अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल कृषि बिल के विरोध में आयोजित की गई किसान महापंचायत में आरएलडी के नेता जयंत चौधरी पहुंचे और कृषि बिल को लेकर इस कानून को किसानों के साथ धोखा बताया। और कहा कि किसानों को आंदोलन करते सौ दिन से ज्यादा समय बीत चुका है। दूसरी ओर सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। उन्होने कहा कि वोट से चोट करने का समय है। एक भी सीट भाजपा को नहीं मिली चाहिए,क्योंकि अगर एक भी सीट भाजपा को मिलेगी तो यह विश्लेषण किया जाएगा कि इस क्षेत्र के किसान किसी कानूनों के खिलाफ नहीं है।
महापंचायत भट्टा पारसौल के झज्जर रोड पर स्थित उदय गार्डन में की गई जिसमें सैकड़ों लोग एकत्र हुए महापंचायत में आरएलडी पार्टी के नेता जयंत चौधरी ने शिरकत की कहा कि भट्टा पारसौल का अपना महत्व है, इस गांव का, क्षेत्र का महत्व है। भूमि अधिग्रहण के पूरे आंदोलन में इस क्षेत्र के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और सरकार को मजबूर किया। उसके बाद ही सरकार किसानों के हित में कानून लाना पड़ा था। उसी तरह आज भी यहां किसानों एकत्रित हो, यहां पर महापंचायत का आयोजन किया गया।
महापंचायत को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी पाँच प्रस्ताव पर किसानो हाथ उठा कर सहमति जताई। जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर देगी, तब तक किसानों का यह आंदोलन जारी रहेगा। दूसरा किसान की फसलों का जो भी एमएसपी जो सरकार घोषित करती है हर किसान को मिले । यह फसल चाहे वह निजी कंपनी खरीद रही हो या सरकारी एजेंसी हो या संस्था। एमएसपी सुनिश्चित होनी चाहिए इसके लिए कानूनी प्रबंध सरकार करें।
यह पंचायत यह निर्णय लेता है कि किसान आंदोलन में शामिल वाले समर्थको जो अनैतिक कार्यवाही हो रहे हैं कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं वह बंद होनी चाहिए और इस के लिए हम कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करेंगे। महापंचायत में आरएलडी पार्टी के नेता जयंत चौधरी ने कृषि कानून को किसानों के साथ धोखा बताया जयंत चौधरी ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा, कि आज कड़ा फैसला लेने की जरूरत है और वोट से चोट करने का समय है। एक भी सीट भाजपा को नहीं मिली चाहिए, क्योंकि अगर एक भी सीट भाजपा को मिलेगी तो यह विश्लेषण किया जाएगा कि इस क्षेत्र के किसान किसी कानूनों के खिलाफ नहीं है।