अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: प्रदेश के लोगों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा सरकार ने इस वर्ष श्रावण मास के दौरान महा शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर हरिद्वार से पवित्र गंगा नदी के जल को प्रदेश में लाने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। हालांकि,प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर श्रावण मास के दौरान ‘कांवडिय़ों’ को ‘कांवड़ यात्रा’ पर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए गृह विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष श्रावण मास के दौरान महा शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर पंचकूला, फरीदाबाद और गुरुग्राम के मंडलायुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस रेंजरों, उपायुक्तों, जिला मजिस्ट्रेटों, और पुलिस आयुक्तों को ‘कांवडिय़ों’ को ‘कांवड़ यात्रा ’ पर जाने की अनुमति नहीं देने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि यह निर्णय उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश की सरकारों द्वारा ‘कांवडिय़ों’ के रहने एवं ठहरने की व्यवस्था करने में असमर्थता जताने पर लिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे कोविड-17 के मद्देनजर अपने-अपने जिलों की कांवड समितियों, भक्त-मंडलियों, धार्मिक नेताओं आदि से तालमेल स्थापित कर तुरंत यह सुनिश्चित करें कि वे ‘कांवड़ यात्रा’ पर न जायें।