अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास के बीच अब फिल्म सिटी का सपना भी साकार होने जा रहा है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार ने फिल्म सिटी प्रॉजेक्ट को अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी के निर्माण को हरी झंडी दिखा दी है. यमुना प्राधिकरण ने विकासकर्ता के चयन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी बीड जारी कर दी है। इस फिल्म सिटी का निर्माण पीपीपी मॉडल पर होगा। इसमें 17 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और 50 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। परियोजना का पहला चरण वर्ष 2024 में पूरा कर लिया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे सेक्टर-21 में ग्रेटर नोएडा में एक हजार एकड़ में बनने वाली फिल्म सिटी को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की नवंबर में दो बार लखनऊ में हुई बैठक हुई थी। बैठक में फिल्म सिटी की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) व फाइनैंशल मॉडल को स्वीकृति दी गई थी। इसके बाद डीपीआर तैयार करने वाली कंपनी कोल्डवेल बैंकर्स रिचर्ड एलिस (सीबीआरई) साउथ एशिया प्रा. लि. को निविदा तैयार करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। शनिवार को शासन से फिल्म सिटी को मंजूरी मिल गई है। अब तकनीक व फाइनेंशियल बिड के आधार पर विकासकर्ता का चयन होगा। दिसंबर तक विकासकर्ता का चयन कर फिल्म सिटी का शिलान्यास हो जाएगा। डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यीडा क्षेत्र में एक हजार एकड़ में विकसित होने जा रही यह फिल्म सिटी 10 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट है। इसमें फिल्म स्कूल, मीडिया इंडस्ट्रीज ऑफिस, पोस्ट प्रोडक्शन फैसिलिटी, थीम पार्क, होटल, फिल्म, टीवी, ओटीटी निर्माण से जुड़े सभी आयामों का पूरा समावेश होगा। अभिनय से लेकर फिल्म और टीवी से जुड़े सभी प्रशिक्षण देने के लिए चालीस एकड़ क्षेत्र में इंस्टीट्यूट भी बनाया जाएगा। प्रदेश के युवा यहां प्रशिक्षण लेकर अपने सपनों को साकार कर सकेंगे। फिल्म सिटी का पहला चरण इंफोटेनमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके तहत फिल्म स्टूडियो, एम्यूजमेंट पार्क, फिल्म इंस्टीट्यूट बनाए जाएंगे। इससे फिल्मों के निर्माण के साथ पर्यटन की गतिविधियां शुरू होगा।