विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेन्द्रगढ़ : तीज़ के त्योहार पर शहर महेन्द्रगढ़ में पतंग उड़ाने के शौकिनों ने पतंगबाजी का जम कर आनन्द लिया । यूं तो लगभग एक पखवाड़े पूर्व से ही पतंगों को लेकर युवाओं में उत्साह देखा गया पर तीज़ पर्व के लिए सुती हुई डोरभरी चरखी व पतंगों की व्यवस्था के लिए वे पतंग विक्रेताओं के पास अपनी पसन्द की खरीदारी के लिए पहुंचने लगे थे । बुधवार तीज़ के अवसर पर सवेरे से ही आसमान में काफी पतंगे उड़ने लगी थी । सुबह से ही युवा घरों की छतों, खुले मैदान में पतंग उड़ाने के लिए जमा हो रहे थे । किसी को उड़ाने का, किसी को उड़ती पतंग देखने का तो किसी को कटी हुई पतंग लूटने का जुनून था । बच्चों के साथ घर के बड़े बुजुर्ग भी पतंग बाजी का आनन्द ले रहे थे । उनका कहना था कि बच्चों की सुरक्षा भी जरुरी है । पतंगों का पतंग के कट जाने पर ” वो काटा ए…..।” का शोर सुनाई दे रहा था । श्यामसुन्दर जांगड़ा, बबिन्दर सोनी, भूपेन्द्र सोनी बिशन दयाल सहित अनेक युवाओं ने बताया कि यूं तो पतंगबाजी गोगा नवमी तक चलती है लेकिन तीज़ पर यह सबसे अधिक होती है ।