अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ओल्ड फरीदाबाद नहरपार के गांव वजीर पुर में एक कमरे में अलाव जला कर सो रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। इस घटना की सूचना मिलते ही थाना खेड़ीपुल की पुलिस मौके पर पहुंच गई और अपनी कार्रवाई शुरू कर दी हैं। खबर लिखे जाने तक तीनों शवों को पोस्टमार्टम करने के लिए जिले के नागरिक अस्पताल में ले जाने की तैयारी कर रही थी पुलिस।
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि गजेंद्र ,उम्र 33 साल, उसकी पत्नी पायल, उम्र 27 साल व उसकी 10 साल की बेटी दीपांशु एक कमरे में रात के वक़्त एक तसले में अलाव जला कर एक ही खाट पर सो रहे थे और उन लोगो ने अंदर से दरवाजा बंद किया हुआ था तथा दरवाजे के ऊपर बने जाली में गत्ता लगा कर उसे भी बंद किया हुआ था कि ज्यादा ठंड कमरे के अंदर ना आ जाए। इस से अलाप का धुआं कमरे के अंदर भर गया और धुएं की वजह से तीनों की दम घुटने से मौत हो गई।
सवाल के जवाब में उनका कहना था कि गजेंद्र,उसकी पत्नी पायल व उसकी बेटी दीपांशु प्रति दिन जल्दी उठ जाया करती थी पर वह लोग आज सुबह तक़रीबन आठ बजे तक नहीं उठी तो परिवार के बाकि के लोग उसके दरवाजा को खटखटाया। वावजूद इसके इन लोगों ने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद लोगों ने दरवाजा के ऊपर बने जाली में जो गत्ता लगा रखा था उसे हटा कर देखा तो जो खाट के ऊपर गजेंद्र , उसकी पत्नी पायल व बेटी दीपांशु सोई हुई थी। वह जली हुई थी और तीनों फर्श पर गिरे हुए थे, के बाद तुरंत दरवाजा को तोडा गया फिर देखा की यह तीनों मृत पड़े हैं।