अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: हरियाणा सरकार में आबकारी एवं कराधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) श्री अनुराग रस्तोगी ने कहा कि ग्राम संरक्षक योजना के तहत गांव बहोड़ा कलां को मैंने नही अपितु गांव ने मुझे गोद लिया है। उन्होंने कहा कि जीवन में कोई व्यक्ति कितनी ही ऊंचाई पर पहुँच जाए उसे अपनी जड़ों को कभी नही भूलना चाहिए। ऐसे में समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति तक विकास को ले जाना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। एसीएस रस्तोगी आज प्रदेश सरकार की ग्राम संरक्षक योजना के तहत स्वयं द्वारा गोद लिए गांव बहोड़ा कलां में किए जा रहे विकास कार्यो की समीक्षा करने पहुँचे थे। उनके इस दौरे में गुरुग्राम जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव व अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा भी उनके साथ थे। एसीएस रस्तोगी ने सर्वप्रथम गांव में पहुंचकर स्कूली बच्चों का मार्गदर्शन करने उपरान्त गुरुग्राम जिला के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्कूल के खेल मैदान में पीपल का पौधा लगाकर जिला में चलाए जा रहे पौधागिरी अभियान में अपना योगदान दिया। इस दौरान स्कूली बच्चों ने भी ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण का सार्थक संदेश देने के लिए स्कूल के खेल मैदान की बाउंड्री पर करीब सौ पौधे
लगाए।
एसीएस रस्तोगी ने ग्रामीणों के समक्ष ही गांव में होने वाले विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि गांव में स्थित तीनों तालाबों का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण का कार्य तीन चरणों में कराया जाए। जिसमें पहले चरण में गांव के पानी की निकासी के लिए तालाब के नजदीक ही अतिरिक्त टैंक बनाया जाए। उसके उपरान्त दूसरे चरण में दिसंबर व जनवरी माह में तालाब की खुदाई करवाई जाए व अंतिम चरण में उसकी चारदीवारी व अन्य सौंदर्यीकरण के कार्य करवाए जाए। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान ने उन्हें बताया कि गांव में तीनों तालाबों के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। तीनों तालाबों के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के कार्य पर करीब सवा करोड़ के खर्च का एस्टीमेट तैयार किया गया है। शिवधाम योजना के तहत डी प्लान में मंजूर हुआ शमशान घाट का रास्ता, चारदीवारी व टीन शेड समीक्षा के दौरान एसीएस रस्तोगी द्वारा शिवधाम योजना के तहत गांव में होने वाले विकास कार्यों के बारे में पूछने पर अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने उन्हें बताया कि गांव की चैनपुरा पट्टी से संबंधित श्मशान घाट के रास्ते को पक्का करने व अमर की ढाणी के नजदीक स्थित शमशान घाट की चारदीवारी व टीन शेड तैयार करने के लिए डी प्लान से होने वाले विकास कार्यो की सूची में जोड़ दिया है। जिसके तहत जल्दी ही धरातल पर विकास कार्यों की शुरुआत होगी।
इसके साथ साथ गांव की आंगनबाड़ी में ओपन जिम का प्लेटफॉर्म बनाने के लिए तीन लाख रुपये की राशि मंजूर की जा चुकी है। गौरतलब है कि एसीएस श्री रस्तोगी ने मई माह में अपने पिछले दौरे में गांव की सभी प्रमुख समस्याओं को स्वयं पैदल चलकर निरीक्षण करने उपरान्त जिला उपायुक्त को इस दिशा में सभी आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। जिसमें यह उपरोक्त दोनों कार्य भी शामिल है। एसीएस रस्तोगी के समक्ष ग्रामीणों ने बताया कि गांव की नब्बे प्रतिशत जमाबंदी में खामियां है जिसको ठीक कराने के लिए ग्रामीणों को दिन प्रतिदिन तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। रस्तोगी ने ग्रामीणों की इस समस्या पर संज्ञान लेते हुए पटौदी की तहसीलदार रीटा ग्रोवर से जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि गांव में करीब दो हजार बदर बननी है। जोकि एक पटवारी द्वारा बनाना संभव नहीं है। इस पर रस्तोगी ने अतिरिक्त उपायुक्त मीणा से कहा कि वे गांव बहोड़ा कलां में जमाबंदी सुधार के लिए एक नियमित पटवारी व तीन सेवानिवृत्त पटवारी की नियुक्ति कर इस कार्य को जल्द से जल्द करवाना सुनिश्चित करें। एसीएस रस्तोगी ने ग्रामीणों की मांग पर पिछले दौरे में गांव के सरकारी स्कूल में कंडम हो चुकी पुरानी इमारत को तोड़कर वहां 50 बाई 30 फ़ीट की दो मंजिला इमारत बनाने के निर्देश दिए थे। जिसके तहत भवन को तोड़ने का कार्य पूरा हो चुका है व जल्दी ही इसकी आधारशिला भी रखी जायेगी। श्री रस्तोगी ने स्कूल में होने वाले इस विकास कार्य के लिए अपनी ओर से स्कूल प्रबंधन को ₹51 हजार की राशि का चेक भी भेंट किया। गौरतलब है कि लाइब्रेरी के लिए बनने वाले भवन के प्रथम तल पर हॉल व द्वितीय तल पर लाइब्रेरी की स्थापना की जाएगी। एसीएस रस्तोगी के इस समीक्षा दौरे में ग्रामीणों ने उन्हें गांव के नजदीक बने कूड़ाघर, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, आंगनवाड़ी केंद्रों सहित स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित समस्याओं से भी अवगत कराया जिस पर उन्होंने संबधित अधिकारियों को इस दिशा में उचित कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि हम सभी इस समाज के भीतर से निकले है ऐसे में हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि हम समाज के लिए अपने स्तर पर क्या बेहतर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें समय समय पर गांव में विकास के लिए कार्यान्वित परियोजनाओं की समीक्षा करने के साथ ही गांव में विकास से जुड़ी परियोजना में आ रही बाधाओं को भी दूर करना होगा।
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