संवाददाता , मुंबई : मंगलवार को कारोबार की शुरुआत होते ही केंद्र सरकार ने स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (SUUTI) के जरिए ITC का 2% हिस्सा बेच दिया। ब्लॉक डील्स के जरिए इस बिक्री से सोमवार के वैल्युएशन के आधार पर सरकार को लगभग 6,700 करोड़ रुपये मिले। तंबाकू और एफएमसीजी की दिग्गज देसी कंपनी आईटीसी में सरकार का 11.12 फीसदी हिस्सा था, जो घटकर 9.12 प्रतिशत रह गया। डील के बाद आईटीसी का शेयर 0.6 प्रतिशत चढ़कर 278 रुपये पर पहुंच गया। ईटी नाउ ने बताया कि आईटीसी की यह हिस्सेदारी सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ने खरीदी।
इस बिक्री के साथ सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में विनिवेश से कुल 37,000 करोड़ रुपये जुटा लिए जबकि लक्ष्य 56,500 करोड़ रुपये का है। यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) के दो टुकड़े करने के बाद साल 2003 में SUUTI अस्तित्व में आई। सरकार ने सारे गारंटीड रिटर्न स्कीम्स SUUTI के तहत ले लिए, जबकि रेग्युलर म्यूचुअल फंड स्कीम्स को यूटीआई में ट्रांसफर कर दिया गया जोअब यूटीआई म्यूचुअल फंड के नाम से जाना जाता है।
आईटीसी के अलावा सरकार ने प्राइवेट सेक्टर के बैंक ऐक्सिस बैंक में 12% और कंस्ट्रक्शन और इंजिनियरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी एलऐंडटी में भी 6.7% की हिस्सेदारी ले रखी है। SUUTI में अपने शेयरों के निवेश सरकार की फंड जुटाने की रणनीति का ही हिस्सा है। आईटीसी के शेयरों की बिक्री भी इस रणनीति के तहत की गई है।