अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अनाधिकृत क्षेत्र में रजिस्ट्री करने के मामले में नारनौल जिला में कार्यरत तत्कालीन तहसीलदार विकास सहित कई अन्य आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओ के तहत मुकद्दमा दर्ज किया है। इस मामले में अब तक चार आरोपितों विकास शर्मा, नवीन कुमार, अमीश तथा रामचंद्र की गिरफतारी की गई है। इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को वर्ष 2023 में इस मामले की जांच सौंपी गई थी। मामले की जांच पड़ताल करते हुए एसीबी की टीम ने आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओ के तहत मुकद्दमा दर्ज किया है। इस मामले में आरोपितों द्वारा फर्जी प्रोपर्टी आईडी का इस्तेमाल करते हुए अवैध रजिस्ट्रियां की जा रही थी। जांच के दौरान तहसीलदार विकास, म्युनिसिपल कमेटी के जेई विकास शर्मा, नारनौल काठमंडी के निवासी ऋषि, अनुराग, रविन्द्र जांगीर, सुभाष यादव, धीरज कुमार, नवीन कुमार, निलेश सांघी, अमीश सहित नारनौल तहसील के कई अधिकारी व कर्मचारियों तथा अन्य निजी व्यक्तियों की संलिप्तता पाई गई है।
क्या था मामला –
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष-2023 में नारनौल में कार्यरत तहसीलदार विकास ने अपने सहयोगी अधिकारियों-कर्मचारियों तथा निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर नारनौल जिला में अनाधिकृत क्षेत्र में अवैध तरीके से रजिस्ट्री कर दी। इस मामले को लेकर हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम को मामले की जांच सौंपी गई जिसमें सभी तथ्यों की गहनता से जांच पड़ताल की गई। इस मामले में एसीबी गुरुग्राम की टीम ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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