अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली -एनसीआर में बीती रात हुई झमाझम बारिश के चलते सड़कों को जगह -जगह जलभराव होने के कारण आमजनों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस स्थिति में लोगों को राहत देने व जाम से निजात दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस, फरीदाबाद, गुरुग्राम व नॉएडा पुलिस के पुलिस कर्मी सड़कों पर डटे रहे। कोई कह रहा हैं इधर से जाओं , कोई कह रहा हैं उधर से जाओं , कोई कह रहा अरे -अरे यहां पर गढ्ढे हैं यहां से मत जाओं, किसी का फोन बज रहा हैं और उनसे उनके अपने बार- बार ये पूछ रहे हैं कि अभी कहा पहुंचे, जवाब ये मिलता की अभी जाम में फंसे हैं,
कोई अपनों को बताता की जलभराव के चलते सड़कों पर ट्रैफिक काफी धीमी हैं। इनमें बहुत से ऐसे महिलाएं थी जो अपने पति और बच्चों के साथ रविवार को होने वाले रक्षा बंधन त्यौहार को लेकर अपने भाइयों के घर जा रहे थे, बहुत से ऐसे भाई थे जो अपने बहनों के घर जाकर राखी सुबह -सुबह बंधवा कर शाम तक अपने घर वापिस लौटने के प्लान बना कर सड़कों पर चल रहे थे। क्यूंकि रक्षा बंधन त्यौहार पर वैसे भी सड़कों पर काफी ट्रैफिक होती हैं। जिसने भी दिलेरी दिखा कर जलभराव में घुसकर अपने गाड़ियों को जल्दी निकल ने की कोशिश की, उनकी गाडी जमे हुए पानी में बंद हो गई और वह लोग पानी में फंसे हुए खड़े दिखाई दिए या अपने बंद गाडी को धक्का देते हुए दिखाई दिए।
अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा की सीईओ ने ट्वीट करके दावा किया था, कि करोड़ रुपये खर्च कर प्राधिकरण ने बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या को दूर किया जा रहा है.. तस्वीरे हकीकत बायाँ कर रही है कहावत है कि हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और होते हैं यह कहावत नोएडा प्राधिकरण के ऊपर सटीक बैठती है क्योंकि प्रधिकरण के दावे कुछ और होते है और हकीकत कुछ और… पिछले ही महीने नोएडा की सीईओ ने ट्वीट करके दावा किया था,
कि एक करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर प्राधिकरण उन जगहों को ठीक किया गया है जहां बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या होती थी और प्राधिकरण बारिश के दौरान जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए लगातार काम कर रहा है, लेकिन रात भर में हुई लगातार मूसलाधार बारिश ने प्राधिकरण के दावों पर पानी फेर दिया है.
प्राधिकरण के दावों की पोल खोलती वाटर लॉगिंक की तस्वीरे, दलित प्रेरणा स्थल के पास और सेक्टर-44 महामाया क्लोवर लीफ की है जिसके बारे में नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने 21 जुलाई को एक ट्वीट करके नोएडा वासियों को आश्वस्त किया था कि दलित प्रेरणा स्थल के पास 74 लाख की लागत से निर्मित समरसेबल पंप और सेक्टर 44 महामाया क्लोवर लीफ के पास 49.98 लाख की लागत से निर्मित नालियों से बारिश के दिनों जलभराव की समस्या में कमी आई है, लेकिन देर रात हुई मूसलाधार बारिश ने बारिश के चलते प्राधिकरण के अदाओं पर पानी फिर गया है इन दोनों जगहों पर हुए भारी जलजमाव से लोग जुझते नजर आए.
वाटर लॉगिंग के कारण कई गाड़िया बंद हो गई। वहीं कई लोग अपनी गाड़ियों को धक्के मारते नजर आए। ताकि वो लोग अपनी मंजिल तक पहुंच सके। इस प्रकार नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा कि सड्को तो ठीक करने और नालों की सफाइ का दावा था,
लेकिन सड़क के गढ़ढो को मिट्टीन भर ठीक कर दिया बारिश होते दुध कि सप्लाई करने निकाला मदर डेयरी ट्रक गढ़ढो में घुस गया। समस्या से जुझ रहे नोएडा वासियों को जल्दी निजात मिल जाएगी, जो हकिकत में नजारा देखने को मिल रहा है उससे लगता यह जल्द सम्भव नही है और नोएडा वासियों को अभी कई वर्षो तक इन समस्या से जूझना पड़ेगा।
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