अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने आज दो वकीलों को 193 लोगों को जबरन निवेश करवा कर उनसे से करोड़ों रूपए की ठगी करने के एक पुराने मामले में अरेस्ट किया हैं,अरेस्ट किए गए आरोपित वकीलों के नाम के डी शर्मा व अनुराग पांडेय हैं। ये मुकदमा वर्ष 2021 में थाना आर्थिक अपराध, नई दिल्ली में दर्ज किया गया था का नंबर -26 /21 हैं।
डीसीपी , आर्थिक अपराध, जितेंद्र कुमार मीणा के अनुसार यह एक बहु-पीड़ित मामला है, कथित तौर पर केडी शुक्ला ने अपने सहयोगी अनुराग पांडे, आलोक कुमार और आरपी सिन्हा के साथ मिलकर शिकायतकर्ताओं को प्रगति ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड नामक कंपनी की योजना में निवेश करने का लालच दिया, जो कानपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित है। जांच के अनुसार, के.डी. शुक्ला, अनुराग पांडे, आलोक कुमार और आरपी सिंह ने योजनाओं में निवेश के नाम पर 193 लोगों से ठगी की थी, जो बाद में पोंजी स्कीम निकली।
उपरोक्त तथ्यों और प्रारंभिक जांच के मद्देनजर प्राथमिकी संख्या 26/21, भारतीय दंड संहिता की धारा 420/406/120B IPC, 4, 5 एवं 6 के प्राइज चिट्स और मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (प्रतिबंध) अधिनियम 1978 एवं धारा के तहत एक मामला भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 58 (बी) (4ए), पीएस ईओडब्ल्यू, नई दिल्ली को पंजीकृत किया गया और जांच की गई।
कार्य प्रणाली
• केडी शुक्ला, अनुराग पाण्डेय और आलोक कुमार नाम के कथित व्यक्तियों ने आकर्षक रिटर्न के बहाने प्रगति ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड कंपनी की पोंजी योजनाओं में निवेश करने का झांसा दिया। कथित व्यक्तियों ने पीड़ितों को अच्छी तस्वीर दिखाई कि उनकी मेहनत की कमाई कंपनी की योजना में निवेश की जा रही है और वे जल्द ही अमीर हो जाएंगे और निवेशकों से करोड़ों रुपये ठग लिए।
गिरफ्तार आरोपित
1. के डी शुक्ला
2. अनुराग पाण्डेय
आरोपी व्यक्तियों की प्रोफाइल
के डी शुक्ला ने अपना स्नातक और एलएलबी छत्रपति शिवाजी महाराज विश्वविद्यालय, कान पुर से किया और एक वकील के रूप में अभ्यास करना शुरू किया। बाद में, उन्होंने आलोक कुमार से मुलाकात की और उनके साथ प्रगति ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट कंपनी लिमिटेड की मनी बैक योजना के लिए काम करना शुरू किया।
अनुराग पांडे ने छत्रपति शिवाजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से स्नातक किया। बाद में उनकी मुलाकात केडी शुक्ला से हुई जिन्होंने उन्हें आलोक कुमार से मिलवाया। इसके अलावा, उन्होंने प्रगति ग्रीन एग्रो प्रोडक्ट कंपनी लिमिटेड की मनी बैक योजना के लिए केडी शुक्ला और आलोक कुमार के साथ काम करना शुरू किया।