अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: गुरूग्राम के अग्रणी जिला प्रबंधक (एलडीएम) रमेश चंद्र नायक सिंडिकेट बैंक में 35 वर्ष 2 महीने की सेवा के बाद 30 जून रविवार को सेवानिवृत हो गए। वे अप्रैल 2015 से गुरूग्राम में बतौर एलडीएम सेवाएं दे रहे थे और नोटबंदी के दौरान उन्होंने जिस कुशलता से नोटो को बदलने के कार्य को संभाला, उसके लिए गुरूग्राम जिला प्रशासन तथा अन्य जिलावासियों द्वारा उनकी प्रशंसा की गई। रविवार को आयोजित विदाई पार्टी में रमेश चंद नायक तथा उनकी पत्नी श्रीमति स्नेहलता नायक ने केक काटकर अपनी खुशी जताई। इस पार्टी में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने श्री नायक को उनके जीवन की दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं दी।
श्री नायक ने बताया कि वे सन् 1984 में सिंडिकेट बैंक में बतौर रूरल डिवलेपमेंट आॅफिसर नियुक्त हुए थे। उसके बाद वे जींद, अंबाला, यमुनानगर, धारूहेड़ा, नारनौल के अलावा दिल्ली, उड़ीसा के कटक, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद व नोएडा, महाराष्ट्र के भूसावल आदि क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वे सिंडिकेट बैंक के सबसे ज्यादा लंबी अवधि तक एलडीएम रहे हैं। इसके अलावा वे सन् 2004 से सन् 2006 तक दिल्ली के बिजवासन में रूडसैट संस्था के डायरेक्टर रह चुके हैं तथा सन् 2006 से सन् 2008 तक गुरूग्राम में और मेवात जिला में सन् 2011 से 2013 तक रूडसैट निदेशक के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। श्री नायक ने बताया कि वे सन् 1991 में गुुरूग्राम में आ गए थे और उसके बाद उन्होंने अपना परिवार यहीं सैटल कर दिया था।
आज उनका बेटा रोहित कंप्यूटर साईंस में बी-टैक और एमबीए है तथा डीएलएफ साईबर हब में मैक क्युरी कंपनी में असिस्टेंट वाईस पै्रजीडेंट है। उनकी पुत्र वधु इंद्रानी वाईएमसी दिल्ली में विजिटिंग असिस्टेंट प्रोफेसर है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी रोमिना अमेरिका की प्रतिष्ठित रूटगर्स युनिवर्सिटी से एमटैक करने के बाद अमेरिका में ही बैंक आॅफ अमेरिका में साॅफटवेयर डिवलेपर के तौर पर काम कर रही है। श्री नायक की विदाई पार्टी में उड़ीसा से लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा के गुरूग्राम व फरीदाबाद आदि क्षेत्रों से लोग शामिल हुए। सिंडिकेट बैंक की आॅफिसर्स एसोसिएशन ने भी उनके कार्य की सराहना की और कहा कि उनके जाने से बैंक एक अति मेहनती और निष्ठावान अधिकारी की सेवाओं से वंचित रहेगा।