अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल ने कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए आज 100 दिन पूरा कर लिया है। 100 दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्पताल पहुंचे और निडर होकर मरीजों का इलाज कर रहे डाॅक्टरों व नर्सों का उत्साह वर्धन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अस्पताल में वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा की शुरूआत की। अब कोविड मरीज से उनके रिश्तेदार अस्पताल के बाहर स्थापित टैब की मदद से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बात कर उनका हाल जान सकेंगे। कोविड मरीजों को वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बात कराने की सुविधा प्रदान करने वाला एलएनजेपी संभवतः पहला अस्पताल बन गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कई मरीजों से बात कर उनका हाल भी जाना। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे डाॅक्टरों और नर्सों में कोई कमी नहीं है। अस्पताल में जो भी कमियां हैं, वह हमारी और प्रशासन की तरफ से हैं। हम उन कमियों को दूर करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एलएनजेपी अस्पताल को कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए आज 100 दिन पूरे हो गए हैं। 17 मार्च 2020 को एलएनजेपी को कोविड अस्पताल घोषित किया गया था। एलएनजेपी पूरे देश का सबसे बड़ा कोविड अस्पताल है। यहां पर दो हजार बेड हैं। 17 मार्च से अब तक एलएनजेपी अस्पताल करीब 2700 मरीजों का इलाज करके घर भेज चुका है। जाहिर तौर पर जो बिना लक्षणों वाले मरीज होते हैं, वे घर पर ही इलाज कराते हैं। लेकिन जो मरीज गंभीर होते हैं, उन लोगों का इलाज करना आसान नहीं था। फिर भी सभी डाॅक्टरों ने बिना अपनी परवाह किए, अपने परिवार की इच्छाओं के विपरित यहां रात-दिन काम किया। आप समझ सकते हैं कि पीपीई किट में इतने घंटे भीषण गर्मी में बिताना मुश्किल होता है। एलएनजेपी अस्पताल के डाॅक्टर और नर्सेंज बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। बीच-बीच में मीडिया के लोगों ने अस्पताल में कुछ कमियां बताई थीं। वह सभी कमियां हम लोगों की वजह से है। हमारे डाॅक्टर और नर्सेज में कोई कमी नहीं है। अस्पताल में जो भी कमियां हैं, वह हमारी और प्रशासन की तरफ से हैं। हम उन कमियों को दूर करने का प्रयास भी कर रहे हैं। कई सारी कमियों को हमने दूर भी की है। आप हमारी कमियों को बताते जाइए, हम उन कमियों को दूर करते जाएंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल में एक सबसे बड़ी बात यह हुई है कि पहली बार यहां पर प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया गया और वह सफल रहा। अब उस प्लाज्मा थेरेपी को यहां पर बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जा रहा है और उसकी वजह से एलएनजेपी अस्पताल में मौत की दर काफी कम हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल एकमात्र अस्पताल है, जो कोरोना से ग्रसित गर्भवती महिला की सकुशल बच्चे की डिलीवरी कर रहा है। अगर कोई महिला गर्भवती है और उसे कोरोना हुआ है, तो वह सारे अस्पतालों में धक्के खाती रहती है, उसको कोई भर्ती करने, उसका आॅपरेशन और बच्चे की डिलीवरी कराने के लिए कोई तैयार नहीं होता है, लेकिन एलएनजेपी अस्पताल में अब तक 114 महिलाओं की डिलीवरी कराई जा चुकी है। इसके अलावा, अगर कोई कोरोना का मरीज है और उसे डायलसिस चाहिए, तो यह सुविधा बहुत कम अस्पतालों में उपलब्ध है, लेकिन यहां पर उसकी बहुत अच्छी सुविधा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब कोरोना मरीज से उसके परिवार के लोग वीडियो काॅल पर बात कर सकते हैं। अभी तक कोरोना का मरीज अस्पताल में भर्ती है, तो उसका रिश्तेदार उससे नहीं मिल सकता था। रिश्तेदार को पता नहीं चल पाता था कि उसका मरीज ठीक है या नहीं है। उससे उसके माता-पिता बात करना चाहते हैं। इसके लिए अब यहां पर सुविधा शुरू कर दी गई है। अब हर वार्ड में टैब लगा दिए गए हैं। मरीज का रिश्तेदार बाहर स्थापित टैब की मदद से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सकते हैं।
इससे पहले,मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलएनजेपी अस्पताल में डॉक्टर के साथ बैठक के दौरान कहा कि आप जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उसे मैं समझता हूं। प्रत्येक डॉक्टर हर जिंदगी बचाना चाहता है। इस बीमारी के साथ, आप बिना किसी हथियार के लड़ाई लड़ रहे हैं। इसका कोई इलाज नहीं है। लेकिन जो चीज लोगों को बचाएगी, वह आपकी दृढ़ता है। मुझे पता है कि आप इस लाइलाज बीमारी से लड़ने के लिए हर मरीज के अंदर क्षमता पैदा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोई भी कल्पना नहीं कर सकता कि हर डॉक्टर अभी क्या कर रहा है? इतनी गर्मी में प्रतिदिन 8 घंटे उस पीपीई को पहनना आसान नहीं है। यह जानकर कि आप स्वयं संक्रमित हो सकते हैं, मरीजों से भरे वार्ड में जाते हैं। लेकिन आप डर से पहले सेवा कर रहे हैं और मानवता के साथ बीमारी से लड़ रहे हैं।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हर दिन कोई न कोई वीडियो ऐसे मरीज के बारे में सामने आता है, जो इलाज से दुखी होता है या फिर परिवार टूट जाता है। डॉक्टरों को दोष देना मीडिया के लिए आसान है, लेकिन मैं समझता हूं कि आप सभी अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। लेकिन हमें हर प्रतिक्रिया को सकारात्मक रूप से लेना चाहिए और चीजों को और बेहतर बनाने के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए। कोई फर्क नहीं पड़ता कि मीडिया क्या करने की कोशिश करेगा, मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा। मीडिया को केजरीवाल की आलोचना करने दें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन उन्हें हमारे डॉक्टरों और हमारे अस्पताल को दोष नहीं देना चाहिए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इतने लंबे समय से मरीज के स्वास्थ्य के लिए उनके साथ देश में कोई अन्य अस्पताल नहीं है। एलएनजेपी से अब तक काफी मरीज ठीक हुए हैं। हमने दुनिया को दिखा दिया है कि हम असंभव को सम्भव सकते हैं। किसी निजी अस्पताल ने भी कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं को भर्ती करने का साहस नहीं दिखाया है और आपने बिना किसी डर के बच्चों की डिलीवरी कराई है।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसे कोविड अस्पताल घोषित हुए 100 दिन पूरे हो चुके हैं और मुझे लगता है कि यह आगे भी रहेगा, लेकिन हमें अभी लंबा सफर तय करना है। यदि हम मजबूत होंगे, तभी हम इस बीमारी को हरा पाएंगे।उन्होंने कहा कि दिल्ली अपने सभी डॉक्टरों पर भरोसा करती है। मैंने हाल ही में कहा था कि हम एक साथ दो युद्ध लड़ रहे हैं। पहला, चीन के साथ सीमा पर और दूसरा, हमारे डॉक्टर अस्पतालों में वायरस से लड़ रहे हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि देश का हर नागरिक उसी तरह आपके पीछे खड़ा है, जिस तरह से हम अपने सैनिकों के पीछे खड़े हैं। आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई कर रहे सुशांत कोरोना होने पर एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात करते हुए बताया कि 14 जून को उन्हें पता चला कि उन्हें उन्हें कोरोना हुआ है। उन्होंने बताया कि 7 जून को उनका जन्मदिन था। उनकी पत्नी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। उन्होंने संभावना जताई कि केक के जरिए उन्हें संक्रमण होना लगता है। अभी मैं आईसीयू में भर्ती हूं, लेकिन अब तबीयत काफी ठीक है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में सभी सुविधाएं काफी अच्छी है। यहां पर डाॅक्टर और सपोर्टिंग स्टाफ बहुत अच्छे हैं। इनके पास काफी काम का बोझ है, फिर भी अच्छा काम कर रहे हैं। मैने इन्हें काम करते हुए देखा है। मेरे बगल में कुछ वृद्ध लोग हैं। उन्हें मैं अपने दादा की तरह मानता हूं। उन्हीं के वार्ड में भर्ती एक वृद्ध महिला ने बताया कि अब वह काफी ठीक हो गई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आर्शीवाद देते हुए कहा कि डाॅक्टरों और आपकी मेहरबानी रही है। अब किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है।