अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: फरीदाबाद के पल्ला के पास गणपति कॉलोनी में श्रीराम मिक्सर प्लांट के नाम से इंटरलॉकिंग मिक्सिंग का प्लांट काफी समय से अवैध रूप से चलाया जा रहा है । जिससे हो रहे प्रदूषण और उड़ती धूल से स्थानीय जनता बहुत परेशान है, लोग खाने पीने की वस्तुओं में सीमेंट उड़ उड़ कर मिल रही है जिससे वहां गंभीर बीमारियों की चपेट में काफी लोग आ चुके हैं, स्थानीय प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी ना ही इस प्लांट को बंद कराया गया और ना ही इस पर कोई कार्रवाई की गई। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर का जिन्होंने अब इस प्लांट को तुरंत बंद करवाने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन और केन्द्रीय पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित हरियाणा के मुख्य्मंत्री को पत्र लिखा है।
एडवोकेट पाराशर का कहना है कि लगभग दो महीने पहले मैंने इस प्लांट की शिकायत स्थानीय अधिकारियों से की थी और उस समय आश्वाशन मिला था कि इस प्लांट को बंद करवाया जाएगा लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई और प्लांट चलाने वाले अपना दायरा और बढ़ाते चले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में प्रदूषण विभाग के अधिकारी कुम्भकर्णी नींद में सो रहे हैं। उन्हें लाखों लोगों की समस्या नहीं दिख रही है.लोग बीमार हो रहे हैं और उनके घरों में हमेशा इस प्लांट की राख जमी रहती है और हल्की हवा चलने पर लोगों का और बुरा हाल हो जाता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की जिंदगी खतरे में है क्यू कि प्लांट से जानलेवा प्रदूषण फ़ैल रहा है। उन्होंने कहा कि आस पास की कई कालोनियों के अलांवा शहर के अन्य लोग भी इस प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। पाराशर ने मांग की है कि इस प्लांट को तुरंत बंद करवाया जाए और दोषियों पर सख्त सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए जाए तथा संबंधित अधिकारियों पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे प्लांट किसी बस्ती के पास नहीं लगने चाहिए। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर ऐसे ही नहीं बना। कई विभागों के अधिकारियों की लापरवाही के कारण बना है। उन्होंने कहा कि अधिकारी लापरवाह न होते तो ये प्लांट यहाँ न लगता।