अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल: देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं दिखाई देने के बावजूद भी पत्रकारों में लगातार मिल रहे पॉजिटिव मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने फील्ड में जाकर रिपोर्टिंग करने वाले मीडिया प्रतिनिधियों का भी टेस्ट करवाने का निर्णय लिया। बुधवार को जिला के 26 मीडिया प्रतिनिधियों का कोविड-19 के लिए टेस्ट किया गया, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि थे। हरियाणा में पहली बार किसी जिला में इस तरह कोविड-19 की परोपर जांच के लिए पत्रकारों के स्वैब सैंपल लिए गए। इन सैंपल को जांच के लिए भिजवा दिया है जिनकी अगले एक या दो दिन में रिपोर्ट आएगी। उपायुक्त नरेश नरवाल ने भी इस पहल के लिए स्वास्थ्य विभाग की सराहना की है। इससे पहले गुरुग्राम में पत्रकारों के कोरोना टेस्ट कराए गए थे। जिसमें सभी के रिपोर्ट नेगेटिव आए थे।
सिविल सर्जन डा. ब्रहमदीप सिंह ने बताया कि कि कोविड-19 लॉक डाउन में समस्त जानकारी के लिए लोग मीडिया पर निर्भर है। सरकार के निर्णय से लेकर जिला प्रशासन के आदेशों तथा जिला, प्रदेश , राष्ट्र स्तर और दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर क्या चल रहा है, यह सब आम जनता तक मीडिया ही पहुंचा रहा है। इसके लिए मीडिया कर्मियों को सुबह से शाम तक फील्ड में रहना पड़ता है, जिस दौरान वे भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में जाते हैं। ऐसे में किसी भी मीडिया कर्मी के संक्रमित होने की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता। मुंबई व देश के अलग-अलग शहरों में में जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई देने के बावजूद भी कुछ पत्रकारों के टेस्ट पॉजिटिव आए हैं उसके बाद पलवल जिला प्रशासन को भी लगा कि एहतियात के तौर पर मीडिया प्रतिनिधियों के टेस्ट करवा लेने चाहिए। पलवल जिला में जिस तरह पिछले दिनों संक्रमण के अनेक मामले सामने आए उसे देखते हुए जिला प्रशासन ने तो मीडिया कर्मियों को कोविड-19 सेनानी माना है और इसीलिए चाहे किसी में संक्रमण के लक्षण ना दिखाई दे रहे हों, नागरिक अस्पताल में मीडिया कर्मियों का कोविड-19 के लिए टेस्ट करवाया गया। उन्होंनेे कहा कि पूरा विश्व इस समय कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ रहा है और ऐसे में पत्रकार एक अहम भूमिका निभा रहे हैं। पलवल में पत्रकार विभिन्न स्थानों पर जाकर कोरोना वायरस से संबंधित अपडेट आम जन तक पहुंचा रहे हैं, ऐसे में पत्रकारों को भी कोरोना वायरस से संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का कारगर तरीका सोशल डिस्टेंसिंग ही है। साथ ही समय-समय पर हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से साफ करना है। उन्होंने बताया कि पलवल जिला में स्थिति लगातार सुधर रही है। जिला में अब तक 34 मामले पॉजीटिव आए है जिनमें से 26 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। पत्रकारों को भी सैंपल लेने के उपरांत हैंड सेनेटाइडर, फेस मास्क व गलव्स स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए।इस मौके पर एसएमओ डा. अजय माम, डा. सुरेश बुरोलिया व डा. सुषमा चौधरी सहित अन्य पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहा।