अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: राहुल गांधी ने कहा कि किसान ने इस देश की नींव रखी है और वो दिनभर इस देश के लिए काम करता है। ये जो बिल पास किए गए हैं , ये किसान विरोधी बिल हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि ये बिल किसानों के हित के लिए है। सवाल उठता है कि अगर ये बिल किसानो के हित में हैं तो किसान सड़कों पर क्यों खड़ा है? किसान इतना गुस्सा क्यों है, क्योंकि इन बिलों का लक्ष्य़ प्रधानमंत्री जी के मित्रों को हिंदुस्तान का जो एग्रीकल्चरल सिस्टम है, वो पकड़ाने (थमाने) का है और किसान इस बात को बहुत अच्छी तरह समझ गया है।
किसान की शक्ति के सामने कोई नहीं खड़ा हो सकता है और सरकार को गलतफहमी में नहीं होना चाहिए। सरकार को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान हट जाएंगे, डर जाएंगे। हिंदुस्तान का किसान डरेगा नहीं। जब तक ये बिल रद्द नहीं कर दिए जाएंगे, तब तक हटेगा नहीं। किसानों द्वारा सरकार के प्रस्ताव को ठुकराने के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को गलतफहमी में नहीं होना चाहिए। किसान कॉम्प्रोमाइज (समझौता) नहीं करेगा। क्यों नहीं करेंगे, क्योंकि उनको समझ आ गई है बात कि अगर आज वो कॉम्प्रोमाइज कर गए, तो उनका हिंदुस्तान में कोई भविष्य नहीं रहेगा।
उनको बहुत क्लियरली ये बात समझ आ गई है कि अगर वो आज (अपने हक़ों के लिए) नहीं खड़े हुए और मैं किसानों से कह रहा हूं अगर आज आप नहीं खड़े हुए तो आप कभी खड़े नहीं हो पाओगे और हम सब आपके साथ हैं। आप बिल्कुल घबराइए मत हम सब आपके साथ खड़े हैं। आपको कोई पीछे नहीं हिला सकता, आप हिंदुस्तान हो।