अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा- CWC members, MPs, MLAs, leaders from across the country, workers, I would like to welcome all of you here, today. नमस्कार, कैसे हैं आप, ठीक हैं?
तो मुझे कुछ दिन पहले ईडी ऑफिस में बुलाया गया। छोटा सा कमरा था, 12 फुट बाय 12 फुट मान लो। बीच में मेज थी, कंप्यूटर था। तीन ईडी के ऑफिसर बैठे थे, एक बाहर खड़ा था और मैं उनके साथ कमरे में बैठा। पहले दिन 11 बजे पहुंचा, शाम हुई, मैं ज्यादा कुर्सी से नहीं हिला, वो बीच में उठ जाते थे, चले जाते थे। उनके जो सीनियर ऑफिसर थे, उनको इंस्ट्रक्शन की भी जरुरत थी, तो वो निकलते रहते थे, आते रहते थे। तो रात को साढ़े दस बजे मुझे कहते हैं, राहुल जी, एक बात हमें बताइए, आप यहाँ बैठे हैं, आप कुर्सी से उठते नहीं हैं, आप सीधे बैठे रहते हैं और 11 घंटे हो रहे हैं, 11:30 घंटे हो रहे हैं, आप बिल्कुल थके ही नहीं हो। हम थक गए हैं, मगर आप नहीं थके। ये उन्होंने पूछा, आपका सीक्रेट क्या है? मैंने सोचा और मैंने कहा कि इनको सच्ची बात नहीं कहता हूं, दूसरी बात कह देता हूं। दूसरा कारण कह देता हूं, मगर मेन बात नहीं कहता। मैंने कहा कि मैं विपासना करता हूं, उसमें बैठना पड़ता है, तो आदत लग गई है, मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं, 6-7, 8-10 घंटे बैठा दो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। फिर उन्होंने मुझसे विपासना के बारे में पूछा, मगर मैंने सच बात उन्हें नहीं बताई।
आप जानते हैं सच बात क्या है, सच बात ये है कि उस कमरे में राहुल गांधी अकेला नहीं बैठा था, उस कमरे में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस का हर नेता, हर कार्यकर्ता बैठा था। आप एक आदमी को थका सकते हैं, मगर आप कांग्रेस पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं को, नेताओं को नहीं थका सकते हो और सिर्फ कांग्रेस पार्टी के नेता, कार्यकर्ता उस कमरे में नहीं थे, उस कमरे में इस सरकार के खिलाफ जो भी बिना डरे लड़ता है, वो बैठा था, ठीक है। उन व्यक्तियों को स्पेशल इन्विटेशन ईडी ने नहीं दिया, मगर उस कमरे के अंदर जो भी हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं, वो सब के सब मेरे साथ बैठे हुए थे, तो थकूंगा कैसे?
अच्छा, फिर तीन-चार, पांच दिन हुए, आखिरी दिन कहते हैं, राहुल जी, आपने इतनी पेशेंटली सवालों के जवाब दिए। हर सवाल को आपने सुना, आपने जवाब दिया, फिर आपने चैक किया। तो इतनी पेशेंस आपको कहाँ से मिलती है? मैंने कहा- भैया, ये तो मैं आपको नहीं बता सकता। पहले आपने थकान की बात पूछी, मैंने विपासना बोल दिया, पेशेंस का नहीं कह सकता, आपको। आप जानते हैं पेशेंस कहाँ से आई– कह देना था, कांग्रेस पार्टी में 2004 से काम कर रहा हूं, पेशेंस नहीं आएगी, तो क्या आएगी? इस बात को कांग्रेस पार्टी का हर नेता समझता है। देखो बैठे हुए हैं, सचिन पायलट जी बैठे हुए हैं। सब बैठे हुए हैं। मैं बैठा हूं, तो ये जो हमारी पार्टी है, संगठन है, सिद्दारमैया जी भी बैठे हैं, रणदीप, सब पेशेंटली, सब बैठे हैं, प्यार से बैठे हैं। तो ये जो हमारी पार्टी है, ये हमें थकने नहीं देती है और ये हमें रोज पेशेंस सिखाती है और इसी से हमें स्ट्रैंथ आती है, इसी से हम लड़ते हैं। उधर पेशेंस की कोई जरुरत नहीं, उधर बस हाथ जोड़ दो, मत्था टेक दो, सच्चाई मत बोलो, काम हो जाएगा।
तो सबसे पहले मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपको लगा होगा कि राहुल गांधी 5 दिन, तीन-चार ईडी ऑफिसरों के साथ अकेला बैठा है। आप गलतफहमी में हो, आप सब मेरे साथ ईडी ऑफिस में बैठे हुए थे और आपने ही, आपने अपनी शक्ति मुझे दी। इसीलिए ईडी-सीडी कुछ नहीं है, कुछ फर्क नहीं पड़ता और मैं आपको बताऊं, वेणुगोपाल जी ने कहा, मैं आपको बता रहा हूं, जो ऑफिसर थे, जिन्होंने मुझे इंटैरोगेट किया, उनको भी ये बात समझ आ गई कि कांग्रेस पार्टी के नेता को डराया नहीं जा सकता है। कांग्रेस पार्टी के नेता को दबाया नहीं जा सकता है, धमकाया नहीं जा सकता है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी सच्चाई के लिए लड़ती है। सच्चाई में पेशेंस की कोई कमी नहीं होती, सच्चाई कभी थकती नहीं है। झूठ जरुर थक जाएगा, मगर सच्चाई कभी नहीं थकती, सच्चाई में पेशेंस की कोई कमी नहीं हो सकती।
तो मैं आपको दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं। मगर मेरा, जो ये छोटा सा मामला है, मैं आपको बताऊं, तो ये जरुरी भी नहीं है।
आज सबसे जरुरी बात हिंदुस्तान में रोजगार की है। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने जो इस देश की रीढ़ की हड्डी है, स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्री, जो इस देश को रोजगार देती है, उस रीढ़ की हड्डी को इन्होंने तोड़ दिया है और आज मैं, महीनों से कह रहा हूं और जो हमारे युवा रोज सुबह, हर रोज सुबह दौड़ते हैं, आर्मी में, नेवी में, एयरफोर्स में, फोर्सेस में भर्ती होने के लिए दौड़ते हैं, उनसे मैं कह रहा हूं कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने इस देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है और ये देश अपने युवाओं को अब रोजगार नहीं दे पाएगा। चाहे सरकार कुछ भी कर ले, ये देश अपने युवाओं को अब रोजगार नहीं दे पाएगा। दो-तीन बड़े उद्योगपतियों को नरेन्द्र मोदी जी ने देश पकड़ा दिया है। ये दो-तीन उद्योगपति देश को रोजगार नहीं दिलवा सकते हैं और युवाओं के लिए जो आखिरी रास्ता था देशभक्ति का, आर्मी का, फोर्सेस का, उस रास्ते को भी इन लोगों ने बंद कर दिया है। वन रैंक-वन पेंशन की बात करते थे, अब नो रैंक-नो पेंशन। अब आप दौड़ो, सुबह-सुबह दौड़ो, आर्मी में भर्ती हो और फिर घर जाओ और याद रखना, जब आप घर जाओगे, मैं गारंटी करके कह रहा हूं, जब आप घर जाओगे, आर्मी के बाद घर जाओगे, आपको कोई रोजगार नहीं मिलने वाला है। कोई रोजगार नहीं मिलने वाला है।
दूसरी तरफ, आज चीन की सेना हिंदुस्तान की धरती में बैठी हुई है। हजार स्क्वायर किलोमीटर से ज्यादा जमीन चीन की सेना ने हमसे छीनी है। ये सच्चाई है, इस बात को हिंदुस्तान की सरकार ने एक्सेप्ट किया है। सेना को मजबूत करना चाहिए और सरकार सेना को कमजोर कर रही है और इसका नतीजा आएगा। जब युद्ध होगा, तब इसका नतीजा आएगा और याद रखिएगा, जो बात मैं बोल रहा हूं। हमारी जो आर्मी है, उसको कमजोर कर रहे हैं, ये लोग। देश का नुकसान होगा और ये लोग अपने आपको नेशनलिस्ट कहते हैं। तो ईडी का मामला छोटा सा मामला है, इसको छोड़िए, सबसे जरुरी मामला, सबसे जरुरी बात, ये जो हमारे युवा हैं, जो हर रोज ये देशभक्ति के चिन्ह हैं, हर प्रदेश में ये सुबह 4 बजे दौड़ते हैं। इनके भविष्य की रक्षा करना हमारा काम है, हमारा फर्ज है, ये हमें करना है और हमने कहा है, देखिए, किसानों के बारे में मैंने कहा था, मोदी जी को ये बिल वापस लेने पड़ेंगे, कहा था मैंने, लिया ना वापस। अब कांग्रेस पार्टी कह रही है, नरेन्द्र मोदी जी की ये जो नई अग्निपथ की स्कीम है, इसको भी वापस लेना पड़ेगा और हिंदुस्तान का हर युवा इस काम में हमारे साथ खड़ा मिलेगा। क्योंकि हिंदुस्तान का युवा जानता है कि सच्ची देशभक्ति सेना को मजबूत करने की होती है, सेना को कमजोर करने की नहीं होती है।
आपने मुझे इतनी शक्ति दी। मैंने बोला आपको कि पिछले 5 दिन आप सब मेरे साथ ईडी में बैठे थे, सब के सब, हर कार्यकर्ता, हर एक नेता, सब के सब आप मेरे साथ बैठे थे। आपने मेरी मदद की, आपने मुझे अपना प्यार दिया। इसके लिए मैं आपको दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं और एक साथ मिलकर ये जो नया धोखा किया है, नरेन्द्र मोदी जी ने सेना के साथ, देश के साथ इसको हम रद्द करवाएंगे।
आप सबका फिर से बहुत-बहुत धन्यवाद। नमस्कार।