अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के अधिकारीयों की मिलीभगत से शहरी इलाके में अवैध शॉपिंग कॉम्पलेक्स, अवैध दुकानों व बेसमेंट बनाने का का धड़ल्ले से किया जा रहा हैं, बनाए जा रहे अवैध शॉपिंग काम्प्लेक्स व दुकानों को रोकने के बजाए,तोड़फोड़ विभाग के अधिकारी का बनवाने पर विश्वास हैं। क्यूंकि इन अधिकारियों को निर्माण धीन बिल्डिंग को तोड़ ने पर उनका अपना फायदा नहीं होगा। इस लिए निर्माणकर्ताओं को नोटिस देकर अपना खाना पूर्ति कर दिया हैं,यदि इस बीच में कोई बड़ा अधिकारी उनसे पूछेगा तो वह कह सकते हैं कि उन्होनें अपनी पूरी कार्रवाई की हुई हैं। हालांकि कुछ ही दिन पहले इसी कार्यालय का एक कर्मचारी अवैध निर्माण के एवज में 30000 रूपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किया था।
ओल्ड फरीदाबाद के बसेलवा कालोनी स्थित बाईपास रोड नजदीक पंजाब नेशनल बैंक के पास एक काफी बड़ा शॉपिंग काम्प्लेक्स अवैध रूप से बनाया जा रहा और इस वक़्त पहली मंजिल पर धड़ल्ले के साथ कार्य चल रहा हैं, जिससे रोकने वाला कोई नहीं हैं। यह निर्माण अब से नहीं चल रहा बल्कि काफी समय चल रहा हैं। वावजूद इसके उसे रोकने वाला कोई नहीं हैं। इसके बाद ओल्ड फरीदाबाद के भूड़ कालोनी नियर सेक्टर -29 हाऊसिंग बोर्ड कालोनी के सामने अवैध रूप से एक बेसमेंट और उसके ऊपर दो दुकानें बनाई जा रही हैं। यह दोनों शॉपिंग काम्प्लेक्स ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम केतोड़फोड़ विभाग के जानकारी में हैं। वावजूद इसके इस कार्य को रोकने के बाजए धड़ल्ले से बनवाया जा रहा हैं और इस वक़्त भी धड़ल्ले से निर्माण कार्य किया जा रहा हैं। हालांकि इनमें से एक निर्माणकर्ता का कहना हैं कि उनकी एक छोटी सी पुरानी दुकान थी जिसे तोड़ कर बनवा रहे हैं, अब उसमें अवैध रूप से एक बड़ा बेसमेंट और उसके ऊपर दो दुकानें बना ई जा रही हैं।
वहीँ, बाईपास रोड पर जो काफी बड़ा शॉपिंग कॉप्लेक्स अवैध रूप से बनाया जा रहा हैं उसमें एक नगर निगम के कार्यकारी अभियंता ने सिफारिश की हैं का नाम आ रहा हैं हालांकि उन्होनें बातचीत के दौरान इंकार कर दिया था। यह जानकारी ख़ास सूत्रों से मिली हैं। इस मामले में ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम के तोड़फोड़ विभाग के एसडीओ सुशील से बात की गई तो उन्होनें कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं मालूम हैं, इस बारे में कनिष्ठ अभियंता मनीष से बात करे, जब कनिष्ठ अभियंता मनीष से बात की गई तो उन्होनें कहा कि दोनों अवैध शॉपिंग काम्प्लेक्स बनाने वाले निर्माण कर्ताओं को काफी पहले नोटिस दिए जा चुके हैं। वावजूद इसके निर्माणकर्ता अपने अवैध शॉपिंग कोप्लेक्सों के कार्य रोकने के बजाए और तेजी से बनाए जा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में देखा गया हैं कि नगर निगम के अधिकारी अवैध रूप से कई दुकानें बन वाए हैं, हालांकि इस विभाग का काम हैं अवैध निर्माणों को रोकना। क्यूंकि रोकने और तोड़ने से इस विभाग के अधिकारीयों का कोई फायदा नहीं होता ,इस लिए यह लोग इन अवैध निर्माणों को बनवा देते हैं और इस एवज में उनसे मोटी रकम ले लेते हैं।