अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
सिरसा: सांसद दीपेंद्र हुडा आज सिरसा में विभिन्न स्थानों पर आयोजित हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हिसार रोड,नई अनाज मंडी रानिया, चमल आदि स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रजातंत्र के मंदिर संसद के नये भवन का उद्घाटन हो रहा था, दूसरी तरफ उससे चंद कदमों की दूरी पर प्रजातांत्रिक तरीके से न्याय की मांग कर रही अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन करने वाली खिलाड़ी बेटियों की आवाज़ को कुचला जा रहा था। उन्होंने सवाल किया कि प्रजातंत्र का ये कौन सा स्वरूप है? क्या देश के गौरव को इसलिये रौंदा जा रहा है क्योंकि आरोपी भाजपा का सांसद है? हरियाणा में भाजपा के खेल मंत्री पर इसी प्रकार के आरोप हैं, लेकिन इतने दिनों से कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकार को हठधर्मिता छोड़कर देश की बेटियों को न्याय दिलाकर राजधर्म का पालन करना चाहिए।
सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि 9 साल में बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को विकास की पटरी से उतार कर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया। हरियाणा में हर वर्ग इस सरकार से त्रस्त हो चुका है। भाजपा-जजपा का गठबंधन 5100 रुपये पेंशन पर नहीं बल्कि हरियाणा में लूट की छूट पर हुआ था। खुद मुख्यमंत्री ने कहा कि बुजुर्गों को 5100 रुपये की पेंशन देने की कोई बात ही नहीं हुई थी। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जो हरियाणा विकास में गरीबों की कल्याणकारी योजनाओं में नंबर 1 पर माना जाता था, वो विकास में पिछड़कर 19वें स्थान पर पहुंच गया बेरोजगारी में नंबर 1 पर पहुंच गया। 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं और जो भर्ती निकली को घोटाले की भेंट चढ़ गयी। पक्की भर्तियों को कौशल निगम, अग्निवीर योजनाओं के जरिये कच्ची भर्ती में बदल दिया गया।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 9 साल तक गांवों में गए नहीं, उनको अपनी तारीफ सुनने की आदत हो गई है। जब कोई भी समस्या लेकर आता है तो उसकी समस्या का समाधान करने की बजाय धक्के मारने और पिटवाने का आदेश देते हैं। जनसंवाद के नाम पर जन अपमान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। दीपेन्द्र हुड्डा ने आगे कहा कि अब चुनावी साल में वोट मांगने के लिए सरकार को गांवों की याद आई है। 9 साल से समस्याएं झेल रहे लोग जब अपनी परेशानी लेकर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आते हैं तो उनको अपमानित किया जाता है। धक्के मारना, पिटाई करना ये संवाद की कौन सी भाषा है? जनसंवाद कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री के व्यवहार से ऐसा लगता है कि अपनी प्रशंसा के अलावा उनको कुछ भी सुनना पसंद नहीं है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हिमाचल और कर्नाटका के चुनाव नतीजों से शायद भाजपा के नेता बौखला गए हैं। इसलिए वे जनता को ही धक्के मारने, पिटवाने की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हिमाचल और कर्नाटका तो झांकी है, पूरी पिक्चर हरियाणा में दिखाना बाकी है। दीपेन्द्र हुड्डा ने हाथ से हाथ जोड़ो के संकल्प दोहराते हुए कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो यानी हरियाणा के हर भाई को प्रेम की डोर से जोड़ो, किसान को एमएसपी गारंटी से जोड़ो, नौजवानों को रोजगार से जोड़ो। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम से और बुजुर्गों को देश में सबसे ज्यादा 6000 रुपये बुढ़ापा पेंशन से जोड़ो। गरीब परिवारों को 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट व 2 कमरे के मकान से जोड़ो। हर परिवार को 300 यूनिट फ्री बिजली से जोड़ो। खिलाड़ियों को पदक लाओं पद पाओ नीति से जोड़ो, हर गृहणी को 500 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर से जोड़ो, ओबीसी वर्ग की आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख से जोड़ो, हाथ से हाथ जोड़ो यानी प्रदेश के हर गाँव शहर को पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के समय वाले विकास से जोड़ो।पूर्व चेयरमैन अमीर चंद चावला द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, विधायक अमित सिहाग, विधायक शीशपाल केहरवाला, पूर्व सांसद सुशील इंदोरा, डॉक्टर केवी सिंह, पूर्व मंत्री परमवीर सिंह, पूर्व सीपीएस प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व विधायक जरनैल सिंह, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, पूर्व विधायक भरत सिंह बेनीवाल, करण चावला, राजकुमार शर्मा, बजरंग दास गर्ग,रणधीर सिंह, चेयरमैन कालू खन्ना, चेयरमैन राम सिंह सोलंकी, जसवंत कसवाह, हनुमान जाखड़, कैप्टन अमरजीत, मलकीत सिंह खोसा, अनिल मान, मनोज शिवाज, प्रभु, कृष्णकुमार, ब्लॉक समिति चेयरमैन आनंद ज्ञानी आदि मौजूद रहे
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