अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज उचाना हलके में आयोजित कई कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जेजेपी ने भाजपा का साथ देकर अपने मतदाता के साथ विश्वासघात किया है। जेजेपी ने नेता यदि ये समझते हैं कि जनता इस विश्वासघात को भूल जायेगी तो ये उनकी गलतफहमी है। जनता बेसब्री से चुनाव का इंतजार कर रही है, चुनाव आने पर चुन-चुनकर इनका हिसाब करेगी। उन्होंने आगे कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के समय जजपा रात दिन भाजपा को जमना पार भेजने का नारा लगाते हुए वोट मांगती थी। लोगों ने इनकी बात पर भरोसा करके भाजपा सरकार के खिलाफ इनको वोट दिया था।
लेकिन चुनाव बीतते ही जमनापार भेजने का नारा देने वाली जेजेपी अपने स्वार्थ और सत्ता के लालच में लोगों का भरोसा तोड़कर भाजपा की गोद में बैठ गयी। जेजेपी ने भ्रष्टाचार की छूट हो और प्रदेश में लूट हो सिर्फ इसीलिये भाजपा को समर्थन दिया। राजनैतिक पतन का इससे बड़ा उदाहरण संभवतः किसी ने नहीं देखा होगा।उन्होंने कहा कि 2014 में जब हमने सरकार छोड़ी तब हरियाणा पर 60 हजार करोड़ रुपये का कर्जा था। लेकिन भाजपा और भाजपा-जजपा राज में पिछले 8 साल में ये कर्जा बढ़कर साढ़े 3 लाख करोड़ रुपये हो गया। आखिर इतना पैसा गया कहां, जबकि इस दौरान एक भी थर्मल प्लांट नहीं लगा। कांग्रेस सरकार के समय हमने 4 नये थर्मल प्लांट लगाये। 3 शहरों को मेट्रो से जोड़ा, 3 नयी रेल लाइन बिछवाई, कई नये मेेडिकल कॉलेज खोले। प्रदेश भर में सड़कों का जाल बिछा दिया। प्रदेश की जनता इस बात से आश्चर्यचकित है कि आखिर साढ़े 3 लाख करोड़ रुपया किसकी जेब में गया।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जेजेपी ने लोगों का विश्वास भाजपा को बेचने का काम किया है। घर-घर तक शराब व नशा पहुंचाने, भ्रष्टाचार व लूट-खसोट मचाने के आधार पर बीजेपी-जेजेपी सरकार बनी। आज महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बढ़ते अपराध, नशाखोरी के चलते चारो तरफ त्राहि-त्राहि मच रही है। हर वर्ग इस सरकार से परेशान है। लेकिन जेजेपी के नेता सत्ता के रसगुल्ले खाने में इतने मस्त है कि उनको जनता की दुःख तकलीफ दिखायी ही नहीं दे रही है। चुनाव से पहले जिस भाजपा को जेजेपी पानी पी-पीकर कोसती थी, आज सत्ता के लालच में उसी भाजपा की तारीफों के पुल बांध रही है। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि जेजेपी को न तो जनसरोकार से मतलब है न ही हरियाणा की जनता से कोई मतलब है। उन्हें तो सिर्फ सत्ता की मलाई खाने से मतलब है। हरियाणा के एक-एक कोने से लोगों ने भाजपा को हराया, लेकिन जजपा के धोखे के कारण प्रदेश में फिर बीजेपी सरकार बन गई और जेजेपी उसकी साझीदार बन गयी। जेजेपी की इस दगाबाजी को हरियाणा का मतदाता कभी नहीं भूलेगा और चुनाव का समय आने पर इसका माकूल जवाब देगा। इस दौरान विधायक सुभाष देसवाल, पूर्व विधायक परमिंदर सिंह ढुल, विरेंदर गोगड़िया, बलराम कटवाल, दिनेश धेओला, प्रदीप गिल, धर्मेन्द्र ढुल, जगमाल चहल, बलजीत रिढाऊ, अनुराग खोटकर, रोहित दलाल, धरवेश पुनिया, पूर्व सरपंच हवा सिंह, राजा राम, मंजीत लाठर, मोहित लाठर, राकेश हुड्डा, जस्सी झेल, दलबीर रिढाऊ, दलबीर पुनिया, ओमप्रकाश ढाँढा, राम भगत खोटकर, दिनेश खोटकर, नरेश नंबरदार, विनोद खोटकर समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। ReplyForward
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