अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:केजरीवाल सरकार कोंडली इलाके में विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस शानदार स्कूल बनाएगी। शुक्रवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने मयूर विहार फेज तीन में नई स्कूल बिल्डिंग का शिलान्यास किया। 2002 से इस स्कूल में पोर्टा केबिन में बने क्लासरूम में बच्चे पढ़ रहे थे, जिन्हें पास के स्कूलों मे शिफ्ट कर यहां नई बिल्डिंग बनाई जा रही है, जहां 50 क्लास रूम, 5 लैब, 3 लाइब्रेरी, एक्टिविटी रूम समेत सभी सुविधाएं होंगी। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये लोग जितने समन भेजेंगे, मैं उतने स्कूल बनाऊंगा। इन लोगों का धर्म फर्जी केस बनाना, समन भेजना है और स्कूल, अस्पताल बनाना, लोगों की सेवा करना मेरा धर्म है। आज दिल्ली और पंजाब को छोड़कर देश में कहीं भी स्कूलों पर काम नहीं चल रहा है। भाजपा की केंद्र सरकार ने दिल्लीवालों के लिए कुछ अच्छा काम नहीं किया। ये लोग न खुद कुछ करते हैं और न मुझे करने देते हैं। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी, स्थानीय विधायक कुलदीप कुमार व अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।
कोंडली विधानसभा के मयूर विहार फेज तीन में स्कूल बिल्डिंग का शिलान्यास करने पहुंचे सीएम अरविंद केजरीवाल का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। सीएम ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और नारियल फोडकर स्कूल की नई बिल्डिंग बनाने की नींव रखी। इस दौरान उन्होंने नाम गवर्नमेंट गर्ल्स एवं ब्यॉज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के नाम पट्टिका का अनावरण किया। सीएम ने नई बिल्डिंग के मॉडल को भी देखा और अफसरों से बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के बारे में जाना। बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया और सीएम को नवांकुर भेंट किया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार बनने से पहले 2014 सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल होता था। बच्चे स्कूल जाते थे और एक-दो घंटे बाद वापस घर आ जाते थे। स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर कुछ नहीं होता था। स्कूल की दीवारें, छत टूटी हुई होती थी। पंखे खराब पड़े होते थे। एक-दो साल बाद बच्चे के मां-बाप सोचते थे कि बच्चा समय खराब कर रहा है और स्कूल से नाम कटवा कर किसी काम में लगा देते थे। राजनीति में आने से पहले मैं परिवर्तन नामक एक एनजीओ के साथ जुड़कर दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करता था और बच्चों की पढ़ाई का बुरा हाल देखता था। तब गरीबों के बच्चों का कोई भविष्य नहीं था। गरीब आदमी कभी नहीं सोचता था कि सरकारी स्कूल में पढ़कर उसका बच्चा डॉक्टर-इंजीनियर बन जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से लगातार दिल्ली के अंदर शानदार स्कूल बनते जा रहे हैं। कुछ दिन पहले बुराड़ी में चार स्कूलों का शिलान्यास किया, उसमें 10 हजार बच्चे पढ़ेंगे। 8 फरवरी को पालम में एक नए स्कूल का शिलान्यास किया है। वहां 2500 बच्चे पढ़ेंगे। इससे पहले रोहिणी में नए स्कूल का उद्घाटन किया। वहां भी करीब 2500 बच्चे पढ़ेंगे। पिछले कुछ महीने के अंदर मैंने एक से डेढ़ लाख बच्चों के पढ़ने का इंतजाम कर दिया है। अब कोंडली के मयूर विहार फेज तीन में भी विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस शानदार स्कूल बनेगा। इससे पहले टाट पट्टी और टिन वाले स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के दिल पर क्या गुजरती होगी। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले पड़ोस के बच्चे को देखकर सोचता होगा कि मेरे मां-बाप में ही कुछ कमी है, तभी इतने गंदे स्कूल में पढ़ रहा हूं। बच्चों और उनके मां-बाप के मन में हीन भावना होती थी। एक ही घर में एक लड़का और एक लड़की है तो मां-बाप लड़के को प्राइवेट स्कूल और लड़की को सरकारी स्कूल में भेजते थे।
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