अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: डीसीपी विक्रम कपूर आत्महत्या मामले में आइपीएस अमिताभ ढिल्लो के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को एसआइटी के सदस्य एसीपी राजेश फौगाट और इंस्पेक्टर नरेंद्र चौहान फरीदाबाद पहुंचे। उन्होंने इस मामले में पहले से जांच कर रही टीम से फाइल ली। कुछ लोगों से बंद कमरे में पूछताछ की। उन्होंने रिमांड पर चल रहे आरोपित इंस्पेक्टर अब्दुल सईद से भी पूछताछ की। डीसीपी निवास के अंदर व बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की पुरानी फुटेज भी कब्जे में ली है। इस फुटेज के माध्यम से एसआइटी यह जानने का प्रयास कर रही है कि आत्महत्या से पहले कुछ दिनों में डीसीपी से कौन-कौन लोग मिलने आए थे। इससे पहले रविवार को खुद आइपीएस अमिताभ ढिल्लो फरीदाबाद पहुंचे थे। उन्होंने भी मामले की फाइल खंगाली थी और एसआइटी के सदस्यों को निर्देश दिए थे।
आपको बतादें कि बीते 14 अगस्त की सुबह डीसीपी विक्रम कपूर ने सरकारी आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया था। जिसमें इंस्पेक्टर अब्दुल सईद द्वारा ब्लैकमेल किए जाने की बात लिखी थी। इस सुसाइड नोट और डीसीपी के बेटे अर्जुन कपूर के बयान पर पुलिस ने इंस्पेक्टर अब्दुल सईद व सतीश मलिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। अब्दुल सईद को अदालत से चार दिन की रिमांड पर लिया गया है। मंगलवार को उसकी रिमांड पूरी हो रही है। ऐसे में पुलिस उसे अदालत में पेश करेगी। मामले की जांच के लिए पहले पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने एसीपी क्राइम अनिल कुमार यादव के नेतृत्व में एक एसआइटी बनाई थी। उस एसआइटी ने जांच के बाद बताया कि आरोपित इंस्पेक्टर अब्दुल सईद एक महिला मित्र की आड़ लेकर डीसीपी पर दबाव बना रहा था। इससे परेशान होकर डीसीपी ने आत्महत्या की। इसी दौरान इस मामले में हनीट्रैप की आशंका सोशल मीडिया पर चल पड़ी। तब डीजीपी मनोज यादव ने आइपीएस अमिताभ ढिल्लो के नेतृत्व में नई एसआइटी का गठन किया।