यह बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश के साथ शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कहीं। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस संचार विभाग में मीडिया एवं पब्लिसिटी के चेयरमैन पवन खेड़ा भी मौजूद थे।
अजय माकन ने कहा कि आयकर विभाग के जिन नियमों की आड़ में कांग्रेस को परेशान किया जा रहा है, उन्हीं नियमों को लेकर भाजपा को छूट दी जा रही है। भाजपा को 42 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा देने वालों का न कोई नाम है, न कोई पता है। आयकर विभाग द्वारा इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आयकर विभाग ने भाजपा के 42 करोड़ रुपये के उल्लंघन को लेकर आंख पर पट्टी बांध ली है। लेकिन कांग्रेस के 23 सांसदों और विधायकों ने जो 14 लाख रुपये नकद दिए, उसके आधार पर कांग्रेस के 135 करोड़ रुपये छीनकर लिए गए। जबकि बाद में कांग्रेस ने पूरी जानकारी दे दी थी।उन्होंने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2017-18 में 42 करोड़ रुपये चंदा देने वाले 1297 लोगों का पता नहीं दिया और 92 लोगों के नाम भी नहीं दिए। इसी तरह पड़ताल में पता चला कि पिछले दो वर्षों में ढाई करोड़ रूपये का चंदा देने वाले 253 लोगों के नाम नहीं हैं। 1.05 करोड़ रूपये देने वाले 126 लोगों का पता नहीं है। अजय माकन ने कहा कि आयकर विभाग और चुनाव आयोग भाजपा की इन कमियों पर आंख बंद कर बैठे हुए हैं, उन्हें सिर्फ कांग्रेस नजर आती है। भाजपा ने जिस तरह से आयकर विभाग के नियमों का उल्लंघन किया, उसकी समीक्षा से पता चलता है कि भाजपा पर पिछले सात वर्षों में 4,600 करोड़ रुपये का जुर्माना बनता है। लेकिन आयकर विभाग ने इसे नजरअंदाज किया। कांग्रेस पर आयकर विभाग की कार्रवाई के समय पर सवाल उठाते हुए अजय माकन ने कहा कि जब लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, तो ऐसे समय में आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस पर गलत तरीके से जुर्माना लगाया जा रहा है, पैसों की मांग की जा रही है। ये बातें साफ इशारा करती हैं कि आयकर विभाग को भाजपा की कमियां नजर नहीं आ रही हैं। कांग्रेस आयकर विभाग से मांग करती है कि वह भाजपा से 4,600 करोड़ का यह जुर्माना वसूले। माकन ने कहा कि 1993-94 में जब सीताराम केसरी जी कांग्रेस कोषाध्यक्ष थे, उस समय के नोटिस अब भेजे जा रहे हैं। कांग्रेस को 53 करोड़ की मांग भेजी गई है। इस तरह से पांच साल की मांग की गई है। तीन साल की मांग और बनाई जा रही है। कुल मिलाकर आयकर विभाग ने कांग्रेस से 1,823 करोड़ रुपये की मांग की है। उन्होंने कहा कि ये कहां का लेवल प्लेइंग फील्ड है। अगर नियम सबके लिए बराबर हैं तो आयकर विभाग को भाजपा से 4,600 करोड़ रुपये वसूलने चाहिए।वहीं जयराम रमेश ने कहा कि पूरे देश को पता चल गया है कि इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले से भाजपा ने करीब 8,250 करोड़ रुपये चंदा इकट्ठा किया है। भाजपा ने चंदा लेने के चार रास्ते अपनाए हैं। इनमें चंदा दो – धंधा लो, ठेका लो, चंदा दो, हफ्ता वसूली, शेल कंपनियों से चंदा लो शामिल हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के खिलाफ बताया है। अजय माकन ने जो सनसनीखेज खुलासा किया है, इससे साफ है कि भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए अलग-अलग तरीके से लगातार विपक्षी पार्टियों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है।। खासतौर से कांग्रेस को आर्थिक रूप से अपंग बनाने का प्रयास हो रहा है। ये कर आतंकवाद है। लेकिन कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है।
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