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दिल्ली नई दिल्ली

सीएम अरविंद केजरीवाल का एतिहासिक एलान, जिन लोगों की कोरोना से मौत हुई, उनके परिवार को 50 हजार दिए जाएंगे

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी के दौरान जान-माल का नुकसान उठा रहे दिल्ली के निवासियों को राहत देने के लिए आज चार एतिहासिक योजनाओं का एलान किया। सीएम ने घोषणा की कि जिन लोगों की कोरोना से मौत हुई है, उनके परिवार को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं, जिन परिवारों में कमाने वाले व्यक्ति की मौत हुई है, उनको मुआवजा के साथ 2500 रुपए महीना पेशन भी मिलेगी। कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चों को 25 साल की उम्र तक 2500 रुपए महीना पेंशन दी जाएगी और पढ़ाई भी मुफ्त होगी। सीएम ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन के चलते गरीबों को चारों तरफ से मार झेलनी पड़ रही है। इसलिए सभी राशन कार्ड धारकों के साथ ही बिना राशन कार्ड वालों को भी राहत देने के लिए मुफ्त राशन दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि आप सोच रहे होंगे इतनी बड़ी-बड़ी घोषणाओं के लिए पैसा कहां से आएगा? छह साल पहले आप लोगों ने एक ईमानदार सरकार चुनी थी। पिछले 6 साल से हमने रिश्वतखोरी और फिजूलखर्ची खत्म कर दी है। हम जहां से भी पैसा निकल सकते थे, वहां से पैसे निकाल कर हमने अपने दिल्ली के लोगों के लिए इन योजनाओं की घोषणा की है। मुसीबत की घड़ी में आप हमेशा मुझे अपने साथ खड़ा पाएंगे, यह मेरा फर्ज है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना के प्रकोप से जूझ रहे दिल्ली के निवासियों को राहत देने के लिए चार महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की इस महामारी के दौरान एक आम आदमी को चारों तरफ से मार पड़ रही है। कोरोना की वजह से लाॅकडाउन लगाना पड़ा। लॉकडाउन की वजह से लोगों के रोजगार खत्म हो गए। कई लोग ऐसे हैं, जिनके घर में खाने की भी दिक्कत हो रही है, राशन की दिक्कत हो रही है। जिनके घर में कोरोना हो जाता है, उनको 10 तरह की समस्याएं होती हैं। उनको बीमार आदमी को लेकर अस्पताल जाना पड़ता है। सरकारी अस्पतालों में तो इलाज मुफ्त है, लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में अच्छा खासा पैसा लग जाता है। बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिनके घर में अपने लोगों की मौत हो गई। उनके घर में जो कमाने वाले थे, उनकी मौत हो गई। अब घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा। कई बच्चे ऐसे हैं, जिनको मैं जानता हूं कि जिनके दोनों मां-बाप चले गए। कई बुजुर्ग ऐसे हैं, जिनके कमाने वाले बच्चे चले गए। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि दिल्ली के दो करोड़ लोग हम सब एक परिवार हैं। पिछले कुछ दिनों से हम लोग इस पर मंथन कर रहे थे कि किस तरह से इस वक्त हम लोगों की समस्याओं को दूर कर सकें। आज विचार मंथन के बाद हम लोग चार घोषणाएं करने कर रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि हम लोग यह जो चार कदम उठाने जा रहे हैं, इससे लोगों को इस मुसीबत के वक्त काफी राहत मिलेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहली घोषणा के बारे में कहा कि दिल्ली में 72 लाख लोग ऐसे हैं, जिनके पास राशन कार्ड है। जिनके पास राशन कार्ड है, उनको सरकार हर महीने 5 किलो राशन देती है। इसमें 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल होता है। सरकार हर महीने यह जो 5 किलो राशन देती है, तो उनसे थोड़े बहुत पैसे लिए जाते हैं। लेकिन इस महीने यह राशन उनको फ्री दिया जा रहा है। किसी से पैसे नहीं लिए जाएंगे। इसके अलावा,5 किलो और राशन केंद्र सरकार से प्रधानमंत्री की योजना के तहत दिया जा रहा है। यह राशन भी मुफ्त दिया जाएगा। इस तरह, इस महीने हर राशन कार्ड धारक को 10 किलो राशन मिलेगा, जो कि मुक्त होगा। इसमें 5 किलो दिल्ली सरकार की तरफ से मिलेगा और 5 किलो राशन केंद्र सरकार की तरफ से मिलेगा। सीएम ने आगे कहा कि दिल्ली में केवल 72 लाख राशन कार्ड धारक हैं। केंद्र सरकार ने हर राज्य का एक कोटा तय किया हुआ है कि किस राज्य में कितने राशन कार्ड धारक होंगे। इसलिए दिल्ली में नए राशन कार्ड अभी नहीं बन सकते हैं। जबकि दिल्ली में कई ऐसे लोग हैं, जो गरीब है, लेकिन उनका कार्ड नहीं बन पाया, क्योंकि दिल्ली का राशन का कोटा खत्म हो गया है। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन लोगों को भी दिल्ली सरकार अब राशन देने जा रही हैं। जो लोग भी कहेंगे कि हम गरीब हैं, हमें राशन चाहिए, उन लोगों को राशन दिया जाएगा। पिछले साल भी जब पहली लहर आई थी, तब हमने नाॅन पीडीएस वालों को राशन दिया था। जिस तरह से पिछली बार राशन दिया गया था, उसी तरह से इस बार भी जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन लोगों को राशन दिया जाएगा। यह दो-चार दिनों के अंदर लागू हो जाएगा और आप को राशन मिलना चालू हो जाएगा। इसमें कोई इनकम सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं होगी। जो भी कहेगा कि मैं गरीब हूं, मुझे राशन चाहिए, उसे राशन दिया जाएगा। 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दूसरी घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली में ऐसे कई लोग हैं, जिन लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है। उन सभी लोगों से हमारी सहानुभूति है। हम समझ सकते हैं कि जब किसी अपने की मौत हो जाती है, तो परिवार पर कितनी बड़ी गाज गिरती है। आपकी इस क्षति को हम पूरा तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में हम आपकी थोड़ी सी मदद कर सकते हैं। ऐसे हर परिवार को, जिनके यहां कोरोना की वजह से मौत हुई है, उन्हें 50-50 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि तीसरा निर्णय यह है कि ऐसे कई परिवार हैं, जिनके यहां कमाने वाले व्यक्ति की मौत हो गई। वह व्यक्ति कमाता था और हर महीने घर में कुछ लेकर आते थे। उन्हीं की वजह से परिवार चलता था। ऐसे परिवार, जिनमें कमाने वाले व्यक्ति की मौत हो गई है, उन्हें 50 हजार रुपए मुआवजे के साथ-साथ 2500 रुपए महीना पेंशन भी दी जाएगी। अगर पति की मौत हुई है, तो वह पेंशन पत्नी को मिलेगी। अगर पत्नी की मौत हुई है तो वह पेंशन पति को मिलेगी। अगर कोई व्यक्ति विवाहित नहीं था, तो वह पेंशन उसके मां-बाप को मिलेगी, लेकिन ऐसे हर परिवार को ढाई हजार रुपए महीना पेंशन दी जाएगी, जिनके परिवार में कमाने वाले व्यक्ति की मौत हुई है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने चौथी घोषणा करते हुए कहा कि ऐसे बच्चे, जिनके दोनों मां-बाप की मौत हो गई है,उन दोनों मां-बाप की चाहे कोरोना से मौत हुई है या ऐसे भी परिवार हो सकते हैं, जिनमें मां-बाप में से किसी एक की पहले ही मौत हो चुकी थी और दूसरे की अब कोरोना से मौत हो गई है। अर्थात दोनों में से किसी एक की कोरोना से मौत हुई हई है और बच्चे अब अनाथ हो गए हैं। ऐसे हर एक बच्चे को 25 साल की उम्र तक ढाई-ढाई हजार महीना दिया जाएगा। साथ ही, उन बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। हमने यह काफी सोचा कि किस-किस तरह से हम अपने दिल्ली के लोगों की कोरोना की इस कठिन परिस्थिति में मदद कर सकते हैं। उसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार यह चार अहम कदम उठा रही है। कैबिनेट से इसको पास करा कर अगले कुछ दिनों के अंदर इसे लागू कर दिया जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप सोच रहे होंगे कि आज इतनी बड़ी-बड़ी घोषणाएं की हैं, तो इसके लिए पैसा कहां से आएगा? छह साल पहले दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई थी। पिछले छह साल में हम हर सरकारी काम में रिश्वतखोरी भी नहीं होने देते हैं, उससे पैसा बचाते है।ं फिजूलखर्ची भी नहीं होने देते हैं और उससे भी पैसा बचाते हैं। पिछले चार-पांच दिन के अंदर मैंने, मेरे मंत्रियों और मेरे अफसरों ने बैठकर इस पर काफी विचार मंथन किया। इस वक्त हमारे लोग मुसीबत में हैं। इस मुसीबत में अगर हम अपने लोगों के काम नहीं आएंगे, तो फिर क्या फायदा है। हमने देखा कि कहां-कहां से हम पैसा बचा सकते हैं। किन-किन चीजों से पैसा निकाल सकते हैं। उन सब चीजों से पैसा निकाल कर हम यह चार महत्वपूर्ण योजनाएं दिल्ली के लोगों के लिए लेकर आए हैं। हम एक ही चीज आपसे कहना चाहते हैं कि मैं समझता हूं कि आप मुसीबत में हैं। आप जब भी कभी मुसीबत में होंगे, आप हमेशा मुझे अपने साथ खड़ा पाएंगे। मेरा फर्ज है कि अगर आप कभी भी मुसीबत हैं, तो मैं आपकी मदद करूं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि यह जो इतनी मुश्किल घड़ी हमारे सामने आई है, दिल्ली के दो करोड़ लोग एक परिवार मिलकर इसका मुकाबला करेंगे और हमारी जीत अवश्य होगी।

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