अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: उत्तर-भारतीय राज्यों में पुलिस समन्वय को और अधिक मजबूत बनाते हुए क्राइम पर अंकुश लगाने व अन्य गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए गुरुग्राम में उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया।हरियाणा पुलिस द्वारा आयोजित बैठक के दौरान, पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के शीर्ष अधिकारियों द्वारा उत्तरी भारत के राज्यों में अपराध से निपटने हेतु अंतर राज्यीय पुलिस समन्वय बढ़ाने के लिए कई मामलों पर चर्चा के बाद आपसी सहमति बनी। इस अहम बैठक में आतंकवादियों -गैंगस्टर-अपराधी गठजोड़ के उभरते रुझानों, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे संवेदनशीन मुद्दों, सोशल मीडिया निगरानी की बेहतर प्रथाओं को साझा करने, पुलिस गतिविधियों में ड्रोन के उपयोग के क्षेत्र में क्षमता निर्माण, जेलों में बंद आतंकवादियों/अपराधियों की गतिविधियाँ की निगरानी आदि मामलों पर भी बारीकी से चर्चा की गई।
बैठक की सह-अध्यक्षता पुलिस आयुक्त दिल्ली राकेश अस्थाना और पुलिस महानिदेशक, हरियाणा, प्रशांत कुमार अग्रवाल द्वारा की गई जिसमें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान,चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर,दिल्ली सहित उत्तरी राज्यों के तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित सीएपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी शाामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने अंतर-राज्यीय रेड और तलाशी के दौरान समन्वय और सहयोग बढ़ाने की योजना बनाने का भी निर्णय लिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अपराधी अपराध के बाद किसी भी सूरत में गिरफ्तारी से बच न सकें।
किसी भी प्रकार की अंतर-राज्यीय आपराधिक गतिविधियों से संबंधित रीयल-टाइम सूचना साझा करने पर भी बल दिया गया जो पुलिस बलों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।साथ ही अंतरराज्यीय सुरक्षा व्यवस्था, अपराध, संगठित अपराध, साइबर क्राइम, ड्रग्स तस्करी,मानव तस्करी आदि गंभीर मुद्दों पर भी कार्य करते हुए पुलिस के बीच समन्वय को कायम रखने के लिए इस बैठक में अहमियत दी गई।
बैठक को संबोधित करते हुए डीजीपी, हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल ने कहा कि अंतर्राज्यीय पुलिस बलों के बीच रणनीतिक सहयोग इन सभी मुद्दों से निपटने में अहम हथियार की तरह काम करेगा। उन्होंने अपराध और अन्य अवैध गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा पुलिस को पड़ोसी और अन्य राज्य पुलिस बलों द्वारा दिए गए सहयोग की भी सराहना की। इस प्रकार की बैठक के आयोजन से राज्यों के बीच खुफिया जानकारी साझा करते हुए उत्तरी क्षेत्र में अपराध से निपटने व अन्य मामलों में पुलिस समन्वय बढ़ाने में मदद मिलेगी।उन्होंने उत्तरी राज्यों के बीच प्रभावी समन्वय की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों और मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए रीयल-टाइम इनपुट साझा करने की सख्त जरूरत है और इस दिशा में आज की बैठक कारगर साबित होगी। बैठक में उपस्थित अधिकारियों में दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना, डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार, विशेष निदेशक, आईबी, मनमोहन सिंह, विशेष सचिव, रॉ, रवि सिन्हा, डीजीपी पंजाब वी.के. भावरा, डीजीपी हिमाचल प्रदेश संजय कुंडू, एडीजी, सीआईएसएफ, अरविंद दीप, एडीजी एनसीबी, ज्ञानेश्वर सिंह, स्पेशल डीजी, सीआरपीएफ, यू.सी. सारंगी, विशेष डीजीपी, जम्मू-कश्मीर, आर.आर. स्वैन, एडीजी बीएसएफ पी.वी. राम शास्त्री, एडीजीपी बीपीआर एंड डी नीरज सिन्हा, एडीजीपी, सीआईडी हरियाणा, आलोक मित्तल, एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर), हरियाणा, संदीप खिरवार, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम, श्रीमती कला रामचंद्रन, आईजीपी, जयपुर रेंज, उमेश चंद दत्त, आईजीपी, एसएसबी, पी.के. गुप्ता व अन्य शामिल रहे।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments