विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेंद्रगढ़ : दीवान कॉलोनी महेंद्रगढ़ में श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन के अंतिम दिन मंगलवार को कथा वाचक नवीन कौशिक नारनौल वाले ने श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण व सुदामा के दृष्टांत से भक्तो को सच्ची मित्र के महत्व के बारे में बताया कि यदि हम भगवान के लिए एक कदम बढ़ाते है तो भगवान को सखा भाव से भी प्राप्त कर सकते है। व्यास जी ने बताया कि भगवान की भक्ति के लिए ज्ञान और वैराग्य दोनो को अनिवार्य बताया। दतात्रेय के चौबीस गुरूओं की कथा के माध्यम से व्यास जी ने बताया कि हमें जंहा से भी शिक्षा मिले ग्रहण कर लेनि चाहिए। उन्होंने बताया कि कलियुग में बहुत दोष होने पर भी एक अच्छा गुण यह है कि हम भगवान के कीर्तन से ही बच सकते है और भगवान को प्राप्त कर सकते है। श्रद्धालुओं ने सुदामा-श्रीकृष्ण की मनमोहक झांकियों का आनंद लिया और अंत मे श्रीकृष्ण प्रभु के साथ होली का महोत्सव मनाया। झांकी में श्रीकृष्ण की भूमिका में निशांत कौशिक ने व सुदामा की भूमिका में पार्थ कौशिक ने भूमिका निभाई और नारनौल से विकास म्यूजिकल ग्रुप ने भजनों में भक्तों को झूमने पर विवश कर दिया। कथा में काफी संख्या में महिला व पुरूष ने श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया।
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