विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेंद्रगढ़: जिला महेंद्रगढ़ शांतिप्रिय क्षेत्र है तथा यहां की शांति एवं कानून व्यवस्था कायम रखने के प्रति जिला प्रशासन कटिबद्ध है। हर व्यक्ति की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सदैव संजीदगी के साथ कार्यरत है।उक्त विचार जिला उपायुक्त डा. गरिमा मित्तल ने गत दिवस महेंद्रगढ़ के मसानी रोड पर केन्द्रीय विश्वविालय हरियाणा जांट-पाली में शिक्षा ग्रहण कर रहे जम्मू कश्मीर के दो विद्यार्थियों आफताब व अमजद के साथ कुछ युवकों के द्वारा की गई मारपीट के संदर्भ में आज विश्वविद्यालय का दौरा करके विद्यार्थियों का हालचाल पूछ कर उनसे बातचीत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने दोनो विद्यार्थियों सहित जे एंड के के अन्य विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि वे निर्भय होकर अपनी शिक्षा ग्रहण करें तथा प्रशासन उन्हें हर प्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति पूर्ण एवं सार्थक रूप से प्रयासरत रहेगा। उपायुक्त के साथ आईजी सी.एस.राव, पुलिस कप्तान कमलदीप गोयल, एडीसी धर्मेन्द्र सिंह, महेंद्रगढ़ के एसडीएम विक्रम आईएएस सहित अन्य अधिकारियों के अलावा सीएमओ डा. इंद्रजीत सिंह व चिकित्सकों की टीम के सदस्य उपस्थित थे।
इस मौके पर उपायुक्त डा. गरिमा मित्तल व एसपी कमलदीप गोयल ने अपने-अपने मोबाईल नंबर भी विद्यार्थियों को नोट करवाए तथा कहा कि किसी भी तरह की असुरक्षा महसूस करें तो सम्पर्क करें। इसके बाद उपायुक्त गरिमा मित्तल ने महेंद्रगढ़ के सामान्य अस्पताल में ले जाकर उक्त दोनों विद्यार्थियों का दौबारा से चैक अप करवाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओर से निशुल्क दवाईयां प्रदान की जाएंगी। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुश्तैद-इस मौके पर आईजी सी.एस.राव ने भी विद्यार्थियों से बातचीत की तथा सभी विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुश्तैदी से कार्यरत है।
पुलिस कप्तान कमलदीप गोयल ने इस अवसर पर बताया कि जे एंड के इन विद्यार्थियों से मारपीट करने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य तीन युवकों की पहचान की गई है। पुलिस पार्टियों की टीम गठित कर दी गई है तथा जल्द ही इनकों भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसपी ने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा जांट-पाली की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए पीसीआर नियुक्त की गई है। उन्होंने कहा कि जब भी विद्यार्थी विश्वविद्यालय से महेंद्रगढ़ में किसी कार्य के लिए जाएं तो गेट पर नाम दर्ज करवाने के साथ-साथ पुलिस थाना में भी सूचना दें। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधकों से भी कहा कि वे इ स विश्वविद्यालय में पढ़ाई ने करने वाले बाहरी युवकों को या तो प्रवेश ना करने दें या अगर किसी को कोई जरूरी कार्य है तो पूरा ब्यौरा गेट पर तैनात सिक्योरिटी अधिकारी दर्ज करें।