अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाद्रा ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाईयों और बहनों, आप इतने समय से मेरा इंतजार कर रहे हैं, इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। यहाँ आने से पहले मैं माता शूलिनी के मंदिर गई, इसीलिए सभा को सबसे पहले हम शूलिनी माता की जय बोलकर शुरु करते हैं। आप मेरे साथ कहिए- माँ शूलिनी की (जनसभा ने कहा- जय), माँ शूलिनी की (जनसभा ने फिर कहा- जय), जय। माँ शूलिनी की (जनसभा ने दोबारा कहा- जय), जय। कई नेताओं ने इंदिरा जी का जिक्र किया। इंदिरा जी का हिमाचल प्रदेश से बहुत लगाव था। उनका, यहाँ के पहाड़ों, हिमालय के पर्वतों से, मैं कह सकती हूँ एक आध्यात्मिक जुड़ाव था। आपको शायद यह मालूम नहीं होगा कि जब वो शहीद हुईं, उससे कुछ समय पहले, शायद उनको मालूम था कि वे शहीद होने वाली हैं, कुछ समय पहले उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को एक पत्र में ये लिखकर कहा कि मेरी अस्थियां सिर्फ संगम में नहीं विसर्जित करनीं है, वहाँ जरुर करिए, लेकिन कुछ अस्थियाँ हिमालय के पर्वतों पर भी बिखेर देना और उनके शहीद होने के बाद मेरे पिता जी ने उनकी इच्छी पूरी की। तो ये जो हिमालय के पर्वत यहाँ से दिखते हैं, जब आपको इन पर बर्फ दिखती है, तो उस बर्फ में घुली हुई इंदिरा जी की अस्थियाँ भी होती हैं।
मैंने जब यहाँ घर बनाया, शिमला के पास मशोबरा में, तो इसलिए बनाया क्योंकि इंदिरा जी की एक छोटी सी निजी ख्वाहिश थी, उनका ये सपना था, उन्होंने हमें बहुत बार कहा कि जब मैं रिटायर होऊँगी, तो मैं मशोबरा में एक घर बनाना चाहती हूँ और वहीं पर मैं रिटायर होऊँगी, लेकिन रिटायर होने से पहले ही वो शहीद हो गईं। वो बताती थीं कि 25 जनवरी, 1971 में जब हिमाचल प्रदेश बना, तब वो यहाँ आईं, आप सबसे बातचीत करने के लिए, तो भारी बर्फ पड़ी थी और बोलते-बोलते सभा में भी, सभा के दौरान भी बर्फ पड़ रही थी, लेकिन न आप हिले, न इंदिरा गांधी हिलीं और उन्होंने हिमाचल को प्रदेश इसलिए बनाया, क्योंकि वो आपके हुनर को, आपकी हिम्मत को, आपके हौसले को पहचानती थीं।
अक्सर कहती थीं कि आपका हिम, आपकी हिम्मत, आपका हौसला पहाड़ जैसा विशाल है। जब हिमाचल प्रदेश बना, तो उन्होंने शुरुआत की, शिमला में आकर सभा में ऐलान किया कि ये प्रदेश बनेगा। बहुत लोगों ने आलोचना की, उसमें से कई ऐसे नेता हैं, जो भाजपा में भी हैं। उस समय बहुत आलोचना हुई थी कि ये प्रदेश बना तो दिया इन्होंने, ये चलेगा कैसे? पैसा कहाँ से आएगा? आगे कैसे बढ़ेगा ये प्रदेश? लेकिन इंदिरा जी पीछे नहीं हटीं। वो इसलिए पीछे नहीं हटीं, क्योंकि वो आपके हौसले को, आपके हुनर को पहचानती थीं, उसका सम्मान करती थीं।
उनको मालूम था कि ये प्रदेश आप चलाएंगे, कि इस प्रदेश को आप बनाएंगे और उसी तरह से जो पहले मुख्यमंत्री, वाईएस परमार जी थे, उन्होंने आपकी सहायता के साथ, आपके सहयोग के साथ ये प्रदेश बनाया। इस प्रदेश को किसने बनाया- सिर्फ किसी एक पार्टी ने नहीं, एक सरकार ने नहीं, इस प्रदेश को यहाँ के कर्मचारियों ने बनाया। इस प्रदेश को यहाँ के युवाओं ने अपनी मेहनत से बनाया, यहाँ की महिलाओं ने बनाया, जो दिन-रात काम करती हैं। इस प्रदेश को यहाँ के वीरों ने बनाया, जो सीमा पर हमारी सुरक्षा करते हैं और यहां पर अपनी आमदनी देते हैं। ये प्रदेश आपका है। तो आज ये चुनावी सभा नहीं है, ये एक सोचने का समय है, मंथन करने का समय है कि ये प्रदेश, जो आपने बनाया, आगे चलकर इसका क्या होगा? जिन लोगों की मेहनत के बल पर आज इस प्रदेश में एक इंफ्रास्ट्रक्चर है, हैल्थ केयर की कुछ सुविधाएं हैं, सड़कें बनीं, विकास हुआ, ये आप सबने किया, तो आपके भविष्य का क्या होगा? ये समय है कि आप इसके बारे में सोचें। अगर आप देखें, तो ये पांच साल जो बीते हैं, उसमें भाजपा की सरकार ने आपके लिए क्या किया? ये मैं इसलिए नहीं कह रही हूँ कि ये चुनाव हैं, तो आलोचना करनी है, कि ये चुनाव हैं, हम इस तरफ हैं, वो उस तरफ हैं, तो हां उनकी बुराई करनी है, नहीं। मैं एक वास्तविकता आपको बताना चाहती हूँ।कर्मचारियों को लीजिए। आपके प्रदेश में तकरीबन 2 लाख कर्मचारी हैं। आज कहाँ हैं? धरने पर बैठे हैं। महीनों से धरने पर बैठे हैं। सरकार का एक प्रतिनिधि नहीं आया। आप धरने पर क्यों बैठे हैं, मैंने पूछा। अभी यहाँ आने से पहले, मैं रुकी थी, उनसे बातचीत की, क्योंकि उनको पेंशन नहीं मिल रही है। ये पेंशन किसने हटवाई-भाजपा की केन्द्र सरकार ने हटवाई। जब पुरानी पेंशन को देने की बात होती है, तो क्या जवाब मिलता है, इनसे, कहते हैं- पैसा ही नहीं है।ये कहते हैं- इकॉनमी खराब हो जाएगी; पैसा नहीं है, हमारे पास। अच्छा, आपके पास कर्मचारियों की पेंशन के लिए पैसा नहीं है, लेकिन बड़े-बड़े उद्योगपति मित्र जो हैं आपके, उनके लोन आप माफ कर देते हैं। उनको तमाम पीएसयू पकड़ा देते हैं। उनको कोल्ड स्टोरेज दिलवा देते हैं। सेब के दाम, फसल के दाम वो तय करेंगे और जो मेहनत कर रहा है कर्मचारी, उसके लिए आपके पास न समय है, और न आपके पास पैसा है। और आप अपने मुंह से कहते हैं ये। तो मैं पूछना चाहती हूँ कि इस प्रदेश के भविष्य का क्या होगा, अगर एक ऐसी सरकार चलेगी, जो कर्मचारी को नहीं मानती, उसका सम्मान नहीं करती, लेकिन अपने बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों का सम्मान करती है?
चलिए कर्मचारियों की बात हुई। अब युवाओं की बात करते हैं। युवाओं के क्या हालात हैं, यहाँ पर। 63 हजार से ज्यादा सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं। 5 सालों से खाली हैं, भरे नहीं जा रहे हैं। नौजवान बेरोजगार है, यहाँ पर बहुत सारे पढ़े-लिखे नौजवान हैं। मैं जिस-जिससे मिलती हूँ, बीए पास, एमए पास, नौकरी है, रोजगार है- नहीं है जी, यही जवाब मिल रहा है। तो जो अपने भविष्य के लिए एक नौजवान ये उम्मीद नहीं रख सकता। जो मेरी नौजवान बहनें पढ़ती हैं- लिखती हैं, आप सब जो उनकी परवरिश करते हैं, मेहनत से पढ़ाते है, लिखाते है, लेकिन वे उम्मीद ही नहीं कर सकतीं कि उनको नौकरी मिलेगी, तो कैसी सरकार है ये? न महिलाओं के लिए कुछ है, न युवाओं के लिए है, न कर्मचारियों के लिए है। बागवानों को देखिए। आज जैसे मैंने कहा, फसल के दाम, सेब के दाम, आप यहाँ पर टमाटर उगाते हैं, मशरूम उगाते हैं, इस सबके दाम बड़े-बड़े उद्योगपति तय करेंगे। आपको आपकी फसल का दाम नहीं मिलना चाहिए? इसी तरह से छोटे व्यापारियों को देखिए। छोटे व्यापारी से पूछिए- क्या आपकी तरक्की हुई है, पांच सालों में? सब सिर हिलाएंगे, तरक्की नहीं हुई। तरक्की इसलिए नहीं हुई, क्योंकि जीएसटी लागू हुई, कोरोना आया, कोरोना में सहायता नहीं हुई आपकी, लेकिन हां, पीपीई पर घोटाला जरुर हुआ। युवा को रोजगार नहीं दिया, लेकिन पुलिस भर्ती में आपने घोटाला किया, यूनिवर्सिटी के इम्तिहानों में आपने घोटाला किया।तो ये सरकार है, पिछले 5 सालों से। किसी का फायदा नहीं हुआ है। ये कहते हैं न कि रिवाज बदलना चाहते हैं। मैं तो कहती हूँ रिवाज आपने बदल दिया। जो कांग्रेस की सरकार यहाँ थी, जो सरकारें थी, इतने समय से जो मुख्यमंत्री थे, चाहे वो वाईएस परमार जी हों, चाहे वो रामलाल ठाकुर जी हों, चाहे वो वीरभद्र सिंह जी हों, सबने वही इंदिरा जी का जो आध्यात्मिक रिश्ता है, आपके साथ; जो दिल का रिश्ता है, आपके साथ; वो रिश्ता निभाया। विकास कराया, शिक्षा के संस्थान बनाए। आपकी तरक्की के लिए काम किया, उस रिश्ते को इन्होंने, उस रिवाज को इन्होंने बदल डाला है। इंतजार मत करिए कि रिवाज बदलेगा। रिवाज ये पांच साल पहले बदल चुके हैं और क्या किया इन्होंने, इन्होंने आपको देने के बजाय आपसे छीना। छोटे दुकानदारों पर जीएसटी डालकर कमाई छीनी। बागवानों पर इन्होंने तमाम ये मुश्किलें डालकर बड़े-बड़े उद्योगपतियों के फायदे के लिए आपकी कमाई छीनी। ये छोड़िए, युवा उम्मीद रखता था कि भर्ती होगी आर्मी में, फोर्सेस में और आज वो अग्निवीर ले आए। अगर आप अपने फौजियों को, अपने जो देश के लिए शहीद होने के लिए तैयार हैं, उनको ठेके पर आप रखेंगे, 3-4 सालों के बाद, बस खत्म बात। उनको पेंशन नहीं मिलेगी। उनको ठीक से सैलरी नहीं मिलेगी। सिर्फ लिया है आपसे, छीना है आपसे।अरे महिलाओं से, मेरी बहनें बैठी हुई हैं, आपको तो गैस सिलेंडर कहते हैं कि दिया, हजार रुपए का गैस सिलेंडर कौन खरीदेगा? वो भी आपसे छीन लिया है। युवांओं का भविष्य छीना है। छोटे दुकानदारों की कमाई छीनी है, किसानों, बागवानों की कमाई छीनी है, पेंशन छीनी है, क्या आप ऐसी सरकार चाहते हैं? आप बताइए कि क्या आप बदलाव चाहते हैं? आप चाहते हैं कि नहीं? जोर से बोलिए (जनसभा ने कहा- हाँ)। चाहते हैं। जिस-जिससे मैं मिलती हूँ, वो कहते हैं, हम बदलाव चाहते हैं। यहाँ घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं। लेकिन सिर्फ इनके बारे में नकारात्मक बात करने के लिए नहीं आई हूँ मैं। मैं आपसे कहना चाहती हूँ कि कांग्रेस आपके लिए क्या गारंटी दे रही है, क्या कह रही है, क्या करना चाहती है?
मैंने युवाओं की बात की। एक देश, एक प्रदेश के लिए युवाओं से ज्यादा जरुरी, ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। आपके भविष्य मजबूत होंगे, तो प्रदेश आगे बढ़ेगा। इसीलिए हमने तय किया है और ये मैं यहाँ इस मंच से खड़े होकर आपको गारंटी दे रही हूँ कि जब हमारी सरकार आएगी, मुख्यमंत्री जी बैठे थे, उनको जाना पड़ा, उन्होंने कहा था, अभी आपके सामने कि उनकी सरकार बनी और जो वचन उन्होंने चुनाव में किया था कि किसानों के कर्ज माफ होंगे, तीन घंटों के अंदर-अंदर सरकार बनने के बाद वो वचन उन्होंने पूरा करना शुरु किया। आज यहाँ से खड़े होकर मैं आपसे कहना चाहती हूँ कि जब कांग्रेस की सरकार हिमाचल में बनेगी, तो दो निर्णय एकदम पहली मंत्रिमंडल की बैठक में होंगे।
सबसे पहला- एक लाख जो सरकारी नौकरियाँ हैं, जो पद हैं, वो भरे जाएंगे और वो नौकरियाँ मिलेंगी आपको। कुल मिलाकर 5 लाख रोजगार मिलेंगे, जिसमें से एक लाख रोजगार पहले मंत्रिमंडल की बैठक में तय किए जाएंगे और उसकी घोषणा होगी।
दूसरी चीज़, ये जो ओपीएस (Old Pension Scheme) है, पुराना पेंशन, वो भी उसी मंत्रिमंडल की बैठक में तय किया जाएगा और आपके सामने लाएंगे और आपको वापस मिलेगा। इस प्रदेश के जो 2 लाख कर्मचारी हैं, उनको उनका हक मिलेगा, क्योंकि ये उनका हक है, उनका अधिकार है, जो उनसे छीना गया है।
यहाँ पर तमाम युवा हैं, पिछले 5 सालों में नौकरी आपको मिली नहीं, रोजगार आपको मिला नहीं, लेकिन मेरे सुनने में आया है कि यहाँ पर ड्रग्स बहुत फैले हैं। एक ड्रग पॉलिसी बनेगी और डीएडिक्शन सेंटर हर जगह लगवाए जाएंगे, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात है कि हमारा पूरा जोर रोजगार दिलवाने में जाएगा और 680 करोड़ का एक स्टार्टअप फंड बनवाएंगे। जो नौजवान अपना छोटा सा व्यापार शुरु करना चाहता है, स्टार्टअप करना चाहता है, उसको जीरो प्रतिशत, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ये लोन मिलेगा और इसके लिए एक अलग से फंड बनेगा। जो सरकारी और पब्लिक प्राईवेट कंपनियाँ हैं, उसमें हिमाचल के रहने वालों को रोजगार की अहमियत मिलेगी। सबसे पहले आपको रोजगार मिलेगा।
हर विधानसभा में हम कम से कम 4 इंग्लिश मीडियम पाठशाला बनवाना चाहते हैं। आपको याद होगा कि वीरभद्र जी ने शिक्षा के लिए कितना काम किया, प्रदेश में। आज अगर बच्चा-बच्चा पढ़ा-लिखा है, अगर हर नौजवान युवक-युवती पढ़े-लिखे हैं, तो हम कह सकते हैं और गर्व से कह सकते हैं कि ये काम भी वीरभद्र जी ने करवाया था।
मेरी बहनें यहाँ बैठी हुई हैं, मैं जानती हूँ कि कितना कठिन जीवन है। हर परिस्थिति में आप गृहस्थी भी संभालती हैं, बाहर काम भी करती हैं, खेती भी करती हैं, नौकरी भी करती हैं और जब मैं आप सबको देखती हूँ, इतना गर्व होता है आप पर कि आप इतनी दृढ़ता से, बगलामुखी मां की शक्ति से, मां ज्वाला जी की शक्ति से, मां नैना देवी जी की शक्ति से आप काम करती हैं, आप आगे बढ़ती हैं, चाहे कोई भी परिस्थितियाँ हों।
हम चाहते हैं कि ये जो महंगाई की परिस्थिति है, जिससे आपको इतनी मुश्किलें हुई हैं इन 5 सालों में, इनका सामना करने के लिए आपको कुछ मदद मिले, इसलिए कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि सरकार आने पर 1,500 रुपए आपको आपकी सहायता के लिए दिए जाएंगे, हर माह दिए जाएंगे। ये आपके संघर्ष की पहचान है। हम पहचानते हैं और सम्मान करते हैं, आपका। हम चाहते हैं कि आपको आपके संघर्ष में मदद मिले, लेकिन हम ये भी नहीं चाहते कि आप सब पढ़-लिखकर घर बैठें। हम चाहते हैं कि युवतियाँ भी पूरी तरह से अपने पैरों पर खड़ी हो पाएं। आपको भी रोजगार मिले, आप भी जिम्मेदारी संभालें। इसलिए सरकारी रोजगार की बात जब होती है, तो हम खासकर महिलाओं को भी इसमें मदद करना चाहते हैं।
मैं जानती हूँ कि तकरीबन हर जगह एक मोबाइल क्लिनिक है। ये स्वास्थ्य का काम भी कांग्रेस की सरकारों में शुरु हुआ था, लेकिन आज पिछले 5 सालों में ये हुआ है कि ये रेफरेंस सेंटर जैसे बन गए हैं। आज आप वहाँ पर किसी चीज के लिए जाते हैं तो छोटी-मोटी दवाईयां मिलती हैं, लेकिन ठीक से अगर कोई बड़ा इलाज करना हो, कोई बड़ी समस्या हो तो वहाँ पर इलाज नहीं होता। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि आने वाले समय में हम उन पीएससीज़ को मजबूत बनाएं, ताकि आपको इलाज वहीं पर मिले। अच्छी-अच्छी दवाईयां, अच्छी सुविधाएं मिलें।
जैसा मैंने कहा बागवानों को फसल का दाम, अपने सेबों का, मशरूम, टमाटर का दाम खुद तय करने का हक होना चाहिए, ये हक हम आपको देना चाहते हैं। हम बड़े-बड़े उद्योगपतियों के फायदे के लिए आपका नुकसान कभी नहीं करवा सकते। क्योंकि जैसा मैंने कहा कि आपके और हमारे बीच, जो आपके और कांग्रेस पार्टी के बीच में रिश्ता है, वो एक बहुत गहरा, एक प्रेम भरा रिश्ता है, एक निष्ठा का रिश्ता है, और हम चाहते हैं कि वो रिश्ता हमारा एक-एक नेता निभाए और मैं आप सबसे भी अपील करती हूँ, कि एकजुट होकर ये चुनाव लड़िए, एकता दिखाइए, पार्टी को मजबूत करिए, ताकि हिमाचल प्रदेश मजबूत हो।
यहाँ सोलन में ये निर्णय लिया गया है कांग्रेस पार्टी में कि यहाँ पर एक बड़ा फूड प्रोसेसिंग पार्क खुलवाया जाए। ये फूड प्रोसेसिंग पार्क ऐसा होगा कि यहाँ पर जैसे आप टमाटर उगाते हैं, तो उसको प्रोसेस करना, कैचअप बनाना, दूसरी उसकी चीजें बनाना यहाँ पर हो सकता है और यहीं से फिर वो पूरे देश में जा सकता है। तो इसके लिए एक बहुत बड़ी सुविधा और एक कैश फंड हम देना चाहते हैं।
अब आप कहेंगे कि देखिए, वचन तो सब करते हैं, चुनाव में, हमें कैसे मालूम कि जो आप कह रहे हैं वो सही है कि नहीं। मैंने भी देखा है, मैं सालों से यहाँ से गुजरती हूं। आपने भी मुझे देखा होगा अक्सर, हर डेढ़- दो महीने में मैं यहाँ से गुजरती हूँ। मुझे याद है पिछले चुनाव में भाजपा के जो लोग थे, उन्होंने कहा था कि यहां से हाईवे शिमला तक बनेगा। अब साढ़े चार साल से मैं जब ये हाईवे पर आती हूँ, तो मुझे लैंड स्लाइड दिखता है, पेड़ कटे हुए पड़े हैं, कहीं पर काम रुका हुआ है, जाम है, लेकिन हाईवे नहीं बन रहा था। 6 महीने पहले जब मैं आई, तो मैंने देखा कि अचानक काम शुरु, अचानक बहुत तेजी से काम हो रहा है। खूब धूल उड़ रही है, खूब बुल्डोजर लगे हुए हैं, सब कुछ हो रहा है, तो मैंने सोचा ये तो जरुर चुनाव के लिए होगा। इसी तरह से उन्होंने कहा था कि शिमला में हवाई अड्डा चालू हो जाएगा, ये पिछले चुनाव से पहले नहीं हुआ। हर बार मैं चैक करती थी कि भई, फ्लाइट चालू हुई- नहीं हुई। कब चालू हुई- दो महीने पहले। दो महीने पहले, क्योंकि अब अगला चुनाव आ रहा है।
अब आप कहेंगे कि सारे नेता ऐसा ही करते हैं, आप में कौन सी खूबी है? मैं कहना चाहती हूँ कि हमारी सरकारें देखिए, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री खड़े थे आपके सामने, क्या कहा उन्होंने? ओपीएस की बात की, राजस्थान में, छत्तीसगढ़ में और अब झारखंड में भी ओपीएस लागू हो चुका है। तो थोड़ा सी आप अपनी भी सोच इन बातों पर अगर लगाएंगे, तो आपको पता चल जाएगा कि खोखली बातें कौन करता है और जो सचमुच आपके लिए काम करना चाहता है, वो कौन है।
कांग्रेस पार्टी को, अगर आप देखें, वाईएस परमार जी को, वीरभद्र सिंह जी को, ठाकुर रामलाल जी को। सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी यहाँ किसने बनाई? आईआईटी, एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी किसने दी? सोलन में हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी किसने बनाई? क्या इन्होंने बनाई? कौन सी यूनिवर्सिटी बनाई है इन्होंने? आप बताइए, सोच लीजिए। शिमला, कांगड़ा, नाहन, चंबा, मंडी में मेडिकल कॉलेज किसने बनाया? क्या इन्होंने बनाए? नहीं बनाए। ये जो सब करते हैं, अपने बड़े-बड़े उद्योगपतियों का फायदा करते हैं। ठीक है, फायदा करिए अपने मित्रों का,लेकिन उससे कुछ रोजगार तो बने। क्या एक भी रोजगार बना है? क्या इन बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने आपको एक भी रोजगार दिया है? लेकिन जो पीएसयू ये बेच रहे हैं, उनसे आपको रोजगार मिलता था न? जो मेडिकल कॉलेज हैं, वो आपका हुनर बढ़ाएंगे न? शिक्षा के संस्थान हैं, वो आपको आगे बढ़ाएंगे न? उद्योग-धंधे किसने बनाए यहाँ हिमाचल में? कांग्रेस ने आपका विकास किया, सच्चाई से किया। मैं ये नहीं कहती हूँ कि सब कुछ अच्छा ही अच्छा किया, हो सकता है, इसमें बीच में कुछ गड़बड़ भी हुई होगी, कई बार आप दुखी भी हुए होंगे, नाराज भी हुए होंगे हमारे नेताओं से, लेकिन नीयत साफ होगी। गलतियाँ हो सकती हैं, लेकिन नीयत साफ होनी चाहिए। तो आज इस मंच से खड़े होकर मैं आपसे कहना चाहती हूं, कि भाजपा के नेतांओं की नीयत देखी है आपने, चुनाव से पहले कुछ, चुनाव के बाद कुछ। चुनाव के समय उन बातों पर ध्यान आकर्षित करेंगे, जिनसे आपके विकास का कुछ मतलब नहीं है, उनकी राजनीति से जरुर मतलब है। चुनाव के बाद जो आपका हक है, जो बड़े-बड़े उद्योगपतियों को मिलता है, जो आपका हक है, आपसे छीना जाता है। जो आपके अधिकार हैं, वो आपको मिलते नहीं हैं। तो आप सोचिए कि आगे 5 सालों में आप क्या चाहते हैं? क्या आप एक ऐसी सरकार चाहते हैं जिसने हिमाचल पर 63,200 करोड़ रुपए का कर्ज कर दिया? आज हिमाचल प्रदेश कर्ज में हैं। इतने हजारों करोड़ रुपए का कर्ज है। आपका पैसा, हिमाचल का पैसा, आपका रोजगार, आपका कारोबार आपका विकास, आपकी पेंशन उसमें नहीं खर्च हुआ ये पैसा, तो कहाँ गया? आप पूछिए, सवाल उठाइए, ये हिमाचल का पैसा था। हिमाचल के लोगों का पैसा था।आपकी पहचान इस प्रदेश से बनी है। आप गर्व हैं इस देश के। यहाँ इतने फौजी हैं, इतने लोग हैं, जो हमारी सरहद पर खड़े होते हैं, शहीद होते हैं देश के लिए। हमें गर्व है आप सब पर, लेकिन आप सही सवाल करिए। जो भी नेता आपके सामने आए, उनसे सही सवाल करिए। पढ़ी-लिखी जनता है, सब समझते हैं, आज। ये समय आ गया है बदलाव के लिए। इस बात को ठीक तरह से समझ लीजिए, वर्ना 5 साल और गुजर जाएंगे, लेकिन आपका कोई लाभ नहीं होगा। ऐसे मुख्यमंत्री, ऐसे नेता, जो कभी अपने घर से निकलते नहीं हैं। जो आपकी समस्याओं को न समझना चाहते हैं, न सुलझाना चाहते हैं, आपका कोई फायदा नहीं होगा इनसे, कोई काम नहीं आएगा, आपके।तो मैं फिर से कहना चाहती हूँ कि जो रिश्ता कांग्रेस पार्टी के नेताओं का, मेरे परिवार के सदस्यों का, आपके साथ रहा है, उसको निभाना जरुरी है। आप सबसे मैं कह रही हूँ और मैं आपसे कहना चाहती हूँ, जो जनता यहाँ बैठी है, उस रिश्ते को निभाने के लिए दो तरफ, आपको भी निभाना पड़ेगा, हमें भी निभाना पड़ेगा। हम अपने इन्हीं कर्तव्यों का पालन करेंगे। आपके लिए जी-जान एक करेंगे, आपके विकास के लिए काम करेंगे। आप जागरुक बन जाओ। हमारे लिए नहीं, सत्ता के लिए नहीं, अपने आप के लिए।जितने भी पढ़े-लिखे नौजवान यहाँ हैं, आप समझ लो कि आपके भविष्य की बात है। अपने भविष्य को बहुत ही संजीदगी से लीजिए। आगे क्या चाहते हैं, सोच-समझकर अपना वोट दीजिए। आपने कहा कि 3 बजे ही शायद आचार संहिता लागू होने वाली है, चुनाव एकदम आ गया है। अब आप सबकी बातें सुनिए, उनका आंकलन खुद करिए, सोच-समझकर अपना वोट डालिए। आप कांग्रेस पार्टी को जिताएंगे, तो ये प्रदेश आगे बढ़ेगा। आपको निष्ठावान नेता मिलेंगे। आपको ऐसे नेता मिलेंगे, जो आपको सर्वोपरि रखेंगे। तो मेरी बातों पर आपने इतना ध्यान दिया, इसके लिए मैं बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूँ। देवभूमि को प्रणाम करते हुए, इस परिवर्तन की प्रतिज्ञा के साथ मैं ये अपना भाषण समाप्त करती हूँ और आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देना चाहती हूँ क्योंकि मैं जानती हूँ कि आप सही निर्णय लेंगे। आप सही निर्णय लेंगे और आप यहाँ पर बदलाव फिर से लाएंगे।