अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा है कि भारत सामरिक शक्ति में दुनिया में किसी भी देश का सामना करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि भारत लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आर्थिक व सामरिक शक्ति में सशक्त बनता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री रविवार को फरीदाबाद में चल रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन के पहले सत्र में हमारा रक्षा सामर्थ्य विषय पर बोल रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष श्रीमती संतोष यादव ने की। उन्होंने पुष्पगुच्छ देकर केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर सहित लगभग सभी मंत्री, सांसद व विधायक भी उपस्थित रहे।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी जो साधारण से साधारण सदस्य व कार्यकर्ता को नेता बनाने का काम करती है। किसी संगठन को मजबूत बनाने के लिए प्रशिक्षण महत्वपूर्ण विषय है। भाजपा इस तरह के शिविरों का आयोजन निरंतर करती रहती है। यही कारण है सामान्य कार्यकर्ता पार्टी में सम्मिलित होकर शीर्ष तक पहुंच रहे हैं। श्री शेखावत ने कहा जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ता अपडेट रहें इसलिए उन्हें शिविरों के माध्यम से विशेषज्ञ सभी विषयों पर जानकारी देते हैं।केंद्रीय मंत्री ने कहा की धरती वीरों की धरती है। मध्यकाल में यहां के हिंदुओं पर हमले होते रहे हैं। हमलों के दौरान जो हिंदुओं का खून इस धरा पर गिरा उसे इस धरती के आंचल ने समेटा है। स्वतंत्रता संग्राम के दीवाने राव तुलाराम जैसे वीरों ने इस धरती पर जन्म लिया है। हरियाणा के लोगों ने अपने परिश्रम से इसे सींचा है। जमीन की कोख से धन्य-धन्य उप जाकर देश को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में नया भारत बनाने के लिए हम चले हैं। प्रधानमंत्री के कुशल और पराक्रमी नेतृत्व में आज हम बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हमारी अर्थव्यवस्था दो से तीन ट्रिलियन, 3 से 5 और पांच से 10 ट्रिलियन हो गई।
शेखावत ने कहा कि मेक इन इंडिया योजना के बलबूते पर भारत ने रक्षा उत्पादों के लिए जो 310 समझौते किये थे, उनकों अब रद्द कर दिया। ये सब उत्पाद 84 हजार 500 करोड़ रुपयों में भारतीय कंपनियों से ही खरीदे जाएंगें। इस बार के रक्षा बजट में 25 प्रतिशत खरीद भारतीय कंपनियों से की जाएगी। पिछले 40 वर्षों से भारत विश्व का सबसे बड़ा रक्षा उत्पाद आयात करने वाला देश रहा है। अब हम आत्मनिर्भर रक्षा उत्पाद आत्म निर्भर होने के साथ-साथ उसका निर्यात भी कर रहे हैं। 8800 करोड़ का हमने निर्यात किया है व आने वाले समय में 1 लाख करोड़ से ज्यादा रुपये के रक्षा उत्पाद भारत निर्यात करेगा।उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सरकार ने चीन बार्डर पर 1200 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया है और पाकिस्तान की तरफ भी 3 हजार किलोमीटर सड़क बनाई है। डोकलाम पर सड़क का निर्माण करके मानसरोवर झील की यात्रा का रास्ता सुगम किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को खुद निर्णय लेने की आजादी दी है। सेना 300 करोड़ तक का रक्षा उत्पाद बिना किसी मंजूरी के खरीद सकती है। मोदी का सबसे बड़ा निर्णय चीफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) पोस्ट का सर्जन करके किया और भारत को पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया। जिससे सेना के तीनों अंगों में आपस में तालमेल स्थापित करने में आसानी हो और सीमाओं की सुरक्षा पुख्ता तरीके से की जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा हमारी सेनाओं की बदौलत हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। अपने दुश्मन देशों पर बोलते हुए उन्होंने कहा एक तरफ पाकिस्तान है जिसका जन्म ही भारत से घृणा के आधार पर हुआ है। पिछले 75 वर्षों से पाकिस्तान का अस्तित्व सिर्फ ईर्ष्या व घृणा के पैरामीटर पर ही टिका हुआ है। हमें शुरू से ही बताया कि पाकिस्तान हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है जबकि विस्तारवादी चीन की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया गया। जबकि हमारा सबसे बड़ा दुश्मन अगर कोई है तो वह चीन है, लेकिन दुर्भाग्य से हम आंख बंद कर अंधेरे के रास्ते चलते रहे और अपनी सुरक्षा के लिए कोई तैयारी नहीं की।शेखावत ने कहा कि हमारा पड़ोसी विस्तारवादी चीन ने अपनी सामरिक ताकत व उत्पादन क्षमता, आर्थिक ताकत के आधार पर भारत के सामने चुनौतियां खड़ी करने का काम किया है। 1962 में सामरिक ताकत के आधार पर भारत पर हमला हुआ। नेतृत्व की अदूरदर्शिता के कारण हमें पराजय का मुंह देखना पड़ा। इस हार की कालिख छिपाने और मिटाने के लिए उस समय के नेतृत्व ने सैन्य तैयारियां चीन की ओर ना करके पाकिस्तान पर केन्द्रित कर दी। कांग्रेस का नाम लिये बिना उन्होंने निशाना साधा कि ऐसा वातावरण तैयार किया गया था कि भारत का कोई दुश्मन है तो वह पाकिस्तान है। जबकि हमारा सबसे बड़ा दुश्मन चीन है।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश रक्षा के क्षेत्र में सही मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। हमारी सैन्य तैयारियां चीन को लेकर की जा रही है। हमारी सामरिक ताकत दुनिया के देशों के लिए चुनौती बन गई है। उन्होंने कहा कोई यह सोच नहीं सकता था कि यूक्रेन जैसा छोटा देश रूस का मुकाबला कर सकेगा। लेकिन यूक्रेन अपनी सैन्य क्षमता के कारण युद्ध में टिका हुआ है जिसने पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया है।केंद्रीय मंत्री ने चाणक्य का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि हमें देश की सुरक्षा करनी है तो हमें पड़ौसियों पर उनके बीच हो रहे युद्धों पर पैनी नजर रखनी होगी और उसे देखकर ही तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि सेना का मनोबल ही सेना की ताकत है। यूक्रेन जैसा देश सैनिकों के मनोबल के कारण पांच महीनों से रूस के आगे टिका हुआ है। हमें तकनीकी आधार पर अपनी सामरिक ताकत को बढ़ाना होगा। टकराव को कोई देश किस तरह मैनेज करता है उसी पर शांति निर्भर करती है। चीन हमारे पड़ोसी देशों को अस्थिर करने का काम कर रहा है। पाकिस्तान की भारत विरोधी मानसिकता को बढ़ाकर टकराव की स्थिति पैदा कर रहा है। परमाणु शक्ति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज के समय में परमाणु शक्ति संपन्न होना बहुत जरूरी है। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने परमाणु शक्ति से लैस करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे बड़े देश शांति समझौतों को अपनी ताकत के हिसाब से प्रयोग करता है।गूगल, फेसबुक व वाट्सअप, ट्वीटर जैसी विदेशी कंपनियों पर बोलते हुए श्री शेखावत ने कहा कि ये सोशल प्लेटफार्म भारत के सामने कई बार कठिनाईयां खड़ी कर देते हैं। जरूरत के समय हमें डाटा उपलब्ध नहीं हो पाते। लेकिन अब हम अपना भारतीय प्लेटफार्म तैयार कर रहे हैं ताकि विदेशी कंपनियों की ओर रूख ना करना पड़े। रक्षा क्षेत्र में हमारी कंपनियां सेना के लिए आसानी से डाटा उपलब्ध कराएगी। हां इतना जरूर है कि विदेशी कंपनियां अगर भारत आकर रक्षा उत्पाद करती है तो सरकार उन्हें 100 प्रतिशत एफडीआई प्रदान करेगी। इस सत्र की अध्यक्षता करने वाली पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतोष ने केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया।
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