अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा : समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने बहुचर्चित श्रीकांत त्यागी प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इस मामले को सदन में भी प्रमुखता से उठाने की बात कही। सपा नेताओं ने कहा कि अगर स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा बीच में न आते तो ये मामला इतना नहीं बढ़ता।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सेक्टर-93 स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में महिला के साथ अभद्रता के मामले में 9 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रीकांत त्यागी के घर भेजा था। प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं ने श्रीकांत त्यागी के घर जाकर उनकी पत्नी और परिजनों से मुलाकात की। उसके बाद सेक्टर-29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा विधायक शाहिद मंजूर ने कहा कि श्रीकांत त्यागी ने महिला से जो अभद्रता की थी, उसके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की। लेकिन, इस दौरान पुलिस ने उसके परिजनों को बुरी तरह प्रताड़ित किया।
शाहिद मंजूर ने कहा श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी को बगैर महिला पुलिसकर्मियों द्वारा हिरासत में लिया गया और उन्हें तरह-तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। शाहिद मंजूर ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर जमकर निशाना साधा। कहा कि यह मामला इतना बड़ा नहीं था, जितना बड़ा बना दिया गया। छोटे से मामले को तूल देकर राजनीतिक फायदे के लिए कुछ लोगों ने इस प्रकरण को पेचीदा बना दिया।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने बताया कि मुलाकात के दौरान श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी व उनके परिजनों ने पुलिस द्वारा किए गए उत्पीड़न की पूरी दास्तान सुनाई। इस बाबत प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को सौंपकर इस मामले को विधानसभा सत्र में उठाए जाने की मांग करेगा। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय, वरिष्ठ नेता राजीव राय के साथ कई स्थानीय नेता मौजूद थे।
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