अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल/अपराध शाखा टीम ने दो ऑटो लिफ्टर्स को गिरफ्तार किया हैं जिसका नाम जसप्रीत सिंह उर्फ़ खजान सिंह उर्फ़ जस्सी, उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम बरखेड़ा पांडे, थाना आईटीआई, जिला ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड और कमरुद्दीन उर्फ़ उस्मान, उम्र 27 वर्ष, निवासी गांव लक्ष्मीपुर कराई, पीओ अखिलाजी, थाना मूंढा पांडे, जिला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश है। ये दिल्ली/एनसीआर के इलाके में कई ऑटो-चोरी के मामलों में संलिप्त रहे हैं। इनकी निशानदेही पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में छापे मारे गए और 7 कार,3 बाइक और मास्टर चाबी बरामद की गई। आरोपित जसप्रीत सिंह उर्फ़ खजान सिंह उर्फ़ जस्सी और कमरुद्दीन उर्फ़ उस्मान को पहले क्रमशः 5 और 6 आपराधिक मामलों में संलिप्त पाए गए हैं।
जानकारी, टीम और संचालन:
वाहन चोरी के अपराधों का विश्लेषण करते हुए पाया गया कि ज्यादातर ऐसी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं। उन सभी घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए गए व संदिग्धों पर तकनीकी निगरानी रखी गई। सहायक उप-निरीक्षक जसबीर और सहायक उप-निरीक्षक संजय को गुप्त सूचना मिली कि एक ऑटो-लिफ्टर गिरोह के दो सदस्य चोरी की कार में मिलन अपार्टमेंट, आईपी एस्टेट, दिल्ली के पास आने वाले हैं। अगर समय पर कार्रवाई की जाये तो आरोपितों को पकड़ा जा सकता है। तदानुसार, ऑटो-लिफ्टर गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए उपायुक्त अंकित सिंह द्वारा सहायक आयुक्त पवन कुमार की देखरेख में व निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
जिसमे उप-निरीक्षक सतवंत सिंह, सहायक उप-निरीक्षक जसबीर सिंह, सहायक उप-निरीक्षक संजय, सहायक उप-निरीक्षक प्रवेश कुमार राठी, प्रधान सिपाही विपिन कुमार, प्रधान सिपाही अनुज कुमार, प्रधान सिपाही विनोद और प्रधान सिपाही परनाम सिंह शामिल थे। मिली सूचना के अनुसार टीम द्वारा मिलन अपार्टमेंट, आईपी एस्टेट, दिल्ली के पास छापा मारा गया व दो ऑटो-लिफ्टर एक सफेद अर्टिगा मारुति सहित सफलतापूर्वक पकडे गए। पूछताछ करने पर उनकी पहचान (1) जसप्रीत सिंह उर्फ़ खजान सिंह उर्फ़ जस्सी, उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम बरखेड़ा पांडे, थाना आईटीआई, जिला उधम सिंह नगर, उत्तराखंड और (2) कमरुद्दीन उर्फ़ उस्मान, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम लक्ष्मीपुर कराई, पीओ अखिलाजी, थाना मूंढा पांडे, जिला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई।
पूछताछ:
जांच के दौरान, आरोपितों ने खुलासा किया कि, हाल ही में, उन्होंने अपने अन्य सहयोगियों मोहम्मद फैसल उर्फ़ बॉबी, जावेद, आरिफ और दिलशाद के साथ दिल्ली/एनसीआर के विभिन्न सुरक्षित क्षेत्रों से 15 से अधिक कारें चुराई हैं और उन कारों को दिल्ली/एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में पार्क किया है। उनकी निशानदेही पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कई छापे मारे गए और 7 कार, 3 बाइक और मास्टर चाबी बरामद की गई ।
अपराध करने का तरीका:
अपराधी पहले उस क्षेत्र की रेकी करते हैं, जहां वाहन बिना किसी सुरक्षा के पार्क किए जाते हैं। अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद, वे पार्क किए गए चिन्हित वाहनों को सुबह में ही चुरा लेते हैं। वे खिड़की के साइड क्वार्टर ग्लास को तोड़ कर मास्टर चाबी की मदद से लॉक खोलते हैं व टैबलेट की मदद से, आरोपी व्यक्ति चोरी किए गए वाहन के सॉफ्टवेयर को डिकोड करने के बाद उसकी एक नई चाबी तैयार करते हैं और मूल चाबी की प्रोग्रामिंग को बदल कर कार चुरा लेते हैं। चोरी करने के बाद, वे वाहन को दिल्ली की सीमाओं के पार्किंग स्लॉट में पार्क करते हैं और आगे इन चोरी के वाहनों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गुवाहाटी आदि में बेच देते हैं।
बरामदगी:
स. क्र. बरामद वाहन प्राथमिकी संख्या
1.1.मारुति सुजुकी बलेनो कार नंबर HR02AU8334 016973/2022, थाना लक्ष्मी नगर, दिल्ली
2.2.मारुति अर्टिगा कार नंबर DL2CBD3221 033819/2023, थाना कमला मार्केट, दिल्ली
3.3.मारुति सुजुकी सियाज़ नंबर DL9CAE7557 034032/2023, थाना रानी बाग, दिल्ली
4.4.हुंडई I-10 नंबर UP16U6012 थाना सावर, जिला रामपुर, उ.प्र
5.5.यामाहा MT-15 मोटरसाइकिल नंबर UP16DF7111 026097/2023, थाना मधु विहार, दिल्ली
6.6.बजाज पल्सर 200 मोटरसाइकिल नंबर DL7SBU6028 024681/2022, थाना-कृष्णा नगर
7.7.बजाज पल्सर मोटरसाइकिल नंबर DL7SBL2365 376/2012, थाना शकरपुर, दिल्ली
पिछली अपराधिक संलिप्तता:
आरोपी जसप्रीत सिंह @ खजान सिंह @ जस्सी:
1. ई-प्राथमिकी संख्या 9289/2021, धारा 279/482/411/34 भारतीय दण्ड संहिता, थाना कृष्णा नगर, दिल्ली।
2. ई-प्राथमिकी संख्या 1832/2021, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना विवेक, विहार, दिल्ली।
3. ई-प्राथमिकी संख्या 4738/2021, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना विवेक विहार, दिल्ली।
4. ई-प्राथमिकी संख्या 5334/2021, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना विवेक विहार, दिल्ली।
5. ई-प्राथमिकी संख्या 7588/2021, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना विवेक विहार, दिल्ली।
आरोपी कमरुद्दीन @ उस्मान:
1. प्राथमिकी संख्या 709/2014, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना बिंदापुर, दिल्ली।
2. प्राथमिकी संख्या 246/2015, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना बिंदापुर, दिल्ली।
3. ई-प्राथमिकी संख्या 020440/2016, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना क्राइम, दिल्ली।
4. ई-प्राथमिकी संख्या 028799/2016, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना क्राइम, दिल्ली।
5. ई-प्राथमिकी संख्या 035506/2016, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना क्राइम, दिल्ली।
6. ई-प्राथमिकी संख्या 001222/2017, धारा 379 भारतीय दण्ड संहिता, थाना क्राइम, दिल्ली।
आरोपितों की प्रोफाइल:
1. आरोपित जसप्रीत सिंह उर्फ़ खजान सिंह उर्फ़ जस्सी, उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम बरखेड़ा पांडे, थाना आईटीआई, जिला ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड, ने केवल प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की है। पहले वह ट्रकों पर सहायक/क्लीनर के रूप में काम कर रहा था। वर्ष 2021 में, वह अपने दोस्त विशाल के माध्यम से कमरुद्दीन उर्फ़ उस्मान के संपर्क में आया और वाहनों की चोरी करना शुरू कर दिया। इससे पहले, वह 5 आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है.
2. आरोपित कमरुद्दीन उर्फ़ उस्मान, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम लक्ष्मीपुर कराई, पीओ अखिलाजी, थाना मूंढा पांडेय, जिला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश स्कूल ड्रॉपआउट है। शुरुआत में, उसने नाई के रूप में काम करना शुरू किया और वर्ष 2011 में, वह दुबई स्थानांतरित हो गया और एक ड्राइवर के रूप में काम किया। वर्ष 2013 में जब वह भारत वापस आया और विशाल से संपर्क किया। आसानी से पैसा कमाने के लिए, उसने वाहनों की चोरी शुरू कर दी और अपराध की दुनिया में शामिल हो गया।