।वहां पर ढोल, ड्रम और डीजे बजाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जो भी कदम उठाए जा सकते हैं, जिससे की टिड्डियों का दल भाग जाए, उसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया जाए। साथ ही साथ, वहां पर केमिकल के छिड़काव के लिए निर्देश दिए गए हैं। आज बैठक में निर्णय लिया गया कि दक्षिणी और दक्षिण- पश्चिमी जिले के जिलाधिकारियों को डिविजनल कमिश्नर के माध्यम से निर्देश दिया गया है और इन जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। उनसे कहा कि वे अपने यहां पर अभी से तैयारियां पूरी करके रखें। इसके अलावा, एग्रीकल्चर विभाग की तरफ से एक एडवाइजरी भी जारी की गई है। दिल्ली के सभी डीएम, एसडीएम और एमसीडी सहित सभी अथॉरिटी को दिल्ली सरकार की तरफ से तत्काल एडवाइजरी जारी की जा रही है।
कैबिनेट मंत्री ने गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में अभी टिड्डियों की जो टुकड़ी आई है, वह बहुत छोटी टुकड़ी है। हम पूरी स्थितियों पर नजर रखे हुए हैं। दक्षिणी दिल्ली और दक्षिणी- पश्चिमी दिल्ली को हमने हाई अलर्ट पर रख दिया है। अभी हवाओं का जो रुक है, वह साउथ की तरफ जा रहा है। अगर हवा में कोई बदलाव आता है, तो शायद दिल्ली की तरफ इनका रुख बदल सकता है। इसलिए पूरी स्थितियों को मॉनिटर किया जा रहा है। इसके लिए हमने अपने डेवलपमेंट कमिश्नर को नियुक्त किया है। हम केंद्र सरकार के अधिकारियों के संपर्क में भी रहेंगे, ताकि हरियाणा में टिड्डियों के आवागमन में बदलाव आता है, तो हम उसके लिए तैयार रहेंगे और समय रहते कार्रवाई करेंगे।
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एडवाइजरी जारी कर जिलाधिकारियों को यह कार्य करने के दिये निर्देश
केमिकल का नाम डोज/हेक्ट प्रति हेक्टेयर पानी का मिश्रण
मेलाथियान 50% 1850 500 लीटर
मेलाथियान 25% 3700 500 लीटर
क्लोरोपायरिफास 20% 1200 500 लीटर
क्लोरोपायरिफास 50% 500 500 लीटर
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सभी जनपदों को जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी जिलाधिकारी हाई अलर्ट पर रहेंगे और अपने जिला फायर विभाग से सामंजस्य बना कर रखेंगे, ताकि जरूरत पड़ने पर रसायन के घोल का छिड़काव जारी दिशा निर्देश के मुताबिक किया जा सके।
इसके अलावा, जिलाधिकारियों को सलाह दी गई है कि वे गांवों में मुनादी कराने के लिए स्टाफ की तैनाती करें और ग्रामीणों को गाइड करें। ग्रामीण ड्रम, तेज आवाज में म्यूजिक, डीजे, पटाखे और नीम की पत्ती आदि जलाकर भी टिड्डियों को भगाने का प्रयास करें।
इसके अलावा टिड्डियों से बचने के लिए यह निम्न कदम भी उठाने के निर्देश दिए गए हैं-
1-दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखें
2-पौधों को प्लास्टिक से ढंक कर रखें।
3- टिड्डियों का झुंड दिन में उड़ता है और रात में आराम करता है, उन्हें रात के समय आराम न करने दें।
4- रात के समय मेलाथियान और क्लोरोपायरिफास के छिड़काव से लाभदायक होगा, छिड़काव के समय सुरक्षा के लिए पीपीई किट पहन कर रखें।