अजीत सिन्हा /नई दिल्ली
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने आज कर्नाटक के बीदर जिले में स्थित गोराटा गांव में 103 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया और गोराटा शहीद स्मारक एवं सरदार पटेल मेमोरियल का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे अविस्मरणीय क्षण बताते हुए कहा कि इसी गोराटा गांव में ढाई फीट ऊंचे तिरंगे को लहराने पर सैंकड़ों लोगों को एक क्रूर और निर्दयी निजाम की सेना ने मार डाला था। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमने उसी जमीन पर कोई न छू पाए, इतना बड़ा 103 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया है। ज्ञात हो कि श्री शाह आज कर्नाटक प्रवास पर हैं, जहाँ वे कई कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री बीएस येदियुरप्पा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कटील, केंद्रीय मंत्री भगवंत खुबा, तेलंगाना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार, भाजपा के वरिष्ठ नेता एटला राजेंद्र सहित कर्नाटक सरकार में कई मंत्री, भाजपा के कई सांसद और भारी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। इसके बाद शाह ने रायचूर में लगभग 4500 करोड़ रुपये की योजनाओं की शुरुआत
की।
शाह ने भगवान् बसवन्ना को नमन करते हुए अपने उद्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज का दिन मेरे जीवन का अत्यंत ही महत्वपूर्ण दिन है। आज जिस भूमि पर क्रूर निजामों के खिलाफ अपनी शहादत दी थी, उसी भूमि पर आज उन अमर बलिदानियों का स्मारक खड़ा है। यहां सरदार पटेल की 20 फीट ऊंची प्रतिमा देश के पहले गृह मंत्री की उस अहम भूमिका की प्रतीक है, जिसके तहत निजाम को हैदराबाद से बाहर किया गया। सरदार पटेल के पराक्रम के बल पर ही बीदर का यह क्षेत्र भारत का हिस्सा बन सका। मैं आज भारत के महान सपूत सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। मुझे इस बात का भी आनंद है क्योंकि मैंने ही 17 सितंबर 2014 को हैदराबाद मुक्ति दिवस के दिन भाजपा अध्यक्ष रहते हुए इस शहीद स्मारक का भूमिपूजन किया था। मैंने भाजपा के युवा मोर्चा को इस स्मारक को बनाने की जिम्मेदारी दी थी ताकि गोराटा के शहीदों को पूरा देश श्रद्धांजलि दे पाएं। गोराटा के इस शहीद स्मारक को तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने बनाया है लेकिन इस बार फिर से आप कर्नाटक में भाजपा की सरकार बना दीजिये, यहाँ पर 50 करोड़ रुपये की लागत से एक बहुत बड़ा स्मृति स्थान बनाएंगे और साउंड एंड लाइट प्रोग्राम शुरू करेंगे। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 1947 में देश तो आजाद हुआ लेकिन हैदराबाद, बीदर और मराठवाड़ा का इलाका क्रूर निजाम के चंगुल में था।
आज भी तेलंगाना की केसीआर सरकार हैदराबाद विमोचन दिवस मनाने में संकोच करती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम हर साल हैदराबाद विमोचन दिवस मनाएंगे। पिछले वर्ष भी हमने तेलंगाना में हैदराबाद विमोचन दिवस मनाया था, इस साल भी पूरे जोश और उत्साह से मनाएंगे और हमारी सरकार आने के बाद 50 करोड़ रुपये की लागत से यहाँ स्मारक बनाने के बाद गोराटा में हैदराबाद विमोचन दिवस बनाएंगे। शाह ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से तुष्टिकरण की राजनीति करती है। कांग्रेस की सरकारों ने वोट बैंक की लालच में हैदराबाद मुक्ति आंदोलन में भाग लेने वाले शहीदों और सेनानियों के सम्मान में कुछ भी नहीं किया। सरदार पटेल न होते तो हैदराबाद आजाद न हो पाता, बीदर भी क्रूर निजाम के चंगुल से मुक्त न हो पाता। भाजपा तुष्टिकरण में यकीन नहीं रखती। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार ने अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए 4 प्रतिशत माइनॉरिटी आरक्षण लागू किया था, भाजपा की बसवराज बोम्मई सरकार ने उस आरक्षण को ख़त्म करते हुए इसकी जगह पर 2 प्रतिशत आरक्षण वोक्कालिगा और 2 प्रतिशत शैव एवं लिंगायत को देने का कार्य किया। एससी आरक्षण को भी 17 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। माइनॉरिटी आरक्षण संविधान सम्मत नहीं था क्योंकि संविधान में धर्म के आधार पर किसी को भी आरक्षण देने का प्रावधान नहीं है। कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति के कारण माइनॉरिटी को रिजर्वेशन दिया था। अब भाजपा की कर्नाटक सरकार ने वोक्कालिगा और लिंगायत को आरक्षण का लाभ देकर इनका कल्याण किया है। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जी को बहुत- बहुत बधाई देता हूँ। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस कभी भी कर्नाटक का भला नहीं कर सकती। उन्हें बस एक एटीएम चाहिए जिससे हर रोज कार्ड डालते ही पैसा आये और उसे दिल्ली भेजा जा सके। कांग्रेस की सरकार ने कर्नाटक को कांग्रेस का एटीएम बना दिया था। कर्नाटक की जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार को सहन नहीं कर सकती, कर्नाटक को कांग्रेस का एटीएम बनते नहीं देख सकती क्योंकि उन्हें पता है कि कर्नाटक का विकास केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है। कांग्रेस ने जहां जहाँ सरकार चलाई, वहां-वहां भ्रष्टाचार किया। गत विधानसभा चुनाव में येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा को कर्नाटक में 104 सीटें आई थी, बहुमत से कुछ सीटें कम रह गई थी। जैसे ही हम बहुमत से थोड़े पीछे हुए, जेडीएस वाले कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए। उसे विधान सभा चुनाव में सबसे कम सीटें मिली लेकिन वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर जाकर बैठ गए। जेडीएस और कांग्रेस एक ही थैले के चट्टे- बट्टे हैं, एक ही सिक्के के दो पहली हैं जो केवल और केवल भ्रष्टाचार करने में यकीन रखते हैं। शाह ने कहा कि येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने से पहले इस कसेहतर को हैदराबाद-कर्नाटक कहा जाता था। गुलामी की इस निशानी को कांग्रेस ने आगे बढ़ाया। गुलामी की इस निशानी को येदियुरप्पा ने ख़त्म कर इस इलाके को कल्याण कर्नाटक का नाम दिया। उन्होंने यहाँ के विकास के लिए 3,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया। इस बार के बजट में बसवराज बोम्मई ने कल्याण कर्नाटक के विकास के लिए 5,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कुछ भी कह ले लेकिन हमारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने कई मुद्दे सुलझाए हैं। नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपर भद्रा परियोजना के लिए 5300 करोड़ रुपये दिए, अपर कृष्णा परियोजना के लिए 5000 करोड़ रुपये दिए, कलसा-बंदूरी परियोजना और पेय जल की परियोजनाओं को शुरू किया तथा महादायी मुद्दे का भी समाधान किया।
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