अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरूग्राम: जल माफिया पर गुरूग्राम जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आज अवैध रूप से चलाए जा रहे 7 ट्यूबवैल सील किए हैं। सील किए गए ज्यादातर ट्यूबवैल गांव उल्लावास व आस पास के क्षे़़त्र मे स्थित थे। गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री के निर्देश पर ये बड़ी कार्यवाही की गई है। जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया कि अवैध रूप से चलाए जा रहे ट्यूबवैलों से पानी भरकर टैंकर के माध्यम से पानी बेचने का मामला प्रशासन के संज्ञान में आया था। जल माफिया द्वारा टैंकर भरकर आवासीय सोसायटियों में पानी की बिक्री की जा रही थी।
सोहना की खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नवनीत कौर की टीम ने छापा मारकर इन ट्यूबवैलों को सील किया है और इनका सामान भी जब्त किया गया है। यही नही, इन ट्यूबवैल मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी भी की जा रही है। इनमें उल्लावास निवासी सतबीर पुत्र कालुराम, आनंद पुत्र हंसराज, संजय पुत्र शेरू, अंकित, कादरपुर निवासी विनेश पुत्र श्योराज तथा बहरमपुर निवासी मस्तराम के नाम शामिल हैं। गुरूग्राम जिला को सैंट्रल ग्राउंड वाटर अथोरिटी द्वारा पहले ही डार्क जोन घोषित किया हुआ है और पूरे जिला में बिना उपायुक्त की अनुमति के एक भी नया ट्यूबवैल नही लगाया जा सकता। उपायुक्त भी आपात स्थिति में केवल पेयजल आपूर्ति के लिए ही ट्यूबवैल लगाने की अनुमति दे सकते हैं, और वह भी उन क्षेत्रों में जहां पर जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग अथवा नगर निगम या हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जलापूर्ति लाइने नही पहुंच रही हैं। इसके लिए इन विभागों से रिपोर्ट भी ली जाती है।