अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
कोतवाली बादलपुर ने गौतमबुद्ध नगर में चल रहे ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग का भंडाफोड कर तीन महिलाएं सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है.जबकि अपहरण गैंग के पांच आरोपित अभी फरार हैं. पुलिस ने थाना बादलपुर से 15 दिन पहले अपहृत हुई किशोरी को बरामद कर लिया है। इस गैंग की महिलाएं घर के आसपास नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाती थीं। आरोप है कि किशोरियों को बहला-फुसलाकर उनका अपहरण कर गैंग के दूसरे व्यक्तियों की मदद से हरियाणा पहुंचाती थीं। गैंग के सदस्य मोटी रकम में सौदा कर अपहृत किशोरी की शादी करा देते हैं। गांव से अपहृत की गई किशोरी को इस गिरोह ने 70 हजार रुपए में बेचा था। पुलिस ने खरीदार को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के गिरफ्त में खड़ी गुड़िया उर्फ नाजरीन, किरण, नौशाद, नवाब, रूप किशोर भूपेंद्र ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग के सद्स्य है किशोरियों को बहला-फुसलाकर उनका अपहरण कर मोटी रकम में सौदा कर उनकी शादी कराते है. डीसीपी महिला एवं बाल सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने बताया कि गत 26 दिसंबर को गांव निवासी एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि घर के बाहर खेलते समय उसकी 12 वर्षीय लड़की लापता हो गई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर किशोरी की तलाश करना शुरू कर दी। तफतीश के दौरान पता चला कि पूजा नाम की महिला गांव में किराए के मकान में रहती थी। आरोप है कि पति के साथ मिलकर उसने गांव से किशोरी का अपहरण कर लिया। अपने गैंग की गुड़िया उर्फ नाजरीन, किरण, नौशाद, नवाब, रूप किशोर की मदद से किशोरी को भूपेंद्र निवासी रोहतक हरियाणा के मकान में ले जाकर रखा।
वृंदा शुक्ला ने बताया कि आरोपित सुनील, धर्मराज व कबूल के माध्यम से जसबीर को सत्तर हजार रुपये में बेच दिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खरीदार जसबीर निवासी बड़ोदा हरियाणा, नाजरीन निवासी बाबूगढ़ छावनी हापुड़, पूजा निवासी गुन्नोर जिला संभल, किरण निवासी गोहना सोनीपत हरियाणा, सुनील व धर्मराज निवासी रोहतक हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गिरोह के सदस्य नौशाद निवासी हापुड़, नवाब निवासी विजयनगर गाजियाबाद, रूप किशोर निवासी संभल, भूपेंद्र निवासी रोहतक हरियाणा, कबूल निवासी रोहतक हरियाणा फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश डाल रही है।नाबालिग लड़कियों और बच्चों का अपहरण करने वाला गिरोह दिल्ली- एनसीआर में सक्रिय है, पुलिस ने बताया कि गुड़िया का पति नौशाद, पूजा का पति रूप किशोर अपनी पत्नियों द्बारा अपहृत की गई किशोरियों को गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचाने का काम करते थे। किशोरियों को हरियाणा स्थित गैंग के सुपुर्द किया जाता था। वहां पर उनकी बोली लगाकर बेचा जाता था और शादी करा दी जाती थी।
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