अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: केंद्रीय सांख्यिकी तथा कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज कहा कि गुरुग्राम के लोग जागरूक और एक्टिव है, टेक्नोलॉजी को अपनाने में प्रदेश में सबसे आगे हैं, इसलिए सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए हम सभी मिलकर सौर ऊर्जा के समुचित उपयोग का एक अनूठा उदाहरण पेश करें,जो हरियाणा के अन्य जिलों तथा दूसरे प्रदेशों के शहरों के लिए अनुकरणीय हो.केंद्रीय मंत्री आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुग्राम में गुड़गांव फर्स्ट नामक स्वयंसेवी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में गुरुग्राम के उपायुक्त अमित खत्री भी पहुंचे थे। राव इंद्रजीत सिंह तथा श्री खत्री ने कार्यक्रम में संस्था की स्मारिका का विमोचन भी किया। राव इंद्रजीत सिंह ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि आज का विषय सामरिक है और इंटरनेशनल सोलर अलायंस तथा नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी के कार्यालय भी गुरुग्राम में है, जिनसे टेक्नोलॉजी लेकर सोलर एनर्जी का उपयोग लोगों के फायदे के लिए किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वे गुरुग्राम से निर्वाचित लोकसभा सदस्य होने के नाते चाहेंगे कि गुरुग्राम अच्छा बने, यहां के लोगों को ज्यादा सुख सुविधाएं मिले। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के भरपूर दोहन के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने कई प्रकार की योजनाएं लागू की हुई है, जिनका आम जनता को ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना चाहिए। सरकार अपनी तरफ से प्रयास कर रही है, जो लोग गुरुग्राम के साथ जड़ों से जुड़े हुए हैं और गुरुग्राम में अच्छा करना चाहते हैं, उन सभी लोगों को एकजुट होकर यह सुनिश्चित करना चाहिए गुरुग्राम में हरियाली ज्यादा हो, यहाँ ग्रीनरी रहे। अरावली और भूड़ के क्षेत्र सुरक्षित रहें। राव इंद्रजीत सिंह ने लोगों से बारिश के पानी को भूमिगत जल रिचार्ज करने में प्रयोग करने का आह्वान किया और कहा कि बारिश का मौसम कुछ दिनों में आएगा, ग्राम वासियों को चाहिए कि बारिश के पानी की एक भी बूंद व्यर्थ ना बहे बल्कि बारिश का सारा पानी भूमिगत जल को रिचार्ज करने में प्रयोग हो। इसके लिए सभी को अपने स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। बारिश के पानी की एक-एक बूंद जमीन में
समाए, सभी आरडब्लूए तथा गुरुग्रामवासी यह सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम का भू जलस्तर काफी नीचे चला गया है, ऐसे में जल स्तर को रिचार्ज करने की आवश्यकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जलाशयों की पहचान करने का कार्य चल रहा है, जो मृत हो गए है, उन्हें पुनर्जीवित किया जाएगा। उन्होंने याद दिलवाया कि पहले के जमाने में गांवो में तालाब हुआ करते थे और उस समय हमारे बुजुर्ग हमसे बेहतर पानी का प्रबंधन कर पाते थे। अब हमें भी गांवों के उन तालाबों का जीर्णोद्धार करने की जरूरत है। इस मौके पर उपायुक्त अमित खत्री में अपने विचार रखते हुए कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला में एक सो से ज्यादा अलग-अलग स्थानों पर गुरु जल प्रोजेक्ट के तहत पानी पर चर्चा की जा रही है ताकि सभी लोगों को पानी के विषय पर संजीदा किया जा सके।