अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ: हरियाणा पुलिस की एसटीएफ टीम ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए केंटर में उड़ीसा से हिसार सप्लाई की जा रही एक टन गांजापत्ति जब्त करने में सफलता प्राप्त की है। केंटर के साथ एक व्यक्ति को मौके से काबू किया गया है। बरामद गांजापत्ति की स्थानीय बाजार में कीमत करीब सवा करोड़ रूपये है। मामलें की गहनता से जांच जारी है। एसटीएफ रोहतक एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि दिनांक 26 जनवरी को एसटीएफ हिसार की टीम को सूचना मिली कि झज्जर में बाईपास के पास एक केंटर है जिसमें भारी मात्रा में नशीला पदार्थ भरा हुआ है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए निरीक्षक पवन ने स.उप.नि. नरेश कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर रवाना किया।
एसटीएफ टीम ने झज्जर रोड़ बाईपास सांपला रोड़ फ्लाईऑवर नजदीक गांव सुर्खपुर बस स्टॉप के सामने शहर झज्जर की तरफ वाली सड़क से केंटर नम्बर HR-65A-9707 को काबू किया। केन्टर के पास खड़े व्यक्ति एसटीएफ टीम को देखकर मौके से फरार हो गए। एसटीएफ टीम ने मौके से एक व्यक्ति काबू किया पुछताछ पर जिसकी पहचान सुरजीत उर्फ जीतू पुत्र राधेश्याम निवासी बुढ़ाखेड़ा जिला हिसार को काबू किया। नियमानुसार केंटर की तलाशी ली गई तो केंटर से 1000 किलोग्राम गांजापत्ती बरामद हुई है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना शहर झज्जर में मुकदमा नंबर 31/2020 अंकित किया गया। बरामद गांजापत्ति व केंटर को कब्जा पुलिस में लिया गया। आरोपी सुरजीत उर्फ जीतू को गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी सुरजीत अपने साथी रामबीर निवासी किरोड़ी जिला हिसार (केंटर कंडक्टर), राममेहर निवासी मतलोड़ा हिसार, अनिल निवासी बरवाला हिसार व सुबे सिंह निवासी किरोड़ी हिसार (केंटर चालक) के साथ मिलकर नशे की बड़ी खेप को हिसार लेकर जा रहे थे।
जांच में सामने आया कि आरोपी पहले भी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ लाए थे। बरामद गांजापत्ति विशाखापट्टनम में केंटर में लोड़ की गई है। गांजापत्ति के सप्लायर द्वारा उडीसा से गांजापत्ति लाई गई है। उडीसा से विशाखापट्टनम लाकर गांजापत्ति को आरोपियो को दिया गया है। आरोपी करीब 2/3 महीने में एक बार बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ लाते है। आरोपी राममेहर नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार का मुख्य आरोपी है। बरामद गांजापत्ति में राममेहर व उसके साथियो का हिस्सा है। नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वाला बड़ा गिरोह है जो नशीले पदार्थों को हिसार व आस-पास के साथ लगते एरीया में सप्लाई करता है। केंटर में गांजापत्ति के 50 कट्टो थे जो प्रत्येक कट्टे में 20 किलो गांजापत्ति है। गांजापत्ति को छिपाने के लिए केटंर में पीछे पेंट व थिनर के डिब्बे लोड कर रखे थे।