अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
सावन के महीने को श्रद्धालु पवित्र और पावन मानते हैं, ऐसे में जब नाग देवता स्वयं दर्शन देने के लिए कासना थाने पहुंच गए, तो वहां हड़कंप मच गया. खबर फैली तो कुछ लोग अभिभूत थे, तो कुछ दहशत में. ऐसे में तय हुआ कि नाग देवता को जंगल में छोड़ा जाए.
इसके लिए एक सपेरे को बुलाया गया, जिसने पेड़ पर विराजमान नाग देवता को अपने हाथों से उतार कर जंगल की ओर विदा कर दिया लेकिन पूरा प्रकरण लोगो के बीच चर्चा का बिषय बना हुआ है।
नाग पंचमी का दिन बीता ही था कि कोतवाली कासना में बने कर्मचारियों के बैरक के पास नाग देवता स्वयं दर्शन देने के लिए उपस्थित हो गए, जिनका नाम सुनते ही जिस्म में सिहरन दौड जाती ऐसे में अगर वे स्वयम् सामने आ जाए तो अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि लोगो की हालत कैसी होगी।
पेड़ पर आसन जमाए बैठे साँप को देख दहशत में पुलिसकर्मी बैरक को छोड़कर बाहर आ गए, बड़े-बडे इनामी बदमाशों को पैर में गोली मारकर दबोचने वाली पुलिस टीम बेबस नजर आई।
लिहाजा सपेरो के बस्ती सपेरा बुलाया गया, जिसने पेड़ पर चढ़कर सांप को अपने कब्जे में लिया 2 फीट के लंबे सांप का नाम घोड़ा पछाड़ धामन यह खतरनाक और जहरीला सांप है बरहाल सांप को जंगल में विदा कर दिया गया है और कोतवाली वाले भी राहत की सांस ले रहे हैं.