अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
हिसार:सांसद दुष्यंत चौटाला ने सीएम सिटी करनाल में छात्र-छात्रों पर लाठियां और गोलियां चलाने की घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए इसकी कड़ी भत्र्सना की है। उन्होंने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि हरियाणा के इतिहास में अब तक जिनती बार प्रदेश की निहत्थी जनता पर बार गोलियां मनोहर लाल खट्टर सरकार ने चलवाई है, उनती बार गोलियां किसी के शासनकाल में नहीं चली। सरकारी आंकड़े गवाह हैं कि विभिन्न घटनाओं में अब तक प्रदेश में सरकारी राइफल-बदूंक से गोलियां बरसा कर 80 से ज्यादा निहत्थे लोगों की जान ली जा चुकी है। मनोहर लाल खट्टर सरकार में प्रदेशवासियों की गोली से जान लेने का साढ़े चार साल आंकड़ा प्रदेश बनने के बाद 45 वर्ष के अन्य सभी घटनाओं के आंकड़ों भी अधिक है। वहीं सांसद दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी के चुनाव निशान और आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह झाडू की माला पहनाने के सीएम के बयान पर भी पलटवार किया।
युवा सांसद ने कहा कि शुक्रवार को एक बार फिर देश-प्रदेश के भविष्य बनाने वाले विद्यार्थियों पर सीएम सिटी में गोलियां बरसा कर उनकी जान लेने की कोशिश की गई। पिछले साढ़े चार वर्ष की विभिन्न घटनाओं के आंकड़ों से साबित हो गया है कि प्रदेश की जनता पर गोलियां बरसवाना सीएम मनोहर लाल खट्टर का एक शगल बन गया है और आमजन पर गोलियां और लाठियां चलवाने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते। दुष्यंत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल किया कि करनाल में छात्र छात्राओं के साथ आतंकवातियों जैसा बर्बाव क्यों किया गया,जबकि विद्यार्थी बस स्टॉप जैसी मूलभूत सुविधा की मांग ही तो कर रहे थे,वे कोई सीएम की कुर्सी थोड़े ही मांग रहे थे जिससे कि उनपर गोलियां और लाठियां चलाने की नौबत आ पड़ी। सीएम बताए क्यों उन पर गोलियां और लाठियां चलाई गईं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को सत्ता का कुछ ज्यादा ही नशा हो गया है।हरियाणा की जनता ने पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा पर विश्वास करके सत्ता की कुर्सी सौंपीं थी सत्ता में आते ही यदि जनता के साथ छलावा शुरू कर दिया, जनता पर गोलियां -लाठियां बरसाई जाती हैं। दुष्यंत ने कहा कि प्रदेश की जनता को कुर्सी पर बैठाना जातनी है तो उन पर जुल्म करने पर कुर्सी छीनना भी बखूबी जानती है।
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….सीएम साहब बस इतना समझ लिजिए कि चप्पल कांटों से बचाने के काम आती है न कि माला बनाने के
सांसद दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी के चुनाव निशान और आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह झाडू की माला पहनाने के बयान पर सीएम पर तंज कसा है। ..सीएम साहब बस इतना समझ लिजिए कि झाडू सफाई करने और चप्पल कांटे बचाने के काम आती है न कि माला बनाने के। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री ऐसा करके आम, गरीब, पिछड़े और अनुसूचित जाति, किसान, कमेरे और मजदूर वर्ग का मखौल उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस झाडू को माला बना कर गले की बात कह रहे हैं, …सीएम साहब इसी झाडू को पकड़ कर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हाथ में पकड़ कर सफाई अभियान चलाया था और यह झाडू सफाई कर्मचारी की रोजी-रोटी है। झाडू को सफाई के काम में प्रयोग किया जाता है और चप्पल का काम पांव को कांटों और दुविधाओं से बचाने का है,न कि गले का हार बनाने। सीएम साहब , गरीबों की रोजी-रोटी झाडू और किसान, कमेरे वर्ग, मजदूूर और गरीब वर्ग को कांटों से बचाने वाली चप्पलों का मजाक न उड़ाएं। आज दुष्यंत चौटाला हिसार जिले के आदमपुर हलके के गांव बालसंमद सहित अन्य गांवों में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित कर रहे थे। गांवों में पहुंचने पर दुष्यंत चौटाला का जोरदार स्वागत किया गया। कहीं पर दुष्यंत चौटाला ने ऊंट रेहड़ी की सवारी की तो कहीं मोटरसाइकिल चलाया।