अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अशोक गहलोत जी, सचिन पायलट जी, सुखजिंदर सिंह रंधावा जी, गोविंद डोटासरा जी, सीपी जोशी जी, रमेश मीणा जी, श्रीमती शकुंतला रावत जी, जुबैर खान जी, प्रशांत बैरवा जी, काजी निजामुद्दीन जी, वीरेंद्र राठौर जी, अमृता धवन जी, गोविंद राम मेघवाल जी, हरीश मीणा जी, मंच पर उपस्थित सभी नेतागण, कांग्रेस पार्टी के सभी पदाधिकारी, सरकारी अधिकारी और मेरे भाइयों और बहनों, आपका इस सभा में स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।
वीरभूमी राजस्थान का सभी भाइयां, बहना नें, म्हारा राम-राम सा। मन्ने विश्वास है कि जोधपुरिया देव जी और धन्ना भगत जी का आशीर्वाद लो, खेल अगला अच्छा हो। दुनिया के कोने-कोने से लोग भक्ति, शक्ति, वीरता और अपनायत की धरती राजस्थान में आते हैं। इस धरती को देखने आते हैं, इस धरती के बारे में सीखने आते हैं। यहाँ की पुरानी कहानियां सुनने आते हैं और ये देखने आते हैं कि यहाँ की वीर और साहसी जनता किस तरह से अपने जीवन के संघर्ष में आगे बढ़ रही है। आपका प्रदेश कर्तव्य, सेवा और वीरता की मिसाल है। इस प्रदेश पर, राजस्थान पर हमारे पूरे देश को गर्व है।आप बहुत तालियां बजा रहे थे। एक बार मेरे साथ कहिए- जोधपुरिया देव जी की जय, धन्ना भगत जी की जय,अन्नपूर्णा गणेश जी की जय, डिग्गी कल्याण जी की जय। डिग्गी कल्याण जी की कथा तो आप सब बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। ये आपकी परंपरा का हिस्सा है। आपको याद होगा कि उन्हें प्रसन्न करने के लिए राजा को बहुत तपस्या करनी पड़ी, तभी जाकर वो प्रसन्न हुए। उसी तरह से जो हमारा देश एक लोकतंत्र कहलाया जाता है, लोकतंत्र में जनता ही भगवान होती है। जनता जनार्दन है। जनता की सेवा उसका सत्य, उसका सच्चा अर्थ क्या होता है कि जनता सबसे सर्वोपरि है, सबसे ऊंची जनता होती है। यही हमारे देश की राजनीतिक परंपरा रही है। अगर आप गांधी जी को देखें,जिन्होंने देश की राजनीतिक नींव डाली, स्वतंत्रता संग्राम लड़ा हमारे लिए, इस देश को आजाद करवाया, उनको देखिए। उनमें कितनी सादगी थी, किस तरह से उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की जनता को दिया। हमेशा ये कहते थे देश का गरीब सर्वोपरि है। कहते थे कि जब तक इस देश के एक भी वासी की आंख में आंसू हैं, जब तक वो आंसू हम नहीं पोंछ पाएंगे, तब तक हमारा काम पूरा नहीं हुआ। यही हमारे लोकतंत्र की नींव है, हमारी राजनीति की नींव है।आज राजस्थान की सरकार भी अपने जनकल्याणकारी कार्यक्रम से, योजनाओं से इसी तरह से आगे बढ़ रही है ये समझकर कि गरीब को गणेश जी समझकर और किसान को भगवान समझकर। यही भावना मन में लेकर सरकार के जितने भी अधिकारी हैं और हमारे मुख्यमंत्री जी हैं, कांग्रेस पार्टी के नेतागण हैं, सब इसी भावना को मन में लेकर दिन-रात काम कर रहे हैं। आज मैं सवाई माधोपुर से आई, वहाँ आप सबको मालूम होगा, खासकर मेरी बहनों को कि वहाँ रणथम्भौर के किले में एक प्रसिद्ध गणेश जी का मंदिर हैं, गई हुई हैं, गई हुई हैं ना? मैंने देखा जब भी मैं आती हूं खूब सारी, खासतौर से महिलाएं जाती हैं और मुझे हमेशा ताज्जुब होता है जब मैं उस रास्ते से गुजरती हूं, मैं भी गई हूं उस मंदिर में कई बार, तो जब वापस आती हूं कभी-कभी, शाम हो जाती है, जंगल है वहाँ, आप गई हैं, आपने देखा होगा। उसी रास्ते से शेर आते हैं, उसी रास्ते से बाघ चलकर आते हैं, उसी रास्ते से कई ऐसे जानवर आते हैं, जिनसे अगर आमना-सामना हो जाए, तो आपको दिक्कत हो सकती है, चोट पहुंच सकती है। लेकिन मैं हमेशा देखती हूं कि मंदिर से आते हुए जो लोग हैं, वो अपने दिल में श्रद्धा लेकर एक आस्था रखते हैं कि हम मंदिर से आ रहे हैं, हमें कुछ नहीं होगा और उसी जंगल के रास्ते से चलते-चलते वो अपने घर की ओर चलते हैं।मेरे मन में अकसर ये बात आती है, जब मैं मंदिरों में जाती हूं, लोगों की श्रद्धा को देखती हूं कि इस तरह की श्रद्धा हम नेताओं के दिल में आपके लिए होनी चाहिए। जब हम कहते हैं कि जनता जनार्दन है, तो ये बहुत गहरी बात है और इस बात को समझना जनता के लिए भी और नेताओं के लिए भी बहुत जरूरी है। हमें समझना जरुरी इसलिए है क्योंकि जब हम दिन-रात काम करते हैं, जब सत्ता में आ जाते हैं, तो अकसर ये होता है कि अपनी महत्वाकांक्षाएं आगे हो जाती हैं, ये हो जाता है कि बहुत सत्ता मिल जाती है इंसान को तो वो भूल जाता है कि सत्ता में लाया कौन और आपको ये बात याद रखनी चाहिए, क्योंकि आपको ये बात कभी नहीं भूलनी चाहिए कि सत्ता देने वाले आप हैं।आज इन कार्यक्रमों में मैं एक नौजवान लड़की से मिली, शायद मेरी बातों को सुन रही होगी। उसे मोबाइल फोन मिला, अशोक गहलोत जी की जो स्कीम है, जो हमारी सरकार, कांग्रेस सरकार की जो स्कीम है, उसके जरिए और उन्होंने धन्यवाद दिया कि आपने हमें मोबाइल दिया है और हम अकसर ये कहते हैं कि हमने ये दी, ये स्कीम दी, आपके लिए ये किया, वो किया, लेकिन आपको समझना जरुरी है कि हम आपको कुछ नहीं दे रहे हैं, आपका हक दे रहे हैं। ये सब चीजें, जो आज राजस्थान की सरकार आपको दे रही है, ये आपके हक हैं।आज देश में परिस्थिति ये है कि देश पर राज करने वाले भाजपा के नेताओं के मन में इतना अहंकार आ गया है कि ये बातें भूल चुके हैं। वही प्रधानमंत्री जो अपने आपको भूमिपुत्र कहते थे, आज करोडो़ं के काफिले में चल रहे हैं। अगर आप महंगाई से जूझ रहे थे, महंगाई राहत कैंपों से पहले अगर आपके जीवन में अत्यंत मुश्किलें थी, तो ये किसलिए थी, कभी आपने ये सवाल उठाया है कि ये इतनी महंगाई क्यों? हमें जब रोजी-रोटी के लिए कमाने जाना पड़ता है, हमें थोड़े से पैसे मिलते हैं। हम जब दुकान जाते हैं कुछ खरीदने के लिए, मन में शायद बात होगी आपके मेरी बहनों के कि आज मैं सब्जी बनाऊंगी, दाल बनाऊंगी, रोटी बनाऊंगी। तो आप इस आशा से जाती हैं दुकान कि दो-चार चीजें खरीदकर लाऊंगी। लेकिन हमेशा आप वापस आ जाती थी आधी चीजें लेकर। गैस का सिलेंडर आज देशभर में 1,000 रुपए का है। कौन खरीद सकता है, क्या आप खरीद सकती हैं? यहाँ पर राजस्थान की सरकार ने आपको 500 रुपए में क्यों दिया सिलेंडर, क्योंकि देशभर में जो महंगाई है, उसकी भाजपा के नेताओं को कोई परवाह नहीं है। जब घर में कोई बीमार पड़ जाता है, अस्पताल ले जाना पड़ता है, इलाज कराना पड़ता है, तो एक तो बीमारी का टेंशन होता है कि किस तरह से बीमारी का इलाज होगा। दूसरा, कितने पैसे लगेंगे, तीसरा हम कमाएंगे कैसे इनका इलाज कराने के लिए। इसी तरह से कोई घर में कमरा बनाना हो, डर लगता है कि कितने का होगा, हमारे पास इतने पैसे हैं कि हम खर्च कर सकते हैं, बारिशें आ रही हूं, पानी चू रहा है ऊपर छत से। छत की मरम्मत करने के लिए आप 10 बार सोचती हैं कि करना चाहिए कि नहीं, हमारे पास शायद पैसे नहीं होंगे। ये नौबत क्यों आई है आज इस देश में कि प्रदेश की सरकारों को महंगाई राहत कैंप लगवाने पड़ रहे हैं? जब पूरे विश्व में कच्चा तेल सस्ता हो रहा है, तो आपके लिए तेल इतना महंगा क्यों? आपने ये सवाल उठाया है? आपको ये सवाल उठाने पड़ेंगे कि ये सब जो आपको दिख रहा है, इसमें असलियत क्या है।आपने देखा होगा हिमाचल प्रदेश में खूब बारिश आई, बारिश की वजह से टीवी पर आपने देखा होगा इतने सारे लोगों के घर गिर गए। खूब भारी नुकसान हुआ। जनता ने झेला ये नुकसान। हमारी सरकार ने प्रयास किया कि उनकी मदद हो। लेकिन प्रधानमंत्री जी के मित्र बड़े उद्योगपति अडानी जी ने क्या किया। जो किसान सेब को उगाते हैं, जो सेब की पेटियां हैं, उनको बेचने के लिए जब किसान गए, तो उन्होंने (अडानी जी) खरीदने का दाम घटा दिया। जिनको अपने घर बनाने पड़े, क्योंकि इतनी बर्बादी हुई, घर के घर गिर गए, जिनको अपना घर बनाना था, सीमेंट खरीदने गए, अडानी जी ने सीमेंट का दाम ऊपर कर दिया, बढ़ा दिया है और इनके पीछे कौन हैं, इनके पीछे हमारे प्रधानमंत्री हैं। जिन्होंने इस देश की पूरी संपत्ति अपने उद्योगपति मित्रों को दे दी। इस देश की संपत्ति किसकी संपत्ति थी, आपकी ही संपत्ति थी। ये जो मेरी बहनें बैठी हुई हैं, इनकी संपत्ति थी। आज अगर पुरानी पेंशन के लिए सरकारी कर्मचारी रो रहा है, तो क्यों रो रहा है, क्या उसका हक नहीं था कि 20-25 साल नौकरी करने के बाद उसे पेंशन मिलती, उसको सुरक्षा मिलती अपने जीवन की, अपने परिवार के लिए। क्यों छिनी गई ये, और जब इसको देने का समय आता है, तो ये केंद्र की सरकार क्यों कहती है कि हमारे पास पैसे नहीं हैं, क्योंकि इनके जो बड़े-बड़े उद्योगपति मित्र हैं, उनके हजारों-करोड़ों के जो लोन हैं, वो ये माफ कर रहे हैं। उनसे कुछ नहीं लेते और यहाँ आपकी पेंशन छिनी जा रही है, आपके रोजगार छिने जा रहे हैं।यहाँ के कितने वीर नौजवान हमारी सरहद पर खड़े होकर हमारी देश की सुरक्षा को देखते हैं, अपनी जान देने के लिए तैयार होते हैं और केंद्र की सरकार ने क्या किया, अग्निवीर स्कीम ले आए। अग्निवीर स्कीम ले आए कि 4 साल बाद आप घर जाइए, नौजवान ट्रेनिंग करेगा, काम करेगा…(Sound disturbed- video muted) चाहिए था केंद्र सरकार को वह भी नहीं किया। हर चीज के लिए उन्होंने अपने उद्योगपति मित्रों को आगे रखा और जो जनता है उसको पीछे रखा। आज ये स्थिति है कि 45 सालों में सबसे अधिकतम बेरोजगारी आज है हमारे देश में।जब आपके सामने चुनाव के लिए वोट मांगने आते हैं, तो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और अकसर बीच में धर्म को ले आते हैं, जाति को ले आते हैं, अलग-अलग बातों को ले आते हैं, जिससे आपके जज्बात जुड़े हैं। लेकिन बहनों और भाइयों, एक बात को पूरी तरह से आप समझ लीजिए ये चुनाव किसी दो राजनीतिक पार्टियों की दौड़ में कौन प्रथम आएगा उसका चुनाव नहीं है, ये चुनाव आपके भविष्य का चुनाव है, इसमें सबसे बड़ा सवाल ये है कि आपका हक आपको कौन देने के लिए तैयार है और मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि भाजपा ने 8 सालों में जो सरकार चलाई है इस देश में, उसने आपके हक को बार-बार, बार-बार, बार-बार खत्म किया है।जिन बड़े-बड़े उद्योगों से आपको रोजगार मिलता था, उन्हें चुपचाप से एक के बाद एक अपने बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों को सौंप दिया, आपके पेन्शन कटवा दिए, आपकी सेना में भर्ती होने के चांस खत्म कर दिए, अग्निवीर ले आए, महंगाई बढ़ा दी और खुद इतने बड़े काफिलों में चल रहे हैं। रोज-रोज आप टीवी चलाते हैं, आपको दिखता है, खासतौर से आज-कल… आज सुबह तो मैंने देखा कि जी20 जब हो रहा था तो बारिश आई और सारा जितना भी, जहां पर वो जी20 की मीटिंग रख रहे हैं उस पर सारा पानी फैल गया है। मेरे मन में एक बात आई कि शायद जो हमारे देशवासी डर के मारे कह नहीं पा रहे हैं, भगवान ने कह दिया कि अपना अहंकार कम करो, अपना अहंकार कम करो। इस देश ने तुम्हें बनाया है, इस देश ने नेता बनाया है, इस देश को आगे रखो, इस देश की जनता को सर्वोपरि बनाओ।जब ये अपने धनवान मित्रों को सरकार की सारी कंपनियां सौंप देते हैं तो नुकसान कौन उठाता है, जब ये बड़े-बड़े खर्चे करते हैं तो नुकसान कौन उठाता है। सबसे ज्यादा नुकसान मेरी बहनें उठाती हैं, क्योंकि जो पैसे आपकी भलाई के लिए आपके पास आने चाहिए वो नहीं आते, आपने देखा होगा कि राजस्थान की सरकार ने आपके लिए कितनी स्कीम निकाली हैं, पुरानी पेन्शन आज आपको राजस्थान में मिल रही है, तो इसका मतलब है कि ये मुमकिन है न, ये मुमकिन है इसलिए हो रहा है। आज जितनी भी स्कीमे हैं, जिनके बारे में मुख्यमंत्री जी ने आपको बताया, जिनके बारे में यहां पर सारे बोर्ड लगे हुए हैं कि चाहे वो इंदिरा रसोई हो जिसमें आपको 8 रुपए में पूरी थाली मिल रही है खाने की, चाहे वो चिरंजीवी योजना हो जिससे आपका इलाज मुफ्त में हो रहा है, चाहे महिलाओं के लिए मोबाइल की स्कीम हो जिससे नौजवान महिलाओं के लिए खासतौर से अच्छा है, क्योंकि आप इस पर पढ़ाई कर सकते हैं, सब जानकारियां आपको इस पर मिल सकती हैं और आपकी सुरक्षा के लिए भी अच्छा है कि कभी आप ऐसी स्थिति में हो तो आप घर फोन कर सकते हैं, किसी को बुला सकते हैं। तो ये सब स्कीमें कैसे हो रही हैं राजस्थान सरकार द्वारा, ये तभी हो रही हैं, क्योंकि ये जो पैसे हैं सरकार के पास जो होते हैं, ये आपके लिए होते हैं। जिस सरकार की नीयत सही होती है, वो इस संपत्ति को आपकी भलाई के लिए खर्च करती है और एक ऐसी ही सरकार आज राजस्थान में कांग्रेस की सरकार, अशोक गहलोत जी की सरकार है। मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल पर टैक्स लगाकर आपको मालूम है जनता से 32 लाख करोड़ रुपए खींचे हैं और उन रुपयों को मनमाने तरीके से खर्च करते हैं। ऐसी बड़ी-बड़ी महफिलों में, अपनी बड़े-बड़े कारवांओ में तो आपके लिए फिर क्या बचता है? इनका ध्यान सिर्फ सत्ता को पकड़कर रखने में रहता है। आपने देखा होगा कि कितनी सरकारें इन्होंने ऐसे ही गिरा दीं किसी को पैसे खिलाकर, किसी को धमकाकर, किसी को डराकर। जब सरकार का ध्यान सिर्फ सत्ता में रहने के लिए रहता है, जब उनके पूरे जितने भी उनके प्रयास है, इसी में रहते हैं कि हम किस तरह से इस कुर्सी पर बैठे रहें, तो वो आपकी भलाई नहीं देखते हैं, आपको भूल जाते हैं। उनके लिए आपकी जो समस्याएं हैं, आपकी जरूरतें हैं, वो महत्वपूर्ण नहीं रहती और ऐसी ही सरकार आज केन्द्र में चल रही है। इस सरकार में सिर्फ धनवान की जय-जयकार है और जो आपकी जरूरतें हैं, आपकी समस्याएं हैं, उनको हल करने का कोई नाम-ओ-निशान नहीं है, इसीलिए इतना बोझ प्रदेश की सरकारों पर पड़ रहा है कि हर चीज के लिए आपको, आपके लिए राहत दिलवाने के लिए, आपकी मदद के लिए, आपकी सहायता के लिए इनको करना पड़ रहा है और ये सही भी हैं और जैसे मैंने कहा कि कांग्रेस के जितने भी नेता हैं, जो उपस्थित हैं इस मंच पर वो सब आप ही के लिए प्रयास करना चाहते हैं, वो चाहते हैं कि आपको आपका हक मिले और हर तरह से आपके लिए काम हो।प्रेम नारायण जी की श्रद्धा, डिग्गी कल्याण जी के विचार, धन्ना भगत जी की मिसाल इन्हीं पर कांग्रेस काम कर रही है। केन्द्र द्वारा जो बढ़ती महंगाई का सामना करने के लिए राजस्थान कांग्रेस सरकार ने आपकी मदद की, उसका पूरा प्रयास दिन-रात होता है। देश में सबसे बड़ा स्वास्थ्य बीमा का कार्यक्रम राजस्थान में है, ग्रामीण क्षेत्र के लिए एक हजार इंदिरा रसोई आज से शुरू हुई हैं, वहीं इंदिरा गांधी गैस-सिलेण्डर स्कीम में आपको गैस-सिलेंडर 500 रुपए का मिल रहा है, साथ-साथ मेरी बहनों के लिए इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन की जो योजना है, जिसका मैंने जिक्र किया इससे आपको सुविधा होगी। कांग्रेस सरकार की नीतियों के चलते एक करोड़ से ऊपर बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य आया है। अभी मैं कुछ लोगों से मिली थी, किसान थे, बहुत खुश थे कि अब बिजली बिल कम से कम शून्य आ रहा है तो उनकी कुछ कमाई हो रही है, बहुत दिनों से कमा ही नहीं पा रहे थे, क्योंकि केन्द्र सरकार की नीतियों के चलते बहुत ज्यादा महंगाई का बोझ आप पर है। जो अन्नपूर्णा फूड पैकेट हैं, उनके माध्यम से आपको गेहूं, दाल, चीनी, तेल, नमक और मसाले मिल रहे हैं।
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