विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेन्द्रगढ़: श्रीकृष्णा स्कूल महेन्द्रगढ़ में एथलेक्टिस की कला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दांतो पर साईकिल उठाना, हवा में ऊँची छँलाग लगाना आदि कला विद्यार्थियों को दिखाई गई। स्कूल के एम.डी. कर्मवीर राव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में एथलैक्टिस शब्द का अस्तित्व एक कला के रूप मे है। कला मे पारंगत होना ही एथलैक्टिस का एक ऐश्वर्य रूप है।
उन्होने कहा कि इसी प्रकार विद्यार्थियों को अपना शिक्षण कार्य करना चाहिए न की ऊबाहट के रूप में। उन्होंने कहा कि किसी कला में पारंगत होना ही सर्वश्रेष्ठता की पहचान होती है। आओ हम सब मिलकर इस शिक्षा रूपी पावन कर्तृव्य को एक प्रेरणा बनाए जो हमारे राष्ट्र को एक नई पहचान दे सके। इस मौके पर स्कूल के प्राचार्य वीरेन्द्र सिंह ने कलाकारों का आभार जताकर उन्हें ईनामी राशी देकर स मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों को आयोजन समय-समय होना चाहिए जिससे विद्यार्थियों को कुछ नया करने व सीखने का मौका मिलता रहे। इस अवसर पर स्कूल के पी.आर.ओ सुधीर यादव, रवि प्रकाश, मंजीत मैहता, रामपाल बाबू, स्कूल के मुख्य कोच राजेश यादव पाल, वीरेन्द्र सिंह कुराहवटा, शैलेन्द्र पाली व प्रवीन कौथल सहित स्कूल का समस्त स्टाफ उपस्ति था।