विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेन्द्रगढ़: महर्षि बाल्मीकी ने रामायण के रूप में एक ऐसा आईना प्रस्तुत किया है जो व्यक्ति को उसका वास्तविकता दिखाता है। जनता को भगवान राम व भरत के भाई प्रेम की पराकास्ठा भी रामायण में मिलती है। महर्षि बाल्मीकी न केवल बाल्मीकी समाज के लिए अपितु समूचे हिन्दुस्तान की सभी बिरादरियों के प्रेरणास्त्रोत हैं।
उक्त विचार प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि वीरवार को समाज के लोगों द्वारा आयोजित 53 वा महर्षि बाल्मीकी जन्मोत्सव के अवसर पर उपस्थित अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की सोच माता जानकी के प्रति रामायाण में मिलती है। महर्षि बाल्मीकी के आश्रम में माता जानकी को शरण मिली तथा बेटों लव व कुश को शिक्षा-दीक्षा मिली। इसी प्रकार स्वच्छता को संदेश भी बाल्मीकी ने हजारों वर्ष पूर्व दिया और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दोनों अभियानों को चला कर देशवासियों को उन्नति के मार्ग की ओर अग्रसर कर रहे हैं। उन्होंने मर्यादा पुरूषोतम भगवान राम का संदेश देते हुए कहा कि हमारा समाज रामायण के आधार पर ही बना है। यदि मनुष्य के अत:करण से रामायण को निकाल दिया जाए तो मनुष्य के पास कुछ भी शेष नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि रामायण की पूरे विश्व में प्रासंगतिका है। रामायण का महत्व कभी कम नहीं होगा।
प्रो. रामबिलास शर्मा ने गत वर्ष महर्षि बाल्मीकी मंदिर के निर्माण के लिए 11 लाख रूपये का अनुदान दिया था तथा आज यह मंदिर बन कर तैयार हो गया जिसका उद्घाटन शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला उपायुक्त गरिमा मित्तल ने की। बाल्मीकी समाज की ओर से प्रधान अशोक सिरसवाल ने मांग पत्र प्रस्तुत किया जिसके संदर्भ में शिक्षा मंत्री ने 11 लाख रूपये बाल्मीकी मंदिर कमेटी को तथा मंदिर परिसम में एक पेयजल बोर देने की घोषणा की। बाल्मीकी मंदिर में समाज के लोगों द्वारा किए गए कार्य की शिक्षा मंत्री ने प्रसंसा करते हुए कहा कि अब यह समाज पिछड़ा नही अपितु शिक्षा के दम पर तेजी से आगे बढ़ा है। समाज के लोगों द्वारा प्रो. रामबिलाश शर्मा को ढ़ोल नगाड़ो, बुक्कों व फूलमालाओं द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त गरिमा मित्तल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा गौसेवा आयोग के उपाध्यक्ष ऋषिप्रकाश शर्मा, बाल्मीकी समाज के प्रधान अशोक सिरसवाल सहित सदस्यों में रिंकु संघेलिया, रामबिलास बाल्मीकी, अशोक लोमरोड, मुकेश नंबरदार, सुभाष, दयाराम बाल्मीकी, बाबुलाल मुडियाखेड़ा, चंद्रकला खातोद, नपा. प्रधान रीना बंटी, पार्षदों में सुरेन्द्र बंटी, देवेन्द्र सैनी, विष्णु महायच, मार्केट कमेटी के चेयरमैन डालू सिंह, नरेन्द्र खन्ना, सतबीर यादव नौताना सहित अनेकों अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।