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फरीदाबाद

मुख्य अभियंताओं, एस ई, एक्सईएन , एसडीओ व जे ई को कारण वताओ नोटिस जारी, एसडीओ विनोद सस्पेंड

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: नगर निगम की कमिश्नर अनीता यादव ने आज लापहवाही बरतने के लिए हमेशा से चर्चित रहने वाले निगम के तकनीकी विभाग के एक दर्जन से अधिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जहां वर्तमान मुख्य अभियंता डी आर भास्कर व अधिशासी अभियंता रमन शर्मा के साथ-साथ दर्जन भर पूर्व मुख्य अभियंताओं, अधिक्षक अभियंता व कार्यकारी अभियंताओं को कारण वताओ नोटिस जारी किया है वहीं, एक एस डी ओ विनोद कुमार को निलम्बित कर दिया है,जबकी कई कनिष्ठ अभियंताओं सफाई विभाग सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों एक निजि संस्था ने सैनिक कालोनी से बडखल चौक तक सन 2012-13 में डाली गई एक सीवर लाईन को लेकर शिकायत की थी, संस्था का आरोप था कि इस सीवर लाईन को ठीक प्रकार से न तो डाला गया था और न ही इसका रखरखाव ही किया गया। इस मामले मे भी एन जी टी ने भी संज्ञान लिया और मामले की गंभीरता को देखते हुए एनजीटी ने इस मामले मे सरकार पर पचास लाख रुपए का जुर्माना भी लगाने का फैसला दिया था। इसी मामले मेंं अब निगमायुक्त आयुक्त अनीता यादव ने भी गंभीर रुख अख्तियार करते हुए वर्तमान समय मे इस क्षेत्र में काम कर रहे तकनीकी व सफाई विभाग के कर्मचारियो के खिलाफ तो कार्रवाई की ही है साथ ही उन्होंने जब से यह लाईन डाली थी उस समय से लेकर आज तक यहां पर कार्यरत रहने वाले तकनीकी विभाग के अधिकारियों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही उन्होंने इन सभी अधिकारियो को चार्जशीट करने के लिए भी शहरी निकाय विभाग के आयुक्त से चार्जशीट के प्रारुप की स्वीकृति मांगी है। अनीता यादव ने इस शिकायत पर गंभीर रुख अपनाते हुए निगम के वर्तमान मुख्य अभियंता डी आर भास्कर, अधिक्षक अभियंता रामप्रकाश एक्स ई एन श्याम सिंह को कारण बतातो नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर भीतर जबाव मांगा है,



साथ ही निगम के एस डी ओ विनोद कुमार को काम मे लापहवाही का दोषी मानते हुए तुरंत प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। यही नहंी निगम में आउट सोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत तीन जे ई जिनके नाम संदीप, राहुल तेवतिया, व सतीस तथा एक अन्य कर्मचाारी राजेश कुमार की सेवाएं सबंधित कम्पनी से तुरंत वापस लेने को भी लिख दिया है। क्योंकि खुले मे सीवर वहने का यह मामला पर्यावरण से सीधे सीधे जुडा है इसी कारण इस मामले पर गंभीर रुख दिखाते हुए निगमायुक्त अनीता यादव ने इस मामले में सफाई विभाग के अधिकारियो को भी प्रथम दृष्या दोषी मानते हुए निगम से सेवानिवृत्त हो चुके वरिष्ठ सफाई निरीक्षक चंद्रदत्त शर्मा, गजराज सिंह तथा प्रमोद शर्मा को भी कारण बताओ नोटिस देते हुए उन से 15 दिनों के अंदर अंदर जवाव मांगा है। जबकी प्रमोद शर्मा जो कि निगम में अब सफाई निरीक्षक के रुप में कार्यरत हैं उनको निलम्बित कर दिया गया है। सबंधित क्षेत्र में वतौर कनिष्ष्ठ अभियंता काम कर चुके सुंदर सिंंह तथा अनिल कुमार को भी काम में लापहवाही वरतने के आरोपों के चलते कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों में यह बताने के लिए कहा गया है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। नगर निगम आयुक्त अनीता यादव की इस कार्रवाई में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा यह रहा कि उन्होंने वर्तमान कार्यरत अधिकारियों के साथ-साथ उन सभीी अधिकारियों ने भी इस मामले में जवाव तलबी की है जिनके समय मे ंयह सीवर लाईन डाली गई थी, अनीता यादव ने इन सभी अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस तो जारी किए ही हैं साथ निगम स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त से उस चार्जशीट प्रारुप को मंजूरी भी मांगी है जो कि इनको जारी होनी है।

कारण बताओ नोटिस जिन वरिष्ठ अधिकारियों को जारी किए गए हैं उन में एन के कटारा, अनिल महत्ता, ओ पी गोयल, वी एस सिंगोरा तथा रमन कुमार (सभी मुख्य अभियंता ) अधिक्षक अभियंता रहे रमेश बंसल तथा एक्स ई एन दीपक किंगर, आनंद स्वरुप, प्रेमराज, विरेन्द्र कर्दम तथा श्याम सिंह के नाम शामिल हैं। जबकी एस डी ओ ओ पी मोर, सुरेन्द्र खट्टर को भी कारण बताओ नोटिस देकर 15 दिन में जवाव देना होगा कि क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। यही नहीं निगमायुक्त ने इस मामले में किसी भी पक्ष को अनदेखा नहीं रखा है यही कारण है कि टयूववैल सहायक दीपक कुमार को भी इस मामले में कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। विचारणीय है कि इस मामले में निगम सचिव जितेन्द्र दहिया को निगमायुक्त पहले ही जांच अधिकारी नियुक्त कर चुकी है जो कि इस मामले की पूरी जांच करेंगें कि आखिर किसकी गलती व लापहवाही के चलते लोगों को इतनी भारी परेशानी का सामना करना पडा है। निगमायुक्त अनीता यादव की इस कार्रवाई के बाद निगम में हडकम्प का आलम है, क्योकि ऐसा पहली बार हुआ है जब निगम के किसी आयुक्त ने मुख्य अभियंता से लेकर जे ई स्तर के अधिकारियों के खिलाफ एक साथ कार्रवाई को अंजाम दिया है। यही नहीं माना यह जा रहा है कि जिस प्रकार से अनीता यादव ने इस मामल मे अब तक यहां पर कार्यरत सभी स्तरीय अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है उसके बाद इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

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