विनीत पंसारी के रिपोर्ट
महेंद्रगढ: पिछले काफी दिनों से जिले में प्रदेश सरकार द्वारा घोषित मेडिकल कॉलेज को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। जहां जिले के तीन बीजेपी विधायक पहले से ही अपने अपने क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खुलवाने के लिए प्रयासरत हैं। पहली बार इस मुद्दे पर महेंद्रगढ़ के विधायक व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा खुलकर बोले। उन्होंने यादव धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार की तरफ से सर्वे कराइ जा रही है। जिला प्रशासन ने तीन जगहों की सर्वे भेजी है परन्तु मेडिकल कॉलेज के लिए भौगोलिक स्थिति व अन्य कई बातें मायने रखती हैं। जिले की भौगोलिक स्थिति को देखकर महेन्द्रगढ़ का मेडिकल कॉलेज पर हक बनता है और यहां के लोगों को इलाज के लिए दिल्ली , जयपुर , गुडगाँव व भिवानी जाना पड़ता है। लोगों की सुविधा को देखकर महेन्द्रगढ़ में स्थाई व्यवस्था के लिए मेडिकल कॉलेज की जरूरत है और इसके लिए ठोस प्रयास किये जायेंगे।
वहीं विपक्षी लोग इसे क्षेत्र का कमजोर प्रतिनिधित्व मान रहे हैं। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक लोगों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज यदि महेंद्रगढ़ में खुले तो क्षेत्र के साथ इसका लाभ पूरे दक्षिणी हरियाणा को मिलेगा। जबकि राजस्थान से सटे नारनौल के गांव कोरियावास में कॉलेज खुला तो प्रदेश के लोगों को ज्यादा लाभ नहीं होगा।
गौरतलब है की कुछ दिन पूर्व नारनौल, नांगल चौधरी के विधायकों की तरफ से सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज कोरियावास में स्थापित करवाने की घोषणा की खबर मीडिया में आई है। इस खबर के बाद क्षेत्र में राजनीति शुरू हो गई है। खासकर महेंद्रगढ़ के लोगों में इसको लेकर काफी निराशा है। यहां के लोगों का मानना है कि यदि मेडिकल कॉलेज नारनौल या नांगल चौधरी क्षेत्र में बनेगा तो यह एक बार फिर उनके साथ धोखा होगा। क्यों
कि महेंद्रगढ़ जिला एक ऐसा दुर्भाग्यशाली जिला है जिसका मुख्यालय नारनौल में स्थापित है। इससे क्षेत्र के लोगों को करीब 50 से 60 किलोमीटर का सफर तय कर अपने कार्यों के लिए जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ता है। इससे केवल लोगों को समय की हानि होती है, बल्कि लोगों को आर्थिक हानि के साथ मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। जब महेंद्रगढ़ में विभिन्न पंचायतें अपनी सैकड़ों एकड़ भूमि इस प्रकार के विकास कार्यों के लिए देने को तैयार है तो फिर जिले को उपेक्षित करना क्षेत्र के कमजोर नेतृत्व को दर्शाता है।
महेंद्रगढ़ काफी पुराना जिला है तथा राजनीतिक अनदेखी के चलते पिछड़ा हुआ है। यहां के बच्चों की मेहनत के चलते अब शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज यदि महेंद्रगढ़ में बनता है तो यहां के बच्चों के लिए नई सौगात होगी