अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जिला फरीदाबाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने आज एनएमसी बिल के विरोध में बैठक का आयोजन किया। जिसमें सभी डाक्टरों ने जिला स्तर पर नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) बिल के कुछ प्रावधानों के विरोध में गुरुवार 8 अगस्त,2019 को सेवाओं की देशव्यापी हड़ताल कर पूर्ण रूप से स्वास्थ्य सेवाओं को बंद रखने का फैसला लिया था। फरीदाबाद आईएमए की अध्यक्ष डॉ. पुनीता हसीजा ने संयुक्त बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सभी स्थानीय शाखाओं में प्रदर्शन और भूख हड़ताल का आह्वान किया गया था और मेडिकल छात्रों से भी कक्षाओं का बहिष्कार करने और आईएमए के साथ एकजुटता की घोषणा करने का आग्रह किया है। आईएमए की आपातकालीन कार्रवाई समिति ने रविवार को यह घोषणा की थी।
लेकिन आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतनु सेन के नेतृत्व में आईएमए का एक प्रतिनिधिमंडल, चिकित्सा छात्र प्रतिनिधियों और जूनियर डॉक्टरों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिला। उनके द्वारा दिए गए कुछ स्पष्टीकरणों और आश्वासनों और जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, उत्तर पूर्व, कर्नाटक, महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में भारी बाढ़ की स्थिति के साथ-साथ सुषमा स्वराज के असामयिक दु:खद निधन पर आईएमए ने 8 अगस्त 2019 को हो रही देशव्यापी हड़ताल के अपने आह्वान को टाल दिया है। इस बैठक में मुख्य तौर पर आईएमके पूर्व अध्यक्ष सुरेश अरोड़ा, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. पी.एस. आहूजा, डॉ. आर.एल. मोगा. डॉ.भारती शर्मा, डॉ. सोनल गुप्ता, डॉ. चंद्रा. डॉ नरेश जिंदल, डॉ. बी.डी. पाठक, डॉ. एम.एल. गुप्ता, डॉ. हेमंत अत्री, डॉ. यशपाल, डॉ. आर.के. शर्मा एवं क्यूआरजी, एशियन, सर्वोदय, फॉर्टिस हॉस्पिटल के रिप्रेजेंटेटिव एवं मेडिकल छात्र आदि मौजूद रहे।