अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम ने आज नहरपार इलाके के कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की हल्की कार्रवाई को अंजाम दिया। वहीँ, मास्टर रोड पर बन रहे शॉपिंग कॉम्पलेक्सों और दुकानों को बिल्कुल हाथ तक नहीं लगाया। इससे साफ़ तौर पर कह सकतें कि ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम ने तोड़फोड़ की कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की हैं। वहीँ नगर निगम के अधिकारीयों का कहना हैं कि आज कई जगहों पर उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने उनका साथ नहीं दिया। इस कारण से वह लोग और ज्यादा कार्रवाई नहीं कर पाए।
संयुक्त आयुक्त महिपाल यादव का कहना हैं कि आज नहरपार इलाके में ओमेक्स हाइट के समीप बन रहे दो अवैध दुकानों को तोडा गया.इसके बाद अवैध रूप से बने तीन दुकानों के शटर तोड़े गए हैं,इसके अतिरिक्त खेड़ीपुल से थोड़ा आगे अवैध रूप से बने एक शॉपिंग कॉम्पलेक्स को सील किया गया। उनका कहना हैं कि इसके अलावा दो निर्माणधीन दुकानों के छज्जे तोड़े गए हैं। इसके अलावा अवैध रूप से की गई प्लॉटिंग में बने तक़रीबन 7 -8 डीपीसी को बुल्डोजर से रौंद दिया गया। इस कार्रवाई को दो बुल्डोजर की सहायता से अंजाम दिया गया हैं। उधर,लोगों का कहना हैं कि ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम ने आज कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की हैं क्योंकि मास्टर रोड पर अवैध रूप से बन रहे तक़रीबन एक दर्जन से अधिक दुकानों को छोड़ दिया गया हैं।
इसका क्या मतलब समझा जाए यह तो वहीँ लोग जानते हैं.क्यूंकि अधिकारी लोग काफी समझदार होते हैं और आम जनता तो काफी वेवकूफ होते हैं जिसे कोई भी अधिकारी उनके आंखों में धूल झोंक सकता हैं। उनका कहना हैं कि आज एक भाजपा पार्षद के कार्यालय के पास अवैध रूप से बने तीन दुकानों को सिर्फ नाम के लिए उसका शटर तोड़ दिया गया। अगर कार्रवाई करने के लिए भारी पुलिस फाॅर्स के साथ में थी तो उन दुकानों को क्यों छोड़ा गया। लोग ये भी बताते हैं कि इस वक़्त मास्टर रोड, खेड़ी चौक के आसपास में बैसमेंट के साथ एक दर्जन से अधिक दुकानें बन रह रही हैं जिसे नगर निगम ने बिल्कुल छोड़ दिया।
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इस खबर में वह तस्बीरें हैं जिसमें निगम ने कार्रवाई की हैं. का शटर तोड़ कर दुकानें छोड़ दी हैं, वह भी दुकानें हैं जोकि मास्टर रोड पर बन रहे हैं जिनकों बिल्कुल नहीं छेड़ा और जल्द ही अपना पूरा कार्य करले निर्माणकर्ता। करीब एक दर्जन से अधिक दुकानें बन रहीं हैं। इस कार्रवाई के दौरान कार्यकारी अभियंता ओमवीर सिंह ,कनिष्ठ अभियंता डी के सोलंकी, मनीष, वीर सिंह के अलावा कई अधिकारी एंव कर्मचारीगण मौजूद थे।