अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फिल्ड कालोनी में डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग के अधिकारीयों की मिलीभगत से अवैध निर्माणों का सिलसिला धड़ल्ले से जारी हैं। इन निर्माणों का रोकना अब लगता हैं डीटीपी इंफोर्स्मेंट के बस के बाहर की बात हो गई हैं। इस लिए डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग बिल्कुल खामोश बैठी हैं और इन अवैध निर्माणों के ऊपर कार्रवाई नहीं कर रही है। जिस पर डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग ने पिछले दिनों कार्रवाई की थी उन सभी अवैध निर्माणों को सील बिल्डरों ने तोड़ कर, धोखे से ग्राहकों को बेचने में लगे हैं और कई ऐसे निर्माणों को बेच भी दिए हैं।
खबर के अनुसार यह सफ़ेद बिल्डिंग जिसमें ऊपर के दोनों हिस्सों में फ्लैटों को बनाया गया हैं, इसके बाद इसी बिल्डिंग के नीचले हिस्सों में दो दुकानें बनाई गई और इस से भी नीचे के हिस्सों में दो अलग -अलग बेसमेंट बनाई गई हैं, इससे बिल्कुल साफ़ नजर आ रहा कि इस बिल्डिंग में पार्किग स्थल गायब हैं.कानूनी नियमों के अनुसार स्टील पार्किंग का होना अनिवार्य हैं पर हैं नहीं, इससे साफ़ जाहिर होता हैं कि इन फ्लैटों में जो लोग रहेंगें उनके गाड़ियों का बोझ सरकारी सड़क को उठाना पड़ेगा। यदि कोई घटना घटी तो पुलिस की भी मुश्किलें बढ़ेगी पर नजदीक की पुलिस चौकी के लोग आखिरकार खामोश क्यों हैं। मामला डबल यूनिट का हैं जोकि कानूनी नियमों के अनुसार बनाना जुर्म हैं। इस बिल्डिंग के बारे में एक जानकार बताते हैं कि यह बिल्डिंग जो बनाई गई हैं उसमें दो प्लाट हैं, पर बीच में सीढ़ी बनाई गई हैं, इस लिए डबल यूनिट लग रहा हैं पर इस बिल्डिंग में पार्किंग का स्थान दूर -दूर तक दिखाई नहीं दे रहा हैं।
इसके अतिरिक्त प्लाट नंबर -2557 ,ब्लॉक ए ग्रीन फिल्ड कालोनी में दो मंजिलों तक तो पहले ही बना हुआ था और अब तीसरी मंजिल पर फ्लैट अवैध रूप से बनाई जा रहीं हैं। इसके बाद चौथी मंजिल भी बनाई जाएगी। जब आप इस प्लाट के आगे की तरफ से देखें तो आपको निर्माण कार्य चलते हुए दिखाई नहीं देगा पर पिछले हिस्से में देखेंगे तो आपको निर्माण कार्य चलता हुआ दिखाई देगा। खबर में प्रकाशित की गई तस्बीर में आप देख सकते हैं। इसके पहले डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग ने ग्रीन फिल्ड कालोनी के कई अवैध फ्लैटों को सील किए थे पर बिल्डरों ने उन सभी फ्लैटों के सील तोड़ कर धोखे से ग्राहकों बेचने में लगे हैं पर इन सभी बातों से डीटीपी इन्फॉमेंट को शायद कोई मतलब नहीं हैं, इस लिए उन्होनें अभी तक ना तो बिल्डरों के खिलाफ कोई कार्रवाई की, नाही उनके द्वारा बनाई गई अवैध बिल्डिंगों के ऊपर कोई कार्रवाई की। नाही सील तोड़ने वाले बिल्डरों व दुकान दारों के ऊपर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की हैं।
हालांकि डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि जिन जिन बिल्डरों ने सील तोड़े हैं उन सभी बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। देखते हैं कब तक डीटीपी इंफोर्स्मेंट अपनी कार्रवाई को अंजाम देते हैं। खबर के अनुसार ग्रीन फिल्ड कालोनी में जिन जिन फ्लैटों के सील बिल्डरों ने तोड़े हैं उनके नंबर इस प्रकार हैं : प्लाट नंबर – 96 ,ब्लॉक बी, प्लाट नंबर -3461 ,ब्लॉक सी, प्लाट -3460 ,ब्लॉक सी, प्लाट नंबर 2203, ब्लॉक ए, प्लाट नंबर -1783 ,ब्लॉक ए , प्लाट नंबर -2898, ब्लॉक ए , प्लाट नंबर – 736 ,ब्लॉक बी, प्लाट नंबर -732 ,ब्लॉक बी, प्लाट नंबर -561, ब्लॉक बी, प्लाट नंबर -319 , ब्लॉक बी, प्लाट नंबर -1506 ,ब्लॉक ए ,755 ,865 व 1015 हैं।