अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण को देखते हुए निर्माण कार्यों पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में मालवाहक ट्रकों का प्रवेश 7 दिसंबर तक बंद रहेगा। आवश्यक वस्तु वाले एवं सीएनजी-इलेक्ट्रिक ट्रक दिल्ली आ सकते हैं। रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान का तीसरा चरण 18 दिसंबर तक चलेगा। सरकारी कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम होम को खत्म कर दफ्तरों को खोल दिया है। कर्मचारी निजी वाहनों से ऑफिस ना आएं इसके लिए 14 कॉलोनियों से विशेष बस शुरू की गई हैं। प्रदूषण पैदा करने वाली गाड़ियों की जांच का अभियान जारी रहेगा। दो माह में 14 हजार वाहन चालकों पर दस-दस हजार जुर्माना लगाया गया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सिविल लाइन में आज प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण के हालात को लेकर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। इसमें विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण के स्तर के आगे भी बहुत खराब श्रेणी में बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि बारिश हो सकती है, ऐसे में प्रदूषण में तब्दीली हो सकती है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आज निर्णय लिया गया है कि दिल्ली के अंदर निर्माण और डिमोलिशन के कार्य आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। इसके अंदर इलेक्ट्रिक वर्क, इंटीरियर डेकोरेशन, प्लंबरिंग, कार्पेंटर का काम जारी रहेगा। इसके अलावा निर्माण श्रमिकों को सरकार की तरफ से 5 हजार देने का काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर सभी गाड़ियों का प्रवेश बंद नहीं है। मालवाहक ट्रकों का प्रवेश 7 दिसंबर तक बंद रहेगा। सीएनजी-इलेक्ट्रिक ट्रक दिल्ली आ सकते हैं। करीब एक हजार इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन है। इलेक्ट्रिक और सीएनजी ट्रकों को प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान का दूसरा चरण 3 दिसंबर को पूरा हो रहा है। इसका तीसरा चरण 15 दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में 18 दिसंबर तक रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान का तीसरा चरण चलेगा। दिल्ली के अंदर आज से स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं।इसके साथ सरकारी कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम होम को खत्म कर दफ्तरों को खोल दिया है। ऐसे में कर्मचारी आज से दफ्तर आ रहे हैं। प्रमुख कॉलोनियों में जहां पर कर्मचारी ज्यादा संख्या में रहते हैं, वहां से विशेष बस सुविधा शुरू की है। दिल्ली के अंदर आज से 14 मुख्य कॉलोनियों गुलाबी बाग, मयूर विहार फेस टू, मोतिया खान, शालीमार बाग ब्लॉक ए, तिमारपुर, हरी नगर, सेक्टर 3 द्वारका, निमडी कॉलोनी, अशोक विहार,सेक्टर 11 रोहिणी, कड़कड़डूमा, मॉडल टाउन फेस वन, विकास पुरी, पश्चिम विहार और वसंत कुंज की 14 कॉलोनियों से बस सुविधा शुरू की गई है। जिससे कि वह दफ्तर में आकर काम कर सके और वाहन प्रदूषण को भी इस तरह से कम कर सकें। इन कॉलोनियों से बस सुबह 8 बजे चलेगी जो कि सचिवालय आएगी और शाम को 5 बजे से उनके घर छोड़ेगी।गोपाल राय ने कहा कि ओपन बर्निंग अभियान दिल्ली के अंदर जारी रहेगा। अभी तक ओपन बर्निंग अभियान के तहत 8480 साइट का टीमों ने निरीक्षण किया है। जिसमें लगभग 1 हजार जगहों पर नियमों का उल्लंघन पाया गया था। नियम उल्लंघन करने वाली एजेंसी, संस्थाओं और लोगों पर 28.76 लाख का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, फायर बिग्रेड के जरिए पानी छिड़काव का अभियान जारी रहेगा। सभी विभागों को निर्देश दिए गए कि आगामी आदेश तक अभियान को जारी रखें।उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण पैदा करने वाली गाड़ियों के पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच का अभियान भी यातायात विभाग और पुलिस मिलकर जारी रखेगी। अभी तक अक्टूबर और नवंबर में 18 लाख पीयूसी सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं।। इन दो माह में 14 हजार वाहन चालकों को बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के नियम उल्लंघन करते पकड़ा गया, जिनके ऊपर 10-10 हजार रुपए का चालान किया गया है।इसके साथ ही यातायात विभाग को जागरूकता अभियान के लिए भी निर्देश दिया गया था। अभी तक अभियान के जरिए 30 लाख लोगों को एसएमएस भेजा गया है कि वाहन का पीयूसी बनवा लें, नहीं तो 10 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। प्रदूषण को देखते हुए यह सभी अभियान जारी रहेंगे। पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि अभी प्रदूषण को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई बरतने की जरूरत नहीं है। यदि आपको पता लगता है कि कहीं चोरी छिपे नियम उल्लंघन कर निर्माण कार्य चल रहा है, ट्रकों की एंट्री हो रही है, कोई आग जला रहा है तो इसकी सूचना ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से दे सकते हैं। जिसके आधार पर हम कार्रवाई करेंगे।