अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मौसम में बदलाव के चलते देश के कई राज्यों में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस का खतरा बढ़ने लगा है। हालांकि, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इस वायरस के बहुत ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं, फिर भी केजरीवाल सरकार हर स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है। इस बाबत शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एडवाइजरी जारी कर बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही इस सीजनल इन्फ्लूएंजा के प्रसार को रोकने के लिए डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस यूनिट्स, हेल्थ फेसिलिटीज और सरकारी अस्पतालों को निगरानी रखने के सख्त निर्देश दिए है। इस संबंध में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह मौसम इंफ्लुएंजा का है। इस तरीके का सीजनल इंफ्लुएंजा पूरी दुनिया में चलता है। वर्तमान में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा के ज्यादा मामले सामने नहीं आएं है, ऐसे में हमें घबराने और चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। हमें केवल सतर्क और जिम्मेदार रहना है।
दिल्ली के सभी जिलों के अस्पतालों की ओपीडी एवं आईपीडी में फ्लू जैसे लक्षण वाले मरीजों एवं गंभीर रूप से श्वसन संबंधी शिकायत वाले मरीजों पर नजर रखी जाएगी,ताकि अर्ली स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जा सकें। यदि कहीं पर भी अर्ली राइजिंग के ट्रेंड्स नजर आते हैं तो उस समय रहते डिटेक्ट किया जाएगा। इसके अलावा केजरीवाल सरकार, कुछ दिनों में इसे लेकर अखबारों और एफएम रेडियो के जरिए अलग-अलग भाषाओं में विज्ञापन देगी। इन विज्ञापनों के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाई जाएगी।स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वर्तमान में एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा व एच-3 एन- 2 इन्फ्लूएंजा देश में काफी फैल रहा है। आम तौर पर इसका पहला पीक टाइम जनवरी से लेकर मार्च तक और दूसरा पीक मानसून के खत्म होने पर आता है। ये वाला पीक मार्च के अंत तक घटता जाता है। इस बार इन्फ्लुएंजा के काफी पेशेंट्स आ रहे हैं, जिनकी मेडिकल हिस्ट्री में लंग्स से जुड़ी बीमारी, कोरोना के चलते गंभीर स्थिति और अस्थमा है, उनपर इसका ज्यादा असर हो रहा है। लोगों में बुखार,लंबे समय तक खांसी, बलगम की परेशानी बढ़ना, नाक से पानी आना, सिर दर्द रहना, शरीर में दर्द आदि लक्षण देखे जा रहे हैं। इन्फ्लूएंजा से 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और 5 साल से छोटे उम्र के बच्चों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। वहीं, फेफड़ों की बीमारी की शिकायत वाले लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भारत सरकार की तरफ से देश के 6 राज्यों में कोविड की एडवाइजरी जारी हुई है। इन राज्यों में केरला, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र व गुजरात है। हालांकि, दिल्ली इन राज्यों में शामिल नहीं है। दिल्ली सरकार ने मौजूदा कोरोना वायरस के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग करवाई है। यह वेरिएंट गैर खतरनाक पाया गया है। मगर फिर भी केजरीवाल सरकार की तरफ से लोगों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी की जा रही है। इन्फ्लूएंजा के लक्षण कोरोना संक्रमण से मिलते-जुलते हैं और कोरोना और इन्फ्लूएंजा के बचाव बिल्कुल एक से हैं। ऐसे में लोग भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें। अगर आपको खांसी-जुकाम है तो पब्लिक प्लेसेज पर सार्वजनिक चीजों को ना छुएं। समय समय पर हाथों को धोतें रहें। अपने हाथों को नाक, आंख व मुंह आदि पर न लगाएं। उन्होंने कहा कि अगर लोग इन सावधानियों का पालन करेंगे, तो हम इन्फ्लुएंजा को भी रोक पाएंगे और कोरोना को भी शुरू में ही रोक सकते हैं। हालांकि, कोरोना का वेरिएंट गैर खतरनाक है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने एहतियातन दिल्ली में भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इसे लेकर डिस्ट्रिक्ट सर्विलेंस युनिट्स, हेल्थ फेसिलिटीज और सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि इस स्थिति को रोजाना मॉनिटर करें। जल्द ही इसे लेकर अखबारों और एफएम रेडियो में अलग-अलग भाषाओं में विज्ञापन दिए जाएंगे। विज्ञापनों के माध्यम से लोगों में अवेयरनेस फैलाई जाएगी।
इस वायरस के लक्षण कोविड-19 के कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं। सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि ज्यादा दिनों तक तेज बुखार, लंबे समय तक खांसी का रहना, बलगम की परेशानी बढ़ना, नाक से पानी आना, सरदर्द रहना, जी मिचलाना, भूख नहीं या कम लगना और शरीर में दर्द रहना आदि एच3एन2 वायरस के लक्षण हो सकते हैं। जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस का खतरा कुछ खास लोगों को अधिक है। इनमे अस्थमा एवं फेफड़ों के संक्रमण के मरीज, बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं एवं बच्चे शामिल हैं।
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